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Rajasthan Politics : 'अपराधियों में डर कायम करने के लिए फेक एनकाउंटर जरूरी', हनुमान बेनीवाल का विवादित बयान
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जोधपुर
Published by: तरुणेंद्र चतुर्वेदी
Updated Thu, 09 Oct 2025 05:31 PM IST
सार
Jodhpur News : अक्सर अपने तीखे बयानों से चर्चा में रहने वाले आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने जोधपुर एयरपोर्ट पर एक बार फिर विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिए राजस्थान में कुछ एनकाउंटर किए जाने चाहिए, जरूरत पड़े तो फेक एनकाउंटर भी हों, ताकि कानून व्यवस्था सुधर सके।
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राजस्थान में फेक एनकाउंटर की जरूरत बताई हनुमान बेनीवाल ने, कहा-अपराधियों में खौफ जरूरी है
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
अक्सर अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल का एक और बयान प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है। जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में बेनीवाल ने कहा कि अपराधियों के अवैध निर्माण ही नहीं, बल्कि उनके वैध निर्माण भी तोड़ देने चाहिए। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कुछ एनकाउंटर होने चाहिए, और जरूरत पड़े तो फेक एनकाउंटर भी करो ताकि अपराधियों में कानून का खौफ बना रहे। जैसे उत्तर प्रदेश और पंजाब में अपराध पर नियंत्रण हुआ, वैसे ही राजस्थान में भी होना चाहिए।
बेनीवाल ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था वेंटिलेटर पर है। उन्होंने कहा कि कुचामन इलाके में कई लोगों को धमकियां मिल रही हैं। विदेश में बैठे कुछ हार्डकोर अपराधी रंगदारी और चौथ वसूली कर रहे हैं, उनका नेटवर्क बहुत बड़ा है।
'प्रदेश में जातीय संघर्ष और गैंगवार बढ़ा'
उन्होंने सरकार से मांग की कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और स्टेट गवर्नमेंट व दिल्ली सरकार को इंटरपोल से बात कर इन अपराधियों को भारत लाकर सजा दिलानी चाहिए। बेनीवाल ने कहा कि लोगों में डर का माहौल है। कल मैंने देखा कि रमेश रुलानिया ने जब रंगदारी देने से इनकार किया, तो उन्हें जान से हाथ धोना पड़ा। राजस्थान में इस तरह की कई घटनाएं लगातार हो रही हैं। जातीय संघर्ष बढ़ा है और गैंगवार की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री तक को पांच बार धमकी मिल चुकी है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था कितनी खराब हो चुकी है।
ये भी पढ़ें- हनुमानगढ़ सीवरेज हादसा : घायल कमलजीत ने तोड़ा दम, दो माह से चल रहा था इलाज; दो कर्मचारियों को बचाने उतरा था
'यहां ब्यूरोक्रेसी के भरोसे सरकार चल रही'
उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान में अब एक नई लड़ाई की जरूरत है। कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने की। बेनीवाल ने कहा कि यहां न कोई मंत्री सुनता है, ना अधिकारी जवाबदेह हैं।
पूरे राज्य में ब्यूरोक्रेसी के भरोसे सरकार चल रही है। दवा कंपनियों से लेकर प्रशासन तक में अव्यवस्था फैल चुकी है। राजस्थान आज देश के सबसे बुरे हाल वाले राज्यों में शामिल हो गया है।
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बेनीवाल ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था वेंटिलेटर पर है। उन्होंने कहा कि कुचामन इलाके में कई लोगों को धमकियां मिल रही हैं। विदेश में बैठे कुछ हार्डकोर अपराधी रंगदारी और चौथ वसूली कर रहे हैं, उनका नेटवर्क बहुत बड़ा है।
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'प्रदेश में जातीय संघर्ष और गैंगवार बढ़ा'
उन्होंने सरकार से मांग की कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और स्टेट गवर्नमेंट व दिल्ली सरकार को इंटरपोल से बात कर इन अपराधियों को भारत लाकर सजा दिलानी चाहिए। बेनीवाल ने कहा कि लोगों में डर का माहौल है। कल मैंने देखा कि रमेश रुलानिया ने जब रंगदारी देने से इनकार किया, तो उन्हें जान से हाथ धोना पड़ा। राजस्थान में इस तरह की कई घटनाएं लगातार हो रही हैं। जातीय संघर्ष बढ़ा है और गैंगवार की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री तक को पांच बार धमकी मिल चुकी है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था कितनी खराब हो चुकी है।
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'यहां ब्यूरोक्रेसी के भरोसे सरकार चल रही'
उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान में अब एक नई लड़ाई की जरूरत है। कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने की। बेनीवाल ने कहा कि यहां न कोई मंत्री सुनता है, ना अधिकारी जवाबदेह हैं।
पूरे राज्य में ब्यूरोक्रेसी के भरोसे सरकार चल रही है। दवा कंपनियों से लेकर प्रशासन तक में अव्यवस्था फैल चुकी है। राजस्थान आज देश के सबसे बुरे हाल वाले राज्यों में शामिल हो गया है।