लॉकडाउन का भय : लुधियाना से प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू, होजरी उत्पादन में 70 फीसदी गिरावट
दिल्ली में लॉकडाउन की खबर का असर अब सीधा पंजाब की इंडस्ट्री पर दिखने लगा है। लॉकडाउन की खबर से कारोबारियों में चिंता की लकीरें साफ दिखने लगी हैं। वहीं प्रवासी मजदूरों में हड़कंप की स्थिति बन गई है। ऐसे में प्रवासी मजदूरों ने अपने घरों की तरफ पलायन करना शुरू कर दिया है।
इसके पीछे कारण यह है कि बीते साल भी लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा मार प्रवासी मजदूरों को झेलनी पड़ी थी। इस समय भी रेलगाड़ियां बंद होने के कारण प्रवासी निजी बसों के माध्यम से अपने घरों को लौटना शुरू कर चुके हैं। बता दें कि इस समय सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर लुधियाना में होजरी इंडस्ट्री में काम करते हैं, कोरोना महामारी के कारण होजरी इंडस्ट्री का उत्पादन 70 फीसदी नीचे आ चुका है। एडवांस में माल तैयार करवाने वाले अन्य प्रदेशों के व्यापारी भी अपने हाथ पीछे खींचने लगे हैं।
गौरतलब है कि होजरी इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा मजदूर अन्य राज्यों से आकर काम करते हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है, उत्पादों की मांग कम होती जा रही है। लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए बड़े खरीदार भी माल मंगवाने से गुरेज कर रहे हैं। लुधियाना से ज्यादातर होजरी उत्पादों की मांग, बिहार, यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों में होती है।
वहां पर कोरोना की स्थिति खतरनाक स्टेज पर है। कारोबारी माल नहीं मंगवा रहे हैं। ऐसे में लुधियाना के होजरी कारोबारियों ने उत्पादन कम करना शुरू कर दिया है। वहीं मजदूर भी स्थिति को देखते हुए अपने घरों को लौटना बेहतर समझ रहे हैं। इस समय लुधियाना के शेरपुर चौक, बस स्टैंड के बाहर से चलने वाली निजी बस और ढंडारी कलां से चलने वाली बसों से प्रवासी अपने घरों को लौटना शुरू कर चुके हैं।
30 फीसदी रह गया उत्पादन
कोरोना के बढ़ते आंकड़ों के कारण होजरी का उत्पादन इस समय 30 फीसदी रह गया है। जितने भी एडवांस में आर्डर मिले थे, सभी ने उन्हें होल्ड करने के लिए कह दिया है। हमारे मजदूरों में भी इस समय हड़कंप का माहौल है। कुछ मजदूरों ने कूच करना शुरू कर दिया है। उनका मानना है कि वह अपने घर पर जाकर ज्यादा सुरक्षित रह सकते हैं। अगर दोबारा यहां पर लॉकडाउन जैसे हालात बने तो उनके लिए वहीं परेशानियां खड़ी होगी। - हरीष केयर पाल, सचिव निटवियर क्लब लुधियाना
होजरी के हालात बदतर
जिस तरह से यूपी, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश में नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन की स्थिति बनी है। अब कौन व्यापारी ऐसे में हालात में रिस्क लेगा। इस समय हमारी उत्पादन क्षमता सिर्फ 30 फीसदी तक ही रह गई है। हमें खुद समझ नहीं आ रहा है कि आगे क्या होगा। लुधियाना में भी दो एरिया में लॉकडाउन लग चुका हैं। ऐसे में लेबर अपने घरों को जाने के लिए मजबूर है। - दर्शन डाबर, प्रधान लुधियाना निटवियर क्लब।
आने वाले दिनों में उत्पादन गिरेगा
इस समय जिस तरह के हालत पूरे देश में बन रहे हैं, उससे साफ है कि आने वाले दिनों में होजरी का उत्पादन और गिरेगा। अगर बड़ी कंपनियों ने माल उठाना बंद कर दिया है तो हालात ज्यादा खराब हो सकते हैं। मजदूरों में हड़कंप तो है, अब वह वापस अपने घरों को लौट रहे हैं। यह स्थित होजरी कारोबारियों के लिए अच्छी नहीं है। - हरीश दुआ, प्रधान निटवियर अपेरल एक्सपोर्ट्स आर्गेनाइजेशन।