{"_id":"686e752ab1e11b116805f1e0","slug":"bhilwara-itunda-sarpanch-and-e-mitra-operator-caught-red-handed-taking-24-000-bribe-for-bill-approval-2025-07-09","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bhilwara: इटुण्डा सरपंच और ई-मित्र संचालक रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, बिल पास करने के एवज में मांगे 24 हजार","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bhilwara: इटुण्डा सरपंच और ई-मित्र संचालक रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, बिल पास करने के एवज में मांगे 24 हजार
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भीलवाड़ा
Published by: प्रिया वर्मा
Updated Wed, 09 Jul 2025 07:27 PM IST
सार
एसीबी भीलवाड़ा ने जहाजपुर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत इटुण्डा में कार्रवाई कर सरपंच और ई मित्र संचालक को 24 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पीड़ित के सफाई कार्यों के बिल पास करने के एवज में ये रकम मांगी थी।
विज्ञापन
ग्राम पंचायत इटुण्डा
- फोटो : सोशल मीडिया
विज्ञापन
विस्तार
जिले की जहाजपुर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत इटुण्डा में बुधवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो भीलवाड़ा ने सरपंच अन्नू सिंह और ई-मित्र संचालक को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई पंचायत कार्यालय परिसर में ही की गई, जहां दोनों आरोपी एक ठेकेदार से 24 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे थे।
Trending Videos
एसीबी को पूर्व में शिकायत प्राप्त हुई थी कि ग्राम पंचायत इटुण्डा में सफाई कार्यों के भुगतान के बिल पास कराने के एवज में सरपंच और ई-मित्र संचालक द्वारा ठेकेदार से 24 हजार रुपये की मांग की जा रही है। शिकायत की पुष्टि होने के बाद एसीबी ने जाल बिछाया और बुधवार को तय योजना के तहत ग्राम पंचायत कार्यालय में ही दोनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
विज्ञापन
विज्ञापन
ये भी पढ़ें: Sikar News: खाटूश्यामजी से अपहृत अजमेर के प्रॉपर्टी व्यवसायी को पुलिस ने नागौर से बरामद किया, आरोपी अब भी फरार
इस कार्रवाई का नेतृत्व एसीबी डीएसपी पारसमल ने किया। टीम ने रिश्वत की राशि भी बरामद कर ली है। फिलहाल दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह रिश्वत सफाई कार्यों के भुगतान से संबंधित बिल पास कराने के लिए ली जा रही थी। डीएसपी ने बताया कि सरपंच अन्नू सिंह और ई-मित्र संचालक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में अन्य अधिकारियों या कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी। अगर जांच में और नाम सामने आते हैं तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गिरफ्तारी की खबर मिलते ही हनुमान नगर और आसपास के क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ग्रामवासियों में इस कार्रवाई को लेकर दिनभर चर्चा रही। कई लोगों ने एसीबी की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की सराहना की और उम्मीद जताई कि ऐसे कदमों से ग्राम पंचायतों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा।