Rajasthan Assembly: फसल मुआवजे को लेकर सदन में जोरदार हंगामा, नारेबाजी के बीच 15 मिनट में 3 बिल पास
राजस्थान विधानसभा में भारी बारिश से फसल नुकसान पर कांग्रेस ने जोरदार हंगामा किया। वेल में नारेबाजी के बीच महज 15 मिनट में 3 विधेयक बिना चर्चा पास हुए। सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित

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राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र गुरुवार को भी जोरदार हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायक ट्रैक्टर पर बैठकर विधानसभा पहुंचे और प्रदेश में अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों तथा आमजनको मुआवजा देने की मांग की। विधानसभा के बाहर करीब आधा घंटे तक का हाई वोल्टेज ड्रामा चला। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की अगुवाई में कांग्रेस विधायक ट्रैक्टर पर बैठकर विधानसभा में घुसने की कोशिश करने लगे। लेकिन विधानसभा सुरक्षा गार्ड व पुलिस जाब्ते ने उन्हें रोकने के लिए बाहर बेरिकेडिंग कर दी। इसके बाद कांग्रेस विधायक पैदल ही हाथ में बैनर लेकर विधानसभा में प्रवेश कर गए। विधानसभा गेट के बाहर करीब 15 मिनट तक जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद प्रश्नकाल में भी जमकर बवाल हुआ।

पहले प्रश्नकाल में बवाल हुआ। टीकाराम जूली ने सरिस्का अभ्यारण को लेकर सरकार से सवाल पूछा था लेकिन विधानसभा ने उसे अग्राह्य कर दिया। इस पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। जूली ने कहा कि सरिस्का में जमकर अवैध खनन हो रहा है और यहां मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया जा रहा। इस मुद्दे पर सदन में एक बार फिर से उनकी वन मंत्री संजय शर्मा के साथ तनानती हो गई। शून्यकाल में कांग्रेस विधायकों ने अतिवृष्टि से आई आपदा पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव लगाए। लेकिन स्पीकर ने स्थगन प्रस्ताव मंजूर नहीं किए। फिर भी कांग्रेस के कुछ विधायकों को 2-2 मिनट बोलने की अनुमति दी गई।
कांग्रेस का आरोप - 'हेलिकॉप्टर से हालात नहीं सुधरते':
कांग्रेस विधायक नरेंद्र बुडानिया ने कहा कि सरकार सिर्फ हेलिकॉप्टर में घूम रही है, किसानों की सुध लेने कोई नहीं गया। अमित चाचाण ने कहा कि लाखों एकड़ फसल तबाह हो चुकी है, लेकिन सरकार गंभीर नहीं दिख रही। ” कांग्रेस विधायक अमित चाचाण और नरेंद्र बुडानिया ने कहा- अतिवृष्टि से हालात खाराब हैं। किसानों की पकी फसल खराब हो चुकी है। लाखों एकड़ जमीन में नुकसान हुआ है। सरकार ने इनकी सुध नहीं ली।
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किरोड़ी मीणा ने दी स्थिति की जानकारी:
आपदा राहत मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने सदन में बताया कि भारी बारिश से अब तक 193 लोगों की मौत हुई है, जबकि हजारों मकान और पशु बर्बाद हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि SDRF के नियमों के अनुसार राहत कार्य जारी हैं और गिरदावरी शुरू हो चुकी है।
जूली का हमला - ‘बहरी सरकार के कानों के पर्दे खोल रहा हूं’:
नेता प्रतिपक्ष जूली ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि किसानों की दो बार फसल खराब हुई लेकिन गिरदावरी तक के आदेश नहीं हुए। “मुख्यमंत्री कुछ कहने आए थे लेकिन चुपचाप चले गए। इसलिए मैं जोर से बोल रहा हूं ताकि बहरी सरकार के कानों के पर्दे खुल जाएं।” किरोड़ी के जवाब के बीच ही हंगामा शुरू हो गया। इसी बीच कांग्रेस विधायक अशोक चांदना बिना स्पीकर की अनुमति के बोलने लगे। टोकने पर स्पीकर से बहस करने लगे। इस पर सत्तापक्ष के विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई। कांग्रेस बीजेपी विधायकों के बीच नोकझोंक होने लगी। काफी देर तक हंगामा होता रहा।
सदन में तनातनी बढ़ी तो बाद कांग्रेस विधायक वेल में आ गए और जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। स्पीकर वासुदेव देवनानी ने शांत रहने की अपील की, लेकिन हंगामा नहीं रुका। स्पीकर ने करीब 12 बजकर 34 मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। विधानसभा की कार्यवाही 2 बजे फिर शुरू होने के बाद भी कांग्रेस विधायकों का हंगामा जारी रहा। कांग्रेस विधायक वेल में आकर नारेबाजी कर रहे हैं। हंगामा कर रहे कांग्रेसी विधायकों से स्पीकर ने शांत रहने को कहा, लेकिन नहीं माने।
हंगामें के बीच 15 मिनट में 3 बिल पास
हंगामे के बीच ही 3 बिल पारित करवाए गए। दूसरी बार केवल 33 मिनट सदन की कार्यवाही चली। तीन बिल पारित करवाने के बाद विधानसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। विधानसभा में आज राजस्थान माल और सेवा कर (GST) द्वितीय संशोधन विधेयक-2025 और कारखाना राजस्थान संशोधन विधेयक-2025 पारित करवाने की तैयारी है. कारखाना (राजस्थान संशोधन) विधेयक 2025 विधेयक चर्चा के लिए रखे गए थे। लेकन हंगामें के चलते यह बिल बिना चर्चा के ही महज 15 मिनट में पास कर दिए गए।