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Rajasthan News: उप राष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे के फैसले से स्तब्ध पैतृक गांव किठाना के वासी, जानिए क्या बोले
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, झुंझुनू
Published by: अर्पित याज्ञनिक
Updated Tue, 22 Jul 2025 09:48 AM IST
सार
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की खबर ने उनके पैतृक गांव किठाना को स्तब्ध कर दिया है। ग्रामीणों को विश्वास नहीं हो रहा कि अस्वस्थता के चलते उन्होंने पद छोड़ा। धनखड़ के भतीजे ने बताया कि मार्च में उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी। उप राष्ट्रपति बनने के बाद वे झुंझुनूं सात बार आए और गांव के विकास में अहम भूमिका निभाई।
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उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़।
- फोटो : amar ujala
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विस्तार
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की खबर के बाद धनखड़ का पैतृक गांव राजस्थान के झुंझुनूं जिले के किठाना गांव के लोग स्तब्ध हैं। खबर के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है। तो वहीं ग्रामीण एक-दूसरे को फोन के जरिए इस्तीफे की अचानक मिली खबर को कंफर्म करने में लगे हुए हैं।
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धनखड़ के भतीजे हरेंद्र धनखड़ ने बताया कि इस्तीफे की खबर के बाद न केवल किठाना, बल्कि पास पड़ोस के गांवों से भी फोन आ रहे हैं। किसी को भी इस अचानक दिए गए इस्तीफे को लेकर विश्वास नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि यह सच है कि इनदिनों उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की तबीयत नासाज थी। जिसे लेकर उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ काफी चिंतित थीं, लेकिन इस्तीफा भी देंगे, ऐसा कोई सोच भी नहीं सकता था।
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उन्होंने बताया कि इसी महीने के पहले सप्ताह में जब उप राष्ट्रपति की पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ गांव आई थीं। तब वे तीन दिन तक गांव में रुकी थीं। गांव के मंदिर में भी जाकर आई थी। तब उन्होंने बातों ही बातों में यह जरूर बताया था कि अब उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का पहले की बजाय ज्यादा ख्याल रखना पड़ेगा। उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। मार्च में उनका हार्ट का आपरेशन हुआ था। तो वहीं पिछले महीने उत्तराखंड में उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई थी। गांव में उनके इस्तीफे की खबर के बाद निराशा का माहौल है। धनखड़ ने हमेशा किठाना गांव के विकास की सोच रखी। उप राष्ट्रपति बनने के बाद गांव में ऐतिहासिक कार्य करवाने में धनखड़ का योगदान रहा।
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तीन साल में सात बार झुंझुनूं आए उप राष्ट्रपति
बता दें कि उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का झुंझुनूं को लेकर प्रेम रहा है। उप राष्ट्रपति बनने के बाद वे सात बार झुंझुनूं आए। इनमें तीन बार तो वे विद्यार्थियों से रूबरू होने ही झुंझुनूं आए और उन्हें मोटिवेट किया। उप राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार जगदीप धनखड़ 8 सितंबर 2022 को किठाना गांव आए थे। जहां पर ग्रामीणों की ओर से उनका स्वागत किया गया। इसके बाद 2022 में ही वे 19 नवंबर को दूसरी बार झुंझुनूं के खेतड़ी आए। जहां पर उन्होंने स्वामी विवेकानंद संदेश यात्रा का शुभारंभ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसके बाद 27 अगस्त 2023 को वे सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों से रूबरू होने के लिए झुंझुनूं आए। इस दौरान उन्होंने लोहार्गल और राणी सती मंदिर में भी जाकर धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया। जिसके बाद 2023 में ही वे 27 सितंबर को बिट्स पिलानी पहुंचकर विद्यार्थियों से संवाद किया। इसके करीब एक साल बाद वे 17 सितंबर 2024 को झुंझुनूं जिला मुख्यालय आए और स्वच्छता ही सेवा 2024 पखवाड़े का शुभारंभ करते हुए पूरे देश को स्वच्छता का संदेश झुंझुनूं से ही दिया। धनखड़ का छठा दौरा 20 नवंबर 2024 को रहा। जब वे काजड़ा नवोदय विद्यालय में विद्यार्थियों से संवाद करने पहुंचे। वहीं, उप राष्ट्रपति रहते हुए उनका सातवां दौरा पांच मार्च 2025 को रहा। इस दिन वे सांगासी स्थित महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल के विद्यार्थियों से संवाद करने पहुंचे थे।