राजस्थान के कोटपुतली-बहरोड़ क्षेत्र के गांव अनंतपुरा की 25 वर्षीय डॉ. भावना यादव की मौत की गुत्थी ने पुलिस और परिजनों को झकझोर कर रख दिया है। हिसार में हुई इस रहस्यमयी घटना को लेकर यह तय नहीं हो पा रहा कि यह आत्महत्या थी या सुनियोजित हत्या। भावना की मां गायत्री देवी ने केस दर्ज करवाते हुए पुलिस को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो वह भूख हड़ताल करेंगी। इस दबाव के बाद पुलिस ने तेजी दिखाई और रेवाड़ी निवासी उदेश यादव को गिरफ्तार कर लिया, जो वर्तमान में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) हिसार की पेंशन ब्रांच में क्लर्क के पद पर कार्यरत है।
डॉक्टर भावना मौत मामला: आरोपी की पत्नी ने और उलझाई हत्या या आत्महत्या की गुत्थी, SIT जांच में खुल सकते हैं राज
Dr Bhavna Yadav Death Case: बहरोड़ की डॉक्टर भावना यादव के मौत मामले में नया मोड़ आ गया है। भावना के हत्यारोपी उदेश की पत्नी ने वीडियो में कई खुलासे किए हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वजह से पुलिस हत्या या आत्महत्या की गुत्थी में उलझ गई है।
वाट्सएप चैट और वीडियो कॉल बने जांच का हिस्सा
जांच की दिशा उस समय और उलझ गई जब आरोपी उदेश यादव की पत्नी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। उसमें उसने घटना से जुड़े कई अहम पहलुओं का खुलासा किया। उसके अनुसार 21 अप्रैल को उदेश ड्यूटी पर गया था और शाम को लौट आया था। उसी दिन भावना का मैसेज आया कि तुम्हारे पति कहां हैं? जब उदेश की पत्नी ने भावना को वीडियो या ऑडियो कॉल से यह साबित करने से इनकार किया कि उसका पति उसके पास ही है, तो भावना की ओर से दबाव बनाया गया। उदेश की पत्नी ने यह भी बताया कि 23 अप्रैल को उदेश ने फोन कर बताया कि उसने भावना को यूनिवर्सिटी में देखा है और वह उसके क्वार्टर की ओर आ गई थी।
घटना की रात उदेश ने पत्नी को कॉल कर बताया कि भावना के क्वार्टर में अचानक आग लग गई थी और उसने आग बुझाकर उसे अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद उसने मृतका के परिजनों को सूचना दी और 24 अप्रैल की शाम को घर लौट आया। उसके बाद से वह लापता था, जिसे अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मेडिकल और फॉरेंसिक रिपोर्ट्स से मिले अहम सुराग
जानकारी के मुताबिक, भावना की मां खुद एक स्कूल प्रिंसिपल हैं। उनका आरोप है कि उनकी बेटी को पहले चाकू मारा गया और फिर जला दिया गया। उन्होंने सीधे तौर पर हत्या की आशंका जताई है। हिसार पुलिस ने बर्न यूनिट से कई सबूत जुटाए हैं, जिनमें सीसीटीवी फुटेज, भावना की मेडिकल रिपोर्ट और उसे अस्पताल लाने वाले व्यक्ति का आधार कार्ड शामिल है।
यह भी सामने आया है कि भावना 21 अप्रैल को टेस्ट देने दिल्ली गई थी और 23 अप्रैल को उसने आखिरी बार अपनी मां से फोन पर बात की थी। इसके बाद वह लापता हो गई और फिर खबर मिली कि वह गंभीर रूप से जली हुई हालत में अस्पताल में भर्ती है।
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सवालों के घेरे में पुलिस और प्रशासन
इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर पुलिस प्रेम-प्रसंग की एंगल से मामले की जांच कर रही है, वहीं भावना के परिजनों का दावा है कि यह सोची-समझी हत्या है। परिजन पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं ताकि दोषियों को सजा मिल सके और भावना को इंसाफ मिल सके।