सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Punjab ›   Jalandhar News ›   Controversy on Kabaddi gangsters feared from Punjab to Canada 10 players murdered in three years

खून से लाल हो रहे कबड्डी के मैदान: पंजाब से कनाडा तक गैंगस्टरों का खौफ, तीन साल में 10 खिलाड़ियों की हत्या

सुरिंदर पाल, जालंधर Published by: अंकेश ठाकुर Updated Mon, 10 Nov 2025 03:19 PM IST
सार

कबड्डी का खेल पंजाब के हर गांव व कस्बे में खेला जाता है, लेकिन यह खेल अब खिलाड़ियों की मौत का कारण भी बन रहा है। खून से कबड्डी के मैदान लाल हो रहे हैं। पंजाब से लेकर कनाडा तक गैंगस्टरों का खौफ हो चुका है और कबड्डी का खेल अब पैसे और पावर का खेल बन चुका है। 

विज्ञापन
Controversy on Kabaddi gangsters feared from Punjab to Canada 10 players murdered in three years
कबड्डी खिलाड़ियों की हत्या। - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

2020 में कपूरथला से शुरू हुआ कबड्डी खिलाड़ियों की हत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। तीन साल में कपूरथला में अरविंदरजीत सिंह पड्डा और जालंधर के शाहकोट में संदीप नंगल अंबिया समेत अब तक 10 खिलाड़ियों की हत्या हो चुकी है। इसी वर्ष 31 अक्तूबर को लुधियाना में कबड्डी खिलाड़ी तेजपाल की हत्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि 4 नवंबर को लुधियाना में ही एक और कबड्डी खिलाड़ी गुरविंदर सिंह को जान से मार दिया गया। इस हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है।

Trending Videos


इस हत्या के साथ ही कबड्डी और अपराध की स्याह दुनिया का एक और लिंक उजागर हो गया है। पंजाब में कबड्डी का मतलब पैसा, पावर और पॉपुलैरिटी हो गया है। पिछले कुछ वर्षों से पंजाब में कबड्डी के मैदान रक्तरंजित हो रहे हैं। गुरविंदर सिंह की हत्या के बाद पंजाब से कनाडा, अमेरिका और यूके तक खिलाड़ियों में गैंगस्टरों का खौफ बढ़ गया है। हाल ही में अमेरिका व कनाडा में जग्गू भगवानपुरिया की मां के नाम पर करवाया जा रहा कबड्डी कप गैंगस्टरों ने धमकी देकर बंद करवा दिया।
विज्ञापन
विज्ञापन


कनाडा के रहने वाले खिलाड़ी परविंदर सिंह का कहना है कि आपराधिक गैंग खिलाड़ियों को मजबूर कर मैच फिक्स करवाते हैं या उन्हें अपने लीग में शामिल करने के लिए धमकाते हैं। इसके लिए विदेश से पैसा आता है। कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया में कबड्डी के टूर्नामेंट होते हैं। एनआरआई इनमें करोड़ों रुपये इनाम के तौर पर ऑफर करते हैं। इस दौरान कई ग्रुपों में प्रतिस्पर्द्धा चलती है।

कबड्डी फेडरेशन ने छह साल पहले की थी डीजीपी से शिकायत

  • करीब छह साल पहले कबड्डी फेडरेशन ने पहली बार डीजीपी को शिकायत दी थी कि पंजाब में कबड्डी खिलाड़ियों को जग्गू भगवानपुरिया गैंग धमका रहा है। जग्गू अपनी कबड्डी लीग चला रहा है और जेल से धमकी आ रही है कि जो भी खिलाड़ी जग्गू की लीग में खिलाफ खेलेगा उसको बख्शा नहीं जाएगा। फेडरेशन के सुरजन चट्ठा ने इसकी शिकायत दी जिसकी जांच एसएसपी कपूरथला को दी गई लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
  • नतीजा यह हुआ कि गैंगस्टरों का दखल बढ़ने लगा। जग्गू भगवानपुरिया की लीग हिट हो गई। उसके विरोधी ग्रुप कौशल चौधरी और बंबीहा ग्रुप को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। 2022 में संदीप नंगल अंबिया की हत्या इसी कबड्डी फेडरेशन के प्रतिस्पर्द्धा के कारण हुई थी। इस केस में बंबीहा और कौशल गैंग ने कनाडा और यूके से अपने नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए हत्या करवाई। पंजाब पुलिस की एक रिपोर्ट के अनुसार इस खेल में गैंगस्टर और ड्रग माफिया ने घुसपैठ कर ली है।
  • अब दोनों ही साथ-साथ इसे संचालित कर रहे हैं। इस खेल में खूब पैसा लगाया जाता है। कबड्डी लीग को कालेधन को सफेद करने का भी जरिया बना लिया गया है। हवाला के जरिये इसमें पैसा लगाने के मामले भी सामने आए हैं।

अब तक प्रमुख कबड्डी खिलाड़ियों की हत्या

  • मई 2020: कपूरथला- अरविंदरजीत सिंह पड्डा
  • अगस्त 2020: बटाला- गुरमेज सिंह
  • मार्च 2022: जालंधर- संदीप सिंह नंगल अंबिया
  • अप्रैल 2022: पटियाला- धर्मेंद्र सिंह
  • सितंबर 2023: कपूरथला- हरदीप सिंह
  • नवंबर 2024: तरनतारन- सुखविंदर सिंह नोनी
  • मई 2025: लुधियाना- जगविंदर की हत्या
  • जून 2025: पंचकूला– सोनू नोलटा
  • अक्तूबर 2025: लुधियाना- तेजपाल सिंह-नवंबर 2025: लुधियाना- गुरविंदर सिंह

