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दिल्ली की रजामंदी के बाद भी मंत्रियों के विभागों के बंटवारे में फंसा पेच
अमर उजाला नेटवर्क, शिमला
Published by: अरविन्द ठाकुर
Updated Fri, 31 Jul 2020 10:53 PM IST
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फाइल फोटो
- फोटो : अमर उजाला
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तीन मंत्रियों की ताजपोशी के अब विभागों का बंटवारा अबूझ पहेली बनने लगा है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्रीय नेतृत्व से पोर्टफोलियो को लेकर सुझाव मांगा था, जिसपर केंद्रीय नेतृत्व ने अधिकतर मंत्रियों के विभागों को बदलने की मंजूरी दे दी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने सूची बनाना शुरू किया, लेकिन मंत्रियों को इसकी सूचना लग गई। इसके बाद एक-एक कर मंत्रियों ने पहले मुख्यमंत्री और फिर दिल्ली दरबार से संपर्क साधना शुरू कर दिया है।
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इसकी वजह से मंत्रियों के विभागों के बंटवारे में पेच फंस गया है। उधर, शुक्रवार को देर रात तक राजभवन भी सूची आने का इंतजार करता रहा, क्योंकि राज्यपाल की मंजूरी के बाद ही आधिकारिक रूप से मंत्रियों को विभागों का बंटवारा होता है। सुखराम चौधरी, राकेश पठानिया और राजेंद्र गर्ग के मंत्री पद की शपथ लेने के चौबीस घंटे से ज्यादा समय बीतने के बाद भी अब तक विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है।
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आमतौर पर मंत्री बनने के साथ ही उनके विभाग तय कर दिए जाते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अधिकतर मंत्रियों के विभाग बदलना चाहते थे। बताया जा रहा है कि नड्डा के करीबी मंत्रियों के लिए जो विभाग प्रस्तावित किए गए हैं उसकी वजह से मंत्री सरवीण चौधरी से लेकर गोविंद ठाकुर, डॉ. राजीव सैजल, सुरेश भारद्वाज, वीरेंद्र कंवर और बिक्रम सिंंह तक के विभागों में बदलाव हो सकता है।
मुख्यमंत्री के पास मौजूद स्वास्थ्य, ऊर्जा, आबकारी एवं कराधान और खाद्य आपूर्ति जैसे महकमों को भी किसी दूसरे को दिया