How to avoid pickpockets: अपनी आजीविका चलाने के लिए लोग नौकरी करते हैं और कई लोग अपना काम भी करते हैं। फिर जो पैसे वो कमाते हैं उससे अपनी जरूरतें पूरी करते हैं और भविष्य के लिए बचाते भी हैं। वहीं, जब लोग बस और ट्रेन से यात्रा करते हैं तो उनकी जेब भी कट जाती है। दरअसल, जेबकतरे बसों और ट्रेनों में पलक झपकते ही लोगों की जेब काट देते हैं और उनके पैसे, मोबाइल जैसे जरूरी सामान लेकर नौ दो ग्यारह हो जाते हैं।
सावधान: बस-ट्रेन में कैसे कट जाती है आपकी जेब? बचना है तो नोट कर लें ये 4 बातें
How to Protect from Pickpockets: बसों से लेकर ट्रेनों तक में लोगों की जेब कट जाती है जिसकी वजह से लोगों के पैसे, मोबाइल और कई कीमती सामान तक निकल जाता है। ऐसे में आप कुछ बातों का ध्यान रखकर अपनी जेब कटवाने से बच सकते हैं।
इन बातों का रखेंगे ध्यान, तो बच सकते हैं जेब कटने से:-
नंबर 1
- कई लोग जब भी अपने साथ पैसे, ज्वेलरी या कोई जरूरी सामान ले जाते हैं तो वो उसे इस तरह से किसी बैग में रखते हैं जिस पर हर किसी का ध्यान आसानी से चला जाता है। इससे जेबकतरे एक्टिव हो जाते हैं और फिर उनका टारगेट आपका बैग ही होता है जिसे वो चुरा भी लेते हैं। इसलिए ऐसी गलती न करें और पैसे, ज्वेलरी जैसे सामान को नॉर्मन दिखने वाले बैग में ही रखें या अपने पास रखें तो ज्यादा हाइलाइट न करें।
नंबर 2
- आमतौर पर बस और ट्रेनों में या भीड़ वाली जगह पर सबसे ज्यादा मोबाइल फोन और पैसे ही चोरी हो जाते हैं। इसलिए एक बात का ध्यान रखें कि मोबाइल फोन को जेब में रखने से बचें और उसे अपने हाथ पर ही टाइट से पकड़कर रखें। वहीं, पर्स रखने से बचें और उसमें पैसे भी न रखें। आप अपने बैग में सामान के बीच में पैसों को रख सकते हैं।
नंबर 3
- एक चीज जान लें कि जब भी जेबकतरे जेब काटते हैं तो वो ज्यादातर यात्री के उतरने या चढ़ने पर ऐसा करते हैं। इसके लिए जेबकतरों का पूरा ग्रुप होता है जो आपको पहले टारगेट करता है और फिर धक्का-मुक्की करके आपकी जेब काट लेता है। इसलिए भीड़ वाली जगह, भीड़ वाली बस-ट्रेन में जानें से भी बचें। कोशिश करें की सीट पर बैठ जाएं और खड़े न रहें।
नंबर 4
- कई लोगों की आदत होती है कि वो जेब या बैग में अगर मोबाइल रखते हैं या पैसे रखते हैं, तो सफर के दौरान उसे खुद ही बीच-बीच में टटोलकर देखते हैं। ऐसा करके आप जेबकतरों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इसलिए ऐसी गलती बिलकुल न करें और चुपचाप अपना सफर पूरा करें, ताकि जेबकतरों का ध्यान आप पर न जाएं।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यह खबर सामान्य जानकारी के आधार पर तैयार की गई है। अमर उजाला या लेखक इसको लेकर कोई दावा या पुष्टि नहीं करता है।