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Banswara News:दीपावली से पहले बांसवाड़ा को सौगात; नीमच-बांसवाड़ा-दाहोद रेल लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे की मंजूरी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बांसवाड़ा
Published by: बांसवाड़ा ब्यूरो
Updated Wed, 15 Oct 2025 01:06 PM IST
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सांकेतिक फोटो
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आजादी के बाद से रेलवे की सुविधा से वंचित बांसवाड़ा जिले को दीपावली से पहले रेल मंत्रालय ने सौगात दी है। मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात के आदिवासी क्षेत्र में रेल सुविधाओं के विस्तार की दृष्टि से केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाते हुए दाहोद से बांसवाड़ा के बीच फाइनल लोकेशन सर्वे की स्वीकृति दे दी है।
रेल मंत्रालय ने कुछ माह पहले दाहोद, बांसवाड़ा, नीमच नई रेल लाइन के लिए विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने की मंजूरी दी थी। डीपीआर पूर्ण होने के बाद अब फाइनल लोकेशन सर्वे की स्वीकृति दी है। आदिवासी बहुल बांसवाड़ा की कनेक्टिविटी दाहोद के साथ है। ऐसे में डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम प्रोजेक्ट के साथ नीमच-बांसवाड़ा-दाहोद रेल लाइन की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का निर्णय किया गया था। साथ ही आदिवासी क्षेत्र में रेलवे की सुविधा को बढ़ावा देने की मंशा को मूर्त रूप देना था। अब दाहोद से बांसवाड़ा 100 किलोमीटर रेलवे लाइन बिछाने के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे किया जाएगा।
तीन माह का दिया समय
दाहोद से बांसवाड़ा तक रेल लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए तीन माह का समय दिया गया है। इसमें रेलवे के सिविल, इलेक्ट्रिक, मैकेनिकल, यातायात, सिग्नल टेलीकाॅम, पर्यावरण आदि विभागों की जिम्मेदारी होगी। रेल लाइन का रूट, स्टेशन स्थल, बिजली सुविधा आदि सर्वे पूरा होने के बाद पर्यावरण विभाग की मंजूरी ली जाएगी। इसके बाद अंतिम रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को दी जाएगी। इस सर्वे पर मुहर लगने से गुजरात का दाहोद के बांसवाड़ा होते हुए सीधे मध्यप्रदेश के नीमच तक की रेल लाइन से जुड़ जाने की संभावना प्रबल हो जाएगी।
दिल्ली-मुंबई के लिए नया रूट
इस लाइन से दिल्ली से मुंबई जाने वाली रेलगाड़ियां के लिए आदिवासी बहुल बांसवाड़ा से होकर एक नया रूट मिलेगा। यह रूट ताप्ती सेक्शन से मुंबई-दिल्ली मेन रूट को दाहोद से जोड़ने वाला सबसे छोटा रेल मार्ग होगा। इससे मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के दाहोद, झालोद, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, मंदसौर आदि शहरों को लाभ होगा। यह ताप्ती रेल खंड से दाहोद में उच्च घनत्व नेटवर्क यानी मुंबई-नई दिल्ली मुख्य मार्ग को जोड़ने वाला छोटा मार्ग होगा। इस नए रेल मार्ग से राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
माल ढुलाई की भी संभावना
बांसवाड़ा जिला पहाड़ी क्षेत्र और खनिज संपदा से समृद्ध है। इस क्षेत्र में मैंगनीज अयस्क, डोलोमाइट, चूना पत्थर, सोना, तांबा, क्वार्टजाइट जैसे खनिज बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए क्षेत्र से माल ढुलाई की भी प्रबल संभावना है, जिसका नीमच-बांसवाड़ा-दाहोद के छोटे मार्ग से परिवहन किया जा सकेगा।
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आजादी के बाद से रेलवे की सुविधा से वंचित बांसवाड़ा जिले को दीपावली से पहले रेल मंत्रालय ने सौगात दी है। मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात के आदिवासी क्षेत्र में रेल सुविधाओं के विस्तार की दृष्टि से केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाते हुए दाहोद से बांसवाड़ा के बीच फाइनल लोकेशन सर्वे की स्वीकृति दे दी है।
रेल मंत्रालय ने कुछ माह पहले दाहोद, बांसवाड़ा, नीमच नई रेल लाइन के लिए विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने की मंजूरी दी थी। डीपीआर पूर्ण होने के बाद अब फाइनल लोकेशन सर्वे की स्वीकृति दी है। आदिवासी बहुल बांसवाड़ा की कनेक्टिविटी दाहोद के साथ है। ऐसे में डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम प्रोजेक्ट के साथ नीमच-बांसवाड़ा-दाहोद रेल लाइन की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का निर्णय किया गया था। साथ ही आदिवासी क्षेत्र में रेलवे की सुविधा को बढ़ावा देने की मंशा को मूर्त रूप देना था। अब दाहोद से बांसवाड़ा 100 किलोमीटर रेलवे लाइन बिछाने के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे किया जाएगा।
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तीन माह का दिया समय
दाहोद से बांसवाड़ा तक रेल लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए तीन माह का समय दिया गया है। इसमें रेलवे के सिविल, इलेक्ट्रिक, मैकेनिकल, यातायात, सिग्नल टेलीकाॅम, पर्यावरण आदि विभागों की जिम्मेदारी होगी। रेल लाइन का रूट, स्टेशन स्थल, बिजली सुविधा आदि सर्वे पूरा होने के बाद पर्यावरण विभाग की मंजूरी ली जाएगी। इसके बाद अंतिम रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को दी जाएगी। इस सर्वे पर मुहर लगने से गुजरात का दाहोद के बांसवाड़ा होते हुए सीधे मध्यप्रदेश के नीमच तक की रेल लाइन से जुड़ जाने की संभावना प्रबल हो जाएगी।
दिल्ली-मुंबई के लिए नया रूट
इस लाइन से दिल्ली से मुंबई जाने वाली रेलगाड़ियां के लिए आदिवासी बहुल बांसवाड़ा से होकर एक नया रूट मिलेगा। यह रूट ताप्ती सेक्शन से मुंबई-दिल्ली मेन रूट को दाहोद से जोड़ने वाला सबसे छोटा रेल मार्ग होगा। इससे मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के दाहोद, झालोद, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, मंदसौर आदि शहरों को लाभ होगा। यह ताप्ती रेल खंड से दाहोद में उच्च घनत्व नेटवर्क यानी मुंबई-नई दिल्ली मुख्य मार्ग को जोड़ने वाला छोटा मार्ग होगा। इस नए रेल मार्ग से राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
माल ढुलाई की भी संभावना
बांसवाड़ा जिला पहाड़ी क्षेत्र और खनिज संपदा से समृद्ध है। इस क्षेत्र में मैंगनीज अयस्क, डोलोमाइट, चूना पत्थर, सोना, तांबा, क्वार्टजाइट जैसे खनिज बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए क्षेत्र से माल ढुलाई की भी प्रबल संभावना है, जिसका नीमच-बांसवाड़ा-दाहोद के छोटे मार्ग से परिवहन किया जा सकेगा।