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बड़े औद्योगिक घरानों के निवेश से ही प्रफुल्लित होगा एमएसएमई सेक्टर: सीआईसीयू
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-पंजाब सरकार के जापान और दक्षिण कोरिया दौरे से औद्योगिक विकास को मिलेगा नया बल
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संवाद न्यूज एजेंसी
लुधियाना। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल अंडरटेकिंग्स (सीआईसीयू) ने पंजाब सरकार की ओर से जापान और दक्षिण कोरिया के हालिया आधिकारिक दौरे की सराहना की है। सीआईसीयू का मानना है कि इस उच्चस्तरीय दौरे ने राज्य में विदेशी निवेश को आकर्षित करने और औद्योगिक विकास को तेज करने की दिशा में एक मजबूत संदेश दिया है।
सीआईसीयू के अनुसार इस दौरे के दौरान पंजाब को एक प्रगतिशील, निवेशक-हितैषी और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी राज्य के रूप में प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया। पंजाब की औद्योगिक संरचना मुख्य रूप से एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) पर आधारित है, और इस क्षेत्र को विदेशी निवेश की आवश्यकता है। इस दौरे के दौरान जापान की प्रमुख कंपनियां जैसे यामाहा मोटर, फुजित्सु, होंडा मोटर्स, और दाइची स्टील ने पंजाब में निवेश करने में रुचि दिखाई। प्रस्तावित निवेश इलेक्ट्रिक वाहन, डाटा सेंटर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रिसर्च एंड डेवलपमेंट और आईटी क्षेत्रों में हो सकता है, जो पंजाब के औद्योगिक लक्ष्यों के अनुरूप हैं।
दक्षिण कोरिया की कंपनियों से भी सकारात्मक संकेत मिले हैं। दाएवू ने पंजाब में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में रुचि जताई है जबकि पंग्यो ने मोहाली में स्टार्टअप वैली स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। इसके अलावा एक कोरियाई कंपनी जालंधर में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित करने पर विचार कर रही है जो शिक्षा और खेल क्षेत्र को नई मजबूती दे सकती है।
एमएसएमई सेक्टर को मिलेगा फायदा
सीआईसीयू का मानना है कि इन वैश्विक कंपनियों के निवेश से पंजाब के एमएसएमई सेक्टर को बड़ा लाभ होगा। इससे तकनीक हस्तांतरण, वैश्विक सप्लाई चेन से जुड़ाव, नए बाजारों तक पहुंच और उत्पादन क्षमता में सुधार होगा, जिससे रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। लुधियाना का इंजीनियरिंग और ऑटो कंपोनेंट उद्योग विशेष रूप से इस विकास से लाभान्वित होगा। यहां करीब 20,000 टियर-1, टियर-2 और टियर-3 ऑटो व ट्रैक्टर कंपोनेंट निर्माता कार्यरत हैं। यामाहा, होंडा, दाएवू और यानमार जैसी कंपनियों के निवेश से इस उद्योग को वैश्विक पहचान मिल सकती है।
सरकार की सक्रिय नीतियों से और बढ़ सकता है निवेश
सीआईसीयू ने बताया कि यानमार पहले ही मोरिंडा के पास एक संयंत्र अधिग्रहित कर चुका है, और उम्मीद है कि सरकार की सक्रिय नीतियों के कारण कंपनी अपने निवेश का और विस्तार करेगी। यामाहा जैसी कंपनियों की मौजूदगी से उन्नत मैन्युफैक्चरिंग और वेंडर डेवलपमेंट के नए अवसर खुलेंगे।
उद्योग के लिए निर्णायक कदम: उपकार सिंह आहूजा
सीआईसीयू अध्यक्ष उपकार सिंह आहूजा ने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से वैश्विक उद्योग जगत के साथ सीधा संवाद पंजाब की औद्योगिक दिशा में एक निर्णायक बदलाव साबित होगा। इससे यह संदेश जाता है कि पंजाब उच्च तकनीक निवेश के लिए पूरी तरह तैयार है।
पंजाब का उत्पादन सस्ता और प्रतिस्पर्धी
सीआईसीयू के एक सर्वे के अनुसार, पंजाब में निर्मित ट्रैक्टर अन्य राज्यों की तुलना में लगभग एक लाख रुपये सस्ते होते हैं। चैंबर ने यह भी कहा कि पंजाब को अब पारंपरिक और कम मूल्य वाले उत्पादन से निकलकर हाईटेक और वैल्यू-एडेड मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में कदम बढ़ाना होगा।
