विजयदशमी पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे राजस्थान, बीएसएफ मुख्यालय पर की शस्त्र पूजा
इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कश्मीर की समस्या पर कहा कि हम कश्मीर में शांति बहाल करना चाहते हैं और इसके लिए सरकार निरंतर कोशिश कर रही है। कश्मीर के विकास के लिए हम काफी प्रयास कर रहे हैं और सरकार ने भारी मात्रा में फंड भी आवंटित की है। जहां तक आतंकवाद का सवाल है तो सारे आतंकवादी पाकिस्तान से आ रहे हैं।
We want that peace be maintained in Kashmir&we're making a lot of efforts for that. We've allocated maximum possible fund for development of Kashmir. As far as terrorism is concerned, all terrorists coming there are from Pakistan: Home Minister Rajnath Singh in Bikaner, Rajasthan pic.twitter.com/8Uy7eXwvEZ
— ANI (@ANI) October 19, 2018
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सीमाओं की सुरक्षा में तकनीकी समाधानों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है ताकि जवानों को चौबीसों घंटे वहां खड़ा नहीं रहना पड़े। बीकानेर के सीमावर्ती इलाके के दो दिवसीय दौरे पर आए राजनाथ सिंह सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पश्चिमी कमान के सेक्टर मुख्यालय में शस्त्र पूजन के दौरान आयेाजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘सीमा सुरक्षा को और चुस्त दुरुस्त बनाने तथा सीमा पर जवानों का तनाव कम करने के लिए सीआईबीएमएस को लागू किया जा रहा है। कम्प्रेहेंसिव इंटीग्रेटिड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम (सीआईबीएमएस) कार्यक्रम कुछ समय पहले ही शुरू किया गया है।’ उन्होंने कहा कि स्मार्ट फेंसिग और सीआईबीएमएस जैसे कदमों के जरिए हम सुरक्षा बढ़ाना चाहते हैं ताकि जवानों को सीमा पर लगातार खड़े नहीं रहना पड़े।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में दस किलोमीटर और दूहरी (असम) में 60 किलोमीटर का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। नंवबर माह में इसका एक और प्रोजेक्ट शुरू होगा जिससे देश की चारों तरफ की सभी सीमांए सुरक्षित रहेंगी। दशहरा पर्व का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि रावण, राम से ज्यादा धनवान और बलवान था क्योंकि रावण ने मृत्यु को जीत लिया था। लेकिन फिर भी हार हुई क्योंकि अंतर मर्यादा का था। इसलिए मनुष्य के जीवन में चरित्र का महत्व बड़ा होता है।
कश्मीर मुद्दे पर बातचीत संबंधी एक सवाल पर उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि कश्मीर में शांति बनी रहे। वहां विकास जरुरी है। इसके लिए हम सब मिलकर प्रयासरत है। खासतौर पर कश्मीर को बजट भी अधिक दिया जा रहा है। बीएसएफ के जवानों के शौर्य की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, ‘पाक रेंजर्स भारत के बीएसएफ जवानों से बहुत घबराते हैं।’ मंत्री ने कहा कि उन्होंने बीएसएफ जवानों की कठिन परिश्रम को सीमाओं की सुरक्षा के साथ साथ नक्सल व आतंकवाद प्रभावित इलाकों में उनके काम के जरिए देखा है।
उन्होंने कहा, ‘आपमें राष्ट्रीय स्वाभिमान की भावना है जो आपको प्रेरित करती है। इसी भावना ने चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह व खुदीराम बोस को देश की आजादी के लिए लड़ने को प्रेरित किया था।’
इससे पहले बृहस्पतिवार रात गृहमंत्री ने सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों के साथ अन्तराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा की स्थिति पर विचार विमर्श किया। इसके बाद सीमा सुरक्षा बल परिसर में जवान आवास व रसोईघर का भ्रमण किया और वहां मौजूद जवानों से बातचीत की। सीमा सुरक्षा बल के परिसर में रह रहे सीमा प्रहरियों के आवास परिसर का भी भ्रमण किया तथा सभी सीमा प्रहरियों के परिवारजनों तथा उनके बच्चों से बातचीत की व कुशलक्षेम पूछी। गृहमंत्री रात को सेक्टर मुख्यालय बीकानेर में आयोजित बड़े खाने में शामिल हुए।