राजस्थान के जैसलमेर बस हादसे में घायलों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को महात्मा गांधी अस्पताल, जोधपुर में उपचार के दौरान लाठी गांव निवासी ओमप्रकाश ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही इस भीषण हादसे में मृतकों की संख्या 26 तक पहुंच गई है।
जैसलमेर बस अग्निकांड: तीन बच्चों को खो चुकी महिला समेत दो और ने जोधपुर में तोड़ा दम, अब तक 26 लोगों की गई जान
Jaisalmer Bus Fire Accident Update: जैसलमेर बस हादसे में जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में एक और घायल की मौत से मृतकों की संख्या 26 हो गई है। 6 लोग अब भी इलाजरत हैं। हादसा 16 अक्तूबर को चलती एसी बस में आग लगने से हुआ था।


लाठी गांव की इमामत ने भी तोड़ा दम
इस दर्दनाक हादसे में लाठी गांव की महिला इमामत पहले ही अपने तीन बच्चों को खो चुकी थी। इलाज के दौरान इमामत की भी मौत हो गई, जबकि उसके पति को गंभीर हालत में अहमदाबाद रेफर किया गया है। परिवार पर इस त्रासदी का पहाड़ टूट पड़ा है।

वायरल हुआ था मृतक महिपाल सिंह का वीडियो
हादसे के कुछ दिनों बाद 18 अक्तूबर को महिपाल सिंह ने भी जोधपुर अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे 35 प्रतिशत तक झुलसे हुए थे और जैसलमेर से एयरफोर्स की परीक्षा देकर अपने गांव लौट रहे थे। हादसे के बाद महिपाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वे दर्द से कराहते हुए मदद की गुहार लगाते नजर आ रहे थे।

ऐसा हुआ था हादसा
जानकारी के मुताबिक, यह भीषण हादसा 16 अक्तूबर की दोपहर को हुआ था, जब जैसलमेर जिले में एक चलती एसी बस में अचानक आग लग गई। बस में करीब 45 से अधिक यात्री सवार थे। एसी यूनिट में शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने कुछ ही मिनटों में पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया। बताया गया कि बस का गेट लॉक हो जाने से लोग बाहर नहीं निकल पाए। कई यात्री बस में ही जिंदा जल गए, जबकि कुछ ने खिड़कियां तोड़कर जान बचाई।
सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हादसे में स्थानीय पत्रकार राजेंद्र सिंह चौहान सहित 20 से अधिक लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि 19 गंभीर झुलसे यात्रियों को जोधपुर रेफर किया गया था।
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मुख्यमंत्री भजनलाल पहुंचे थे घटनास्थल
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हादसे की जानकारी मिलते ही रात में ही जैसलमेर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद वे जोधपुर जाकर घायलों से भी मिले और अधिकारियों को बेहतर इलाज और सहायता के निर्देश दिए।