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संवाद न्यूज एजेंसी
लुधियाना। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल अंडरटेकिंग्स (सीआईसीयू) ने पंजाब सरकार की ओर से जापान और दक्षिण कोरिया के हालिया आधिकारिक दौरे की सराहना की है। सीआईसीयू का मानना है कि इस उच्चस्तरीय दौरे ने राज्य में विदेशी निवेश को आकर्षित करने और औद्योगिक विकास को तेज करने की दिशा में एक मजबूत संदेश दिया है।
सीआईसीयू के अनुसार इस दौरे के दौरान पंजाब को एक प्रगतिशील, निवेशक-हितैषी और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी राज्य के रूप में प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया। पंजाब की औद्योगिक संरचना मुख्य रूप से एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) पर आधारित है, और इस क्षेत्र को विदेशी निवेश की आवश्यकता है। इस दौरे के दौरान जापान की प्रमुख कंपनियां जैसे यामाहा मोटर, फुजित्सु, होंडा मोटर्स, और दाइची स्टील ने पंजाब में निवेश करने में रुचि दिखाई। प्रस्तावित निवेश इलेक्ट्रिक वाहन, डाटा सेंटर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रिसर्च एंड डेवलपमेंट और आईटी क्षेत्रों में हो सकता है, जो पंजाब के औद्योगिक लक्ष्यों के अनुरूप हैं।
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दक्षिण कोरिया की कंपनियों से भी सकारात्मक संकेत मिले हैं। दाएवू ने पंजाब में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में रुचि जताई है जबकि पंग्यो ने मोहाली में स्टार्टअप वैली स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है। इसके अलावा एक कोरियाई कंपनी जालंधर में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित करने पर विचार कर रही है जो शिक्षा और खेल क्षेत्र को नई मजबूती दे सकती है।
एमएसएमई सेक्टर को मिलेगा फायदा
सीआईसीयू का मानना है कि इन वैश्विक कंपनियों के निवेश से पंजाब के एमएसएमई सेक्टर को बड़ा लाभ होगा। इससे तकनीक हस्तांतरण, वैश्विक सप्लाई चेन से जुड़ाव, नए बाजारों तक पहुंच और उत्पादन क्षमता में सुधार होगा, जिससे रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। लुधियाना का इंजीनियरिंग और ऑटो कंपोनेंट उद्योग विशेष रूप से इस विकास से लाभान्वित होगा। यहां करीब 20,000 टियर-1, टियर-2 और टियर-3 ऑटो व ट्रैक्टर कंपोनेंट निर्माता कार्यरत हैं। यामाहा, होंडा, दाएवू और यानमार जैसी कंपनियों के निवेश से इस उद्योग को वैश्विक पहचान मिल सकती है।
सरकार की सक्रिय नीतियों से और बढ़ सकता है निवेश
सीआईसीयू ने बताया कि यानमार पहले ही मोरिंडा के पास एक संयंत्र अधिग्रहित कर चुका है, और उम्मीद है कि सरकार की सक्रिय नीतियों के कारण कंपनी अपने निवेश का और विस्तार करेगी। यामाहा जैसी कंपनियों की मौजूदगी से उन्नत मैन्युफैक्चरिंग और वेंडर डेवलपमेंट के नए अवसर खुलेंगे।
उद्योग के लिए निर्णायक कदम: उपकार सिंह आहूजा
सीआईसीयू अध्यक्ष उपकार सिंह आहूजा ने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से वैश्विक उद्योग जगत के साथ सीधा संवाद पंजाब की औद्योगिक दिशा में एक निर्णायक बदलाव साबित होगा। इससे यह संदेश जाता है कि पंजाब उच्च तकनीक निवेश के लिए पूरी तरह तैयार है।
पंजाब का उत्पादन सस्ता और प्रतिस्पर्धी
सीआईसीयू के एक सर्वे के अनुसार, पंजाब में निर्मित ट्रैक्टर अन्य राज्यों की तुलना में लगभग एक लाख रुपये सस्ते होते हैं। चैंबर ने यह भी कहा कि पंजाब को अब पारंपरिक और कम मूल्य वाले उत्पादन से निकलकर हाईटेक और वैल्यू-एडेड मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में कदम बढ़ाना होगा।