Karwa Chauth 2024: सुहाग से जुड़े सभी व्रतों में करवा चौथ विशेष है। इसे हर साल कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और तरक्की के लिए निर्जला उपवास रखती हैं, जिसका पारण चांद निकलने पर किया जाता है। करवा चौथ मुख्य रूप से पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में मनाया जाता है, जो सभी सुहागिनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। सुहागिनें इस दिन की तैयारी महीने भर पहले से शुरू कर देती हैं। इस दौरान बाजारों में इसकी अलग रौनक देखने को मिलती है।
Karwa Chauth 2024: इस साल करवा चौथ पर कब निकलेगा चांद ? यहां जानें समय और पूजा विधि
Karwa Chauth 2024: सुहाग से जुड़े सभी व्रतों में करवा चौथ विशेष है। इसे हर साल कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और तरक्की के लिए निर्जला उपवास रखती हैं, जिसका पारण चांद निकले पर किया जाता है।
करवा चौथ 2024 तिथि
कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि- 19 अक्तूबर 2024 को शाम 06 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी।
तिथि का समापन-20 अक्तूबर को दोपहर 03 बजकर 47 मिनट पर होगा।
उदया तिथि के अनुसार करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024 दिन रविवार को रखा जाएगा।
चांद निकलने का समय
इस साल करवा चौथ पर पूजा का समय 20 अक्तूबर शाम 5 बजकर 46 मिनट से शुरू होगा, और शाम 7 बजकर 02 मिनट तक रहने वाला है।
- करवा चौथ के दिन सुबह ही स्नान कर लें। फिर मुहूर्त के अनुसार करवा चौथ व्रत की कथा सुनें। इसके बाद सभी बड़ों के पैर छुएं और आशीर्वाद प्राप्त करें।
- अब शाम की पूजा के लिए थाली में फूल, धूप-दीप, रोली, मिठाई और पानी का लोटा रख लें।
- इस दौरान करवा में चावल भरकर उसे दक्षिणा के रूप में रख दें।
- आप अपने रिवाजों के आधार पर अन्य दान के सामानों को भी रख सकते हैं।
- इसके बाद चांद निकलने के बाद चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- अब छलनी की सतह पर जलता हुआ दीया रखें और चंद्र दर्शन करें।
- बाद में इसी छन्नी से पति का मुख देखें।
- फिर पति के हाथों से पानी पीकर व्रत का पारण करें। इस दौरान सभी बड़ो का आशीर्वाद जरूर लें।
- आप करवा को सास या किसी सुहागिन स्त्री को दे दें, और उनके पैर छू लें।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।

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