Diwali 2025 Date: दिवाली का पर्व आने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं, ऐसे में लगभग हर घर में साफ-सफाई का सिलसिला और शुरू हो चुका है। वास्तु शास्त्र के अनुसार दिवाली से पहले घर की स्वच्छता बहुत ही महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि माना जाता है कि मां लक्ष्मी केवल स्वच्छ और वस्थित घरों में ही प्रवेश करती हैं। कई बार घर की सफाई के दौरान हमें कुछ ऐसी चीजें मिल जाती हैं, जिसे हम आम बात समझते हैं, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में उसका बड़ा महत्व होता है। माना जाता है कि सफाई के दौरान कुछ विशेष वस्तुओं का अचानक मिल जाना देवी लक्ष्मी की कृपा का संकेत होता है। आइए जानते हैं वे कौन-सी वस्तुएं हैं जो शुभता और समृद्धि का संदेश देती हैं।
Diwali 2025: दिवाली की सफाई में अचानक मिले ये 4 चीजें तो समझें चमकने वाली है किस्मत
Diwali Ki Safai: ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है कि सफाई के दौरान कुछ विशेष वस्तुओं का अचानक मिल जाना देवी लक्ष्मी की कृपा का संकेत होता है। आइए जानते हैं वे कौन-सी वस्तुएं हैं जो शुभता और समृद्धि का संदेश देती हैं।


अचानक पैसे मिलना
अगर दिवाली की सफाई करते समय किसी पुराने बक्से, अलमारी या दराज से अचानक पैसे मिल जाएं, तो इसे बहुत ही शुभ संकेत माना जाता है। यह इस बात का प्रतीक है कि आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और अटका हुआ धन वापस मिलने के योग बन रहे हैं। ऐसे पैसों को अनजाने में खर्च न करें। उन्हें गंगाजल से शुद्ध कर लाल कपड़े में बांधकर पूजा घर या तिजोरी में रखें। इससे घर में स्थायी धन लाभ और लक्ष्मी कृपा आती है।

शंख या कौड़ी का मिलना
अगर सफाई के दौरान आपको शंख या कौड़ी मिलती है, तो इसे भी अत्यंत शुभ माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार दोनों वस्तुएं समुद्र मंथन से प्राप्त हुई थीं और इनका सीधा संबंध भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी से है। इसलिए शंख और कौड़ी का मिलना आने वाली समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक होता है। इन्हें गंगाजल से पवित्र कर पूजा स्थल पर रखें और दीपावली की रात पूजन करें।

मोरपंख का मिलना
मोरपंख मिलना भी एक शुभ संकेत माना जाता है। मोरपंख का संबंध भगवान श्रीकृष्ण और मां सरस्वती से है। माना जाता है कि जहां मोरपंख रखा जाता है, वहां नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव समाप्त होकर सकारात्मकता और शांति का वास होता है। इसे घर के पवित्र और साफ स्थान पर रखें, इससे घर के वास्तु दोष भी दूर होते हैं।

लाल वस्त्र का मिलना
लाल रंग हिंदू धर्म में ऊर्जा, शक्ति, प्रेम और सौभाग्य का प्रतीक माना गया है। यह रंग देवी लक्ष्मी और मां दुर्गा दोनों से जुड़ा है। अगर दिवाली की सफाई करते हुए किसी पुराने मंदिर का लाल वस्त्र, चुनरी या कपड़े का टुकड़ा मिल जाए, तो इसे देवी की कृपा का संकेत समझें। इसका अर्थ है कि देवी आपके जीवन से प्रसन्न हैं और आपके मनोकामना पूर्ण होने के योग बन रहे हैं। इसे दीपावली की रात देवी लक्ष्मी के पूजन में शामिल कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।
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