डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं। उन्होंने खचाखच भरे कैपिटल रोटुंडा में राष्ट्रपति पद की शपथ ली। ऐसे वक्त पर उनके चारों ओर आठ साल पहले के मुकाबले एकदम अलग वाशिंगटन रहा। यह चार साल पहले की तुलना में एकदम अलग है, जब ट्रंप ने बाइडन की जीत को स्वीकार करने या उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया था। ट्रंप का दूसरा शपथ ग्रहण समारोह इसलिए भी अलग है, क्योंकि यह बंद स्थान पर आयोजित किया गया। इसकी वजह ठंड और तेज हवाएं चलना था।
Trump Speech: बाइडन की नाकामियों से लेकर खुद पर जानलेवा हमले और भविष्य की रणनीति तक, पढ़ें ट्रंप की बड़ी बातें
Donald Trump Oath Taking Ceremony Updates: डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण कर ली है। पिछले साल नवंबर में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को 312 इलेक्टोरल वोट्स और हैरिस को 226 इलेक्टोरल वोट्स मिले थे। चुनाव में बहुमत के लिए किसी प्रत्याशी को 270 इलेक्टोरल वोट्स की जरूरत होती है।
'हम किसी को भी अपना फायदा नहीं उठाने देंगे'
ट्रंप ने कहा कि हमारी सरकारों में हम किसी को भी अपना फायदा नहीं उठाने देंगे। हमारी सुरक्षा फिर से हासिल की जाएगी। न्याय मंत्रालय को पक्षपाती, जहरीला और हिंसक हथियार बनाने की कोशिश को खत्म किया जाएगा। हमारी प्राथमिकता एक गौरवशाली, संपन्न और आजाद देश बनाने की होगी। अमेरिका जल्द ही ज्यादा महान, मजबूत और पहले से कहीं ज्यादा बेहतर होगा।
उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति के तौर पर लौट रहा हूं। अमेरिका के पास इस मौके को फिर से हासिल करने का मौका है, लेकिन हमें अपने सामने आने वाली चुनौतियों का ईमानदारी से सामना करना होगा। ऐसी कई चुनौतियां हैं, लेकिन हम इन्हें खत्म कर देंगे। हम आज जब यहां इकट्ठा हुए हैं, सरकार एक विश्वास के संकट का सामना कर रही है। कई साल तक एक उग्र और भ्रष्ट शासन नागरिकों से ताकत और उनकी संपत्ति हासिल करती रही है। यह नागरिक हमारे समाज के स्तंभ हैं।
बाइडन प्रशासन को जमकर घेरा
ट्रंप ने पिछली जो बाइडन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'हमारे पास अब तक एक सरकार थी, जो कि एक आसान से घरेलू संकट तक का प्रबंधन नहीं कर पाई। इस दौरान वह दुनियाभर में घटनाक्रमों में उलझी रही। अमेरिकी सरकार अमेरिका के कानून का पालन करने वाले नागरिकों की सुरक्षा में नाकाम रही, लेकिन हमारे यहां खतरनाक अपराधियों को सुरक्षा दी गई, जो कि ज्यादातर जेल और दिमागी बीमारियों से जुड़े संस्थानों से भागे थे। वे दुनियाभर से अवैध तरह से अमेरिका में आए थे।'
राष्ट्रपति ने कहा, 'हमारे पास अब तक जो सरकार थी, वह विदेश में सीमाओं की रक्षा के लिए असीमित संसाधन-फंडिंग लगाती थी, लेकिन अमेरिका की सीमा और यहां रहने वाले अपने ही लोगों की रक्षा से इनकार करती थी। हमारी सरकार अब इमरजेंसी के दौरान भी अहम सेवाएं नहीं दे सकती। चक्रवाती तूफान की बात हो या लॉस एंजेलिस में आग की, जो कि अभी भी तबाही मचा रही है। इससे सबसे अमीर और ताकतवर लोगों के घर तबाह हो गए। हम ऐसा नहीं होने दे सकते।'
उन्होंने कहा कि हमारे पास एक स्वास्थ्य प्रणाली है, जो कि आपदा के समय कोई काम नहीं कर सकता, जबकि हम दुनिया में सबसे ज्यादा रकम खर्च करते हैं। हमारी शिक्षा प्रणाली पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है, जिसमें शिक्षकों और बच्चों को कई बार शर्मिंदा होना पड़ता है। अब यह सब बदल जाएगा और बहुत तेजी से बदलेगा।
'देश का गौरवशाली भाग्य अब फिर जागेगा'
ट्रंप ने कहा कि इस पल से ही अमेरिका का और नीचे गिरना खत्म होता है। हमारे देश का गौरवशाली भाग्य अब फिर जागेगा।
फिर से राष्ट्रपति बनने के सफर की चुनौतियां गिनाईं
उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में मेरा कई बार परीक्षण हुआ और मुझे कई बार चुनौतियां मिलीं। यह किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति से ज्यादा था। मुझे इस रास्ते में काफी कुछ सीखने को मिला। अपने गणतंत्र को वापस पाने का रास्ता मेरे लिए बिल्कुल आसान नहीं था। जो भी लोग हमें रोकने की कोशिश कर रहे थे, उन्होंने मुझे मारने की कोशिश भी की। पेंसिलवेनिया में कुछ महीने पहले ही गोली मेरे कान को चीरती हुई निकल गई। मुझे भगवान ने बचाया ताकि मैं फिर से अमेरिका को महान बना सकूं।
सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर क्या बोले ट्रंप?
ट्रंप ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि सबसे पहले मैं अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल का एलान करता हूं। सभी अवैध घुसपैठ तुरंत बंद होती हैं और हम करोड़ों अपराधियों को वापस भेजने का काम शुरू करेंगे। हम 'मैक्सिको में ही रहो' नीति के तहत काम करेंगे। हम पकड़ो और छोड़ो नीति को खत्म करेंगे। हम दक्षिणी सीमा पर सुरक्षाबलों को भेजेंगे, ताकि हमारे देश में घुसपैठ बंद हो सके।