Vivah Panchami 2024: सनातन धर्म में विवाह पंचमी को अत्यंत शुभ माना गया है। इस दिन भगवान श्रीराम और माता सीता की विधिवत पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि जो लोग वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, वे इस दिन विशेष उपाय करने से लाभ प्राप्त कर सकते हैं। विवाह पंचमी के अवसर पर केले के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, केले के पेड़ की पूजा से वैवाहिक जीवन की समस्याएं और गुरु दोष जैसी बाधाएं दूर हो सकती हैं।
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Vivah Panchami 2024: विवाह पंचमी के दिन करें केले के पेड़ की पूजा, जानें विधि और महत्व
धर्म डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: ज्योति मेहरा
Updated Sat, 30 Nov 2024 07:26 AM IST
सार
हिंदू धर्म में विवाह पंचमी के दिन केले के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है। यह पूजा उन कन्याओं के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है, जो विवाह योग्य हैं।
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विवाह पंचमी पर केले के पेड़ की पूजा
- फोटो : adobe stock
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विवाह पंचमी 2024 तिथि
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विवाह पंचमी 2024 तिथि
पंचांग के अनुसार इस साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 5 दिसंबर 2024 को 12 बजकर 49 मिनट पर शुरू होगी। इस तिथि का समापन 6 दिसंबर 12 बजकर 7 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार विवाह पंचमी का पर्व 6 दिसंबर 2024 को मनाया जाएगा। इस दिन ध्रुव योग का निर्माण होगा, जो रात 10 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। इस दौरान श्रवण नक्षत्र का संयोग भी रहेगा, जो शाम 5 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
पंचांग के अनुसार इस साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 5 दिसंबर 2024 को 12 बजकर 49 मिनट पर शुरू होगी। इस तिथि का समापन 6 दिसंबर 12 बजकर 7 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार विवाह पंचमी का पर्व 6 दिसंबर 2024 को मनाया जाएगा। इस दिन ध्रुव योग का निर्माण होगा, जो रात 10 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। इस दौरान श्रवण नक्षत्र का संयोग भी रहेगा, जो शाम 5 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
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विवाह पंचमी पर केले के पेड़ की पूजा विधि
- फोटो : freepik
विवाह पंचमी पर केले के पेड़ की पूजा विधि
- सबसे पहले केले के पेड़ के आसपास की जगह साफ करें और गंगाजल से पवित्र करें।
- इसके बाद पेड़ पर पीले रंग का धागा बांधें और हल्दी और चंदन से तिलक लगाएं और फूल चढ़ाएं।
- धूपबत्ती और घी का दीपक जलाएं और भगवान श्री राम के मंत्रों का जाप करें, जो भगवान विष्णु के ही स्वरूप हैं।
- पेड़ के पास अक्षत, पंचामृत, सुपारी, लौंग, इलायची और अन्य पूजन सामग्री रखें।
- अंत में, केले के पेड़ की 21 बार परिक्रमा करें।
विवाह पंचमी पर केले के पेड़ की पूजा का महत्व
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विवाह पंचमी पर केले के पेड़ की पूजा का महत्व
हिंदू धर्म में केले का पेड़ भगवान विष्णु का निवास स्थान माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से दांपत्य जीवन में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। केले का पेड़ गुरु ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है, जो ज्ञान, बुद्धि और वैवाहिक जीवन के लिए शुभ फल देने वाला माना जाता है।
हिंदू धर्म में केले का पेड़ भगवान विष्णु का निवास स्थान माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से दांपत्य जीवन में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। केले का पेड़ गुरु ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है, जो ज्ञान, बुद्धि और वैवाहिक जीवन के लिए शुभ फल देने वाला माना जाता है।
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विवाह पंचमी पर केले के पेड़ की पूजा का महत्व
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मान्यताओं के अनुसार इस पूजा से गुरु ग्रह मजबूत होता है और मांगलिक दोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही विवाह में आ रही बाधाएं भी दूर हो जाती हैं। इस दिन विधि पूर्वक पूजा करने से न केवल वैवाहिक समस्याएं दूर होती हैं, बल्कि सुखी और समृद्ध दांपत्य जीवन का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।

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