{"_id":"68a44fa57cbcf47e180e13f0","slug":"marble-traders-protested-in-the-collectorate-against-the-increase-in-royalty-rates-rajsamand-news-c-1-1-noi1405-3302115-2025-08-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Rajsamand News: रॉयल्टी बढ़ोतरी के विरोध में सड़क पर उतरे मार्बल व्यवसायी, कलेक्ट्रेट पहुंचकर किया प्रदर्शन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Rajsamand News: रॉयल्टी बढ़ोतरी के विरोध में सड़क पर उतरे मार्बल व्यवसायी, कलेक्ट्रेट पहुंचकर किया प्रदर्शन
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, राजसमंद
Published by: राजसमंद ब्यूरो
Updated Tue, 19 Aug 2025 08:57 PM IST
सार
राज्य सरकार द्वारा मार्बल पर रॉयल्टी दरें बढ़ाने के बाद 19 दिनों से मार्बल खदानें बंद हैं। आज समस्त मार्बल व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और मांगें नहीं मानने पर बिजली के कनेक्शन कटवाने की चेतावनी दी।
विज्ञापन
रॉयल्टी बढ़ाने के विरोध में मार्बल व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया
विज्ञापन
विस्तार
जिले में मार्बल की रॉयल्टी दरें बढ़ाने के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। सोमवार को जिले के मार्बल व्यापारी कलेक्ट्रेट पर उतर आए और जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान माइनिंग एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि यदि दो दिन में दरें कम नहीं की गईं तो वे अपने बिजली कनेक्शन कटवा देंगे। विरोध प्रदर्शन में स्टोन इंडस्ट्रीज से जुड़े 12 और 20 अन्य संगठनों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया। बड़ी संख्या में पदाधिकारी और श्रमिक केलवा चौपाटी से रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे।
Trending Videos
माइनिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव सिंह राठौड़ ने कहा कि हम लंबे समय से शांतिपूर्ण तरीके से मांग रख रहे थे लेकिन सरकार ने हमें हल्के में लिया। आज ढाई से तीन हजार लोगों ने प्रदर्शन किया है। यह केवल ट्रेलर है। अगर सरकार दो दिन में हमारी मांगें नहीं मानती तो स्टोन इंडस्ट्रीज से जुड़े सभी उद्योग अपने बिजली कनेक्शन कटवा देंगे। इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
विज्ञापन
विज्ञापन
ये भी पढ़ें: Bhilwara News: दूसरे दिन भी जारी रही आयकर विभाग की छापामारी, मॉरीशस से हो रही फंडिंग, ब्लैक मनी का शक गहराया
एसोसिएशन के संरक्षक तनसुख बोहरा ने बताया कि खदानें पिछले 18 दिनों से बंद पड़ी हैं और सरकार ने अब तक कोई ध्यान नहीं दिया। व्यापारियों की रोजी-रोटी का सवाल है, इसलिए हमें सड़क पर उतरना पड़ा। अगली बार आंदोलन में जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा ताकि सरकार तक हमारी बात मजबूती से पहुंचे। मार्बल गेंगसा एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्यप्रकाश काबरा ने कहा कि वर्तमान में मार्बल पर 18 प्रतिशत जीएसटी है, जबकि इसे 5 प्रतिशत तक लाना चाहिए।
गौरतलब है कि मार्बल पर रॉयल्टी 320 रुपए प्रति टन से बढ़ाकर 400 रुपए कर दी गई है। इसी कारण राजसमंद के केलवा, झांझर, उमठी, धोलीखान, थोरिया, सापोल, आगरिया, आमेट, सरदारगढ़ और उमराया खनन क्षेत्र की खदानों में 1 अगस्त से लोडिंग बंद है।
गौरतलब है कि राजसमंद में पहले करीब 1200 मार्बल खदानें थीं, जिनमें से वर्तमान में केवल 930 एक्टिव हैं। मंदी के कारण अब सिर्फ 450 खदानें ही चल रही हैं। आंदोलन में खदान मालिकों के साथ गैंगसा, कटर, ट्रक, लोडिंग-अनलोडिंग, ग्राइंडिंग, खाद्यान्न व्यापार, सर्राफा, इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल सहित 20 से अधिक संगठनों ने समर्थन दिया।