वेस्टर्न कमांड: यूनिटों में परखी जा रही युद्ध की तैयारी और ताकत, खड्गा कोर को बनाया जा रहा ड्रोन हब
वेस्टर्न कमांड फौज की महत्वपूर्ण कोर में से एक है, जो पश्चिमी सरहद की सुरक्षा संबंधी जिम्मेदारी संभालती है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व चंडीगढ़ में तैनात कई कोर इसके अधीनस्थ हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी वेस्टर्न कमांड ने ही पाकिस्तान के दांत खट्टे करने में अहम भूमिका निभाई थी।
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वेस्टर्न कमांड के अधीनस्थ विभिन्न कोर व यूनिटों में युद्ध की तैयारियों और उनकी ताकत का जायजा लिया जा रहा है ताकि भविष्य में हर विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए फौज तैयार रहे। इसके अलावा खड्गा कोर को ड्रोन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। अन्य यूनिटें भी नई सामरिक रणनीतिक पहल में जुटी हैं।
वेस्टर्न कमांड के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कटियार विभिन्न कोर में सैन्य यूनिटों की ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। इस दाैरान दुश्मन के इलाके में घुसकर तबाही मचाने वाली मारक क्षमता को बढ़ाने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है।
वेस्टर्न कमांड फौज की महत्वपूर्ण कोर में से एक है, जो पश्चिमी सरहद की सुरक्षा संबंधी जिम्मेदारी संभालती है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व चंडीगढ़ में तैनात कई कोर इसके अधीनस्थ हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी वेस्टर्न कमांड ने ही पाकिस्तान के दांत खट्टे करने में अहम भूमिका निभाई थी। लिहाजा सेना के आदेश पर यह कमांड अपनी युद्ध की तैयारी और ताकत को बढ़ाने में जुटी हुई है।
दरअसल, कमांड की सभी यूनिटों को फ्यूचर वारफेयर के मद्देनजर तैयार किया जा रहा है। सबसे खतरनाक कोर में से एक माने जाने वाली खड्गा कोर को ड्रोन हब के रूप में विकसित करने पर जोर है। इस कोर के अंतर्गत आने वाली कई यूनिटें इस वक्त बड़ी मात्रा में ड्रोन के उत्पादन में जुटी हैं। पिछले दिनों आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी इस ड्रोन हब का जायजा लेने पहुंचे थे। इसके अलावा दुश्मन के जहाजों व ड्रोनों को इंटरसेप्ट कर उन्हें गिराने के लिए एडवांस राडार सिस्टम को भी विकसित किया जा रहा है। एडवांस विदेशी राइफलों से भी जवानों को चरणबद्ध तरीके से लैस किया जा रहा है।
ब्रह्मोस लॉन्च कर दिखाई ताकत
दक्षिणी कमान के बाद अब वेस्टर्न कमांड की भी एक यूनिट में ब्रह्मोस लॉन्च कर दुश्मन को अपनी ताकत दिखा दी है। वेस्टर्न कमांड के अफसर ने बताया कि खड्गा कोर के अधीनस्थ डीप स्ट्राइकर डिविजन की एक यूनिट ने बंगाल की खाड़ी में एक टारगेट पर बतौर अभ्यास बेमिसाल सटीकता व मारक क्षमता के साथ हमला किया। उन्होंने कहा कि यह भारतीय सेना के ऑपरेशनल एक्सीलेंस और दुश्मन के इलाके में अंदर तक ताकत दिखाने की क्षमता को दिखाता है।
जारी रहेगा युद्धाभ्यास का सिलसिला
वेस्टर्न कमांड के एक आला अफसर के अनुसार विभिन्न डिविजन में युद्धाभ्यास का सिलसिला जारी रहेगा। पिछले दिनों वेस्टर्न कमांड की राम डिविजन, पाइन डिविजन, राइजिंग स्टार कोर, खड्गा कोर व ऐरावत डिविजन की ओर से कुछ इलाकों में घातक युद्धाभ्यास किया गया। वेस्टर्न कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कटियार ने इन सभी युद्धाभ्यासों का जायजा लेते हुए अफसरों और जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने डिविजन व यूनिटों की उन नई तकनीकों को भी देखा, जिन्हें सेना के अधिकारी युद्ध के भावी खतरों के मद्देनजर विकसित कर रहे हैं।