{"_id":"673cad8a78622995370929bd","slug":"jaipur-news-pilot-made-allegations-against-ruling-party-raised-questions-regarding-transparency-in-democracy-2024-11-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Jaipur News : सचिन पायलट ने सत्ताधारी पार्टी पर लगाया बड़ा आरोप, लोकतंत्र में पारदर्शिता को लेकर उठाए सवाल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Jaipur News : सचिन पायलट ने सत्ताधारी पार्टी पर लगाया बड़ा आरोप, लोकतंत्र में पारदर्शिता को लेकर उठाए सवाल
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जयपुर
Published by: प्रिया वर्मा
Updated Tue, 19 Nov 2024 08:54 PM IST
विज्ञापन
सार
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए महाराष्ट्र में हाल ही में पकड़ी गई बड़ी धनराशि पर गंभीर चिंता जताते हुए लोकतंत्र में पारदर्शिता पर बड़े सवाल उठाए हैं।

राजस्थान
- फोटो : अमर उजाला
विस्तार
महाराष्ट्र में मतदान से पूर्व पकड़ी गई बड़ी धनराशि के मामले में कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने कहा कि "महाराष्ट्र में इतनी बड़ी धनराशि का पकड़ा जाना यह दिखाता है कि मतदान से ठीक पहले ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं? इससे यह संदेह होता है कि इस पैसे का इस्तेमाल सत्ताधारी पार्टी ने चुनावों को प्रभावित करने के लिए किया होगा। यह स्पष्ट होना चाहिए कि कौन-कौन इस प्रक्रिया में शामिल थे और इसे किस तरह अंजाम दिया गया।"
विज्ञापन

Trending Videos
उन्होंने निर्वाचन आयोग पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं के बावजूद आयोग की निष्क्रियता चिंताजनक है। पायलट ने कहा, "निर्वाचन आयोग को तुरंत प्रभाव से निष्पक्ष और प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए। लोकतंत्र में ऐसी घटनाएं न केवल जनता के विश्वास को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भी सवाल खड़ा करती हैं।"
विज्ञापन
विज्ञापन
किसान आंदोलन और चुनाव पर विचार
सचिन पायलट ने आगे कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड के किसान वर्तमान सरकार से परेशान हो चुके हैं और उन्होंने बदलाव का मन बना लिया है। उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों राज्यों और जहां भी उपचुनाव हो रहे हैं, वहां कांग्रेस और उनके गठबंधन को सफलता मिलेगी।
समरावता हिंसा की जांच पर सवाल
समरावता हिंसा पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि "सरकार ने पहले न्यायिक जांच की बात कही थी लेकिन अब संभागीय आयुक्त से जांच कराई जा रही है। इससे यह स्पष्ट नहीं होता कि सरकार वास्तव में चाहती क्या है। जांच यह सुनिश्चित करने के लिए होनी चाहिए कि इस घटना के पीछे कौन था और इसे जान बूझकर माहौल खराब करने के लिए अंजाम दिया गया या नहीं।"
सचिन पायलट के इन बयानों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने सत्ताधारी पार्टी की कार्यशैली और पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए आगामी चुनावों में जनता से न्यायपूर्ण फैसला लेने की अपील की।