कबड्डी में करोड़ों रुपये का खेल

  • कबड्डी टूर्नामेंटों में लाखों रुपये का इनाम दांव लगता है। पंजाब मूल के अनिवासी भारतीयों का यह पसंदीदा खेल है। इसके चलते कई खिलाड़ियों और आयोजकों के पास अचानक बहुत पैसा आ गया है। विदेशी संपर्क भी बन गए हैं। कबड्डी टूर्नामेंट्स में विदेश से आने वाला कालाधन भी शामिल होता है।
  • कुछ अनिवासी भारतीय पंजाब में कबड्डी कप करवाकर अपना दबदबा बनाकर रखते हैं। डॉलरों की चमक की वजह से कबड्डी की दुनिया में गैंगस्टरों और ड्रग माफिया की घुसपैठ हो गई है। कई खिलाड़ियों के स्थानीय नेताओं, गैंगस्टरों या पुलिस से संपर्क बन गए हैं। कुछ ने फाइनांसरों या आयोजकों के बीच विवादों में पक्ष लिया और कुछ को गैंग्स ने सूचना देने वाला या दूसरे पक्ष का समर्थक मानकर निशाना बनाया।
  • संदीप नंगल अंबिया की हत्या में लकी पाटियाल–बंबीहा–कौशल गैंग शामिल था। पुलिस जांच में सामने आया था कि वह कई विवादित आयोजकों और फाइनांसरों से संपर्क में था। उसी की हत्या के आरोप में एनआरआई कबड्डी प्रमोटर सुरजन चट्ठा की गिरफ्तारी हुई।
  • इससे पहले भी कई कबड्डी खिलाड़ियों या प्रमोटरों को पुराने हिसाब-किताब, पैसों या गैंग्स की आपसी प्रतिस्पर्द्धा में मारा गया। कई पंजाबी गैंगस्टर जैसे लॉरेंस बिश्नोई, लकी पाटियाल, कौशल, बंबीहा, लखबीर लांडा, गोल्डी बराड़ विदेश से या जेल से गैंग ऑपरेट कर रहे हैं। वह सोशल मीडिया पर अपने एक्शन दिखाकर डर और दबदबा बनाए रखना चाहते हैं।

न्यूजीलैंड से शुरुआत, कबड़्डी प्रमोटर ने मांंगी थी जग्गू भगवानपुरिया से मदद

  • न्यूजीलैंड में होशियारपुर के गांव माणक ढेरी के साहिब सिंह के बेटे और एक अन्य कबड्डी प्रमोटर के बीच हुई बहस के बाद दूसरे गैंग ने जग्गू भगवानपुरिया से मदद मांगी। इसके बाद जग्गू ने अपने संपर्क का इस्तेमाल करके होशियारपुर में साहिब सिंह के घर पर गोलियां चलवाईं।
  • इस मामले में बिन्नी गुज्जर की गिरफ्तारी से पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई। पता चला कि पूरे घटनाक्रम के पीछे जग्गू भगवानपुरिया है। साहिब सिंह और उनके पुत्र गुरविंदर सिंह बैंस न्यूजीलैंड में कबड्डी कप करवाते थे। गुरविंदर की वहां रह रहे जिला गुरदासपुर के गांव सुक्खा राजू से ताल्लुक रखने वाले मनजोत और हरकमलजोत के साथ बहस हो गई थी। वो दोनों भी कबड्डी प्रमोटर थे।
  • यहीं से कबड्डी के खेल में जग्गू की एंट्री हुई थी और बाद में संदीप नंगल अंबिया गैंगस्टर जग्गू के साथ जाकर मिल गया। नई लीग शुरू हुई। मेजर कबड्डी लीग। इसका मुख्य संचालक जग्गू व उसका भाई बने। जग्गू किसी तरह अपने क्लब व लीग को बुलंदियों तक ले जाना चाहता था। यही वजह थी कि मनजोत और हरकमलजोत ने पुराने जानकार गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया से संपर्क साधकर गुरविंदर सिंह बैंस पर तब हमला करने के लिए कहा जब उसे भारत आना था।
  • मनजोत और हरकमलजोत का कहना था कि गुरविंदर सिंह बैंस उन खिलाड़ियों को ज्यादा पैसे देकर अपने टूर्नामेंट में खेलने के लिए बुला रहा है जो पिछले समय के दौरान सिर्फ उन्हीं की तरफ से करवाए जाने वाले कबड्डी कप में पहुंच रहे थे।

मजीठिया ने मंत्री रंधावा पर लगाए थे आरोप

  • कबड्डी के साथ गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया का नाम नवंबर 2019 में तब जुड़ा जब नॉर्थ इंडिया सर्कल स्टाइल कबड्डी फेडरेशन के मेंबर सुरजन सिंह ने डीजीपी पंजाब को एक शिकायत देते हुए कहा था कि गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया पंजाब या विदेश में होने वाले कबड्डी के बड़े खेल मुकाबलों पर पैसे और डरा धमकाकर अपनी पकड़ बना रहा है।
  • इस दौरान उसके साथ हरकमलजोत का नाम सामने आया तो पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने दावा किया था कि हरकमलजोत पंजाब सरकार में मौजूदा जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा का करीबी है। हालांकि मंत्री ने इस संबंध से इन्कार कर दिया था।

पुलिस ऐसे मामलों को गंभीरता से ले रही: अर्पित शुक्ला

डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला का कहना है कि पंजाब से गैंगस्टरवाद को खत्म करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे मामलों को पुलिस गंभीरता से ले रही है। तमाम मामलों में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। आगे भी कार्रवाई करते रहेंगे।

विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें हर राज्य और शहर से जुड़ी क्राइम समाचार की
ब्रेकिंग अपडेट।
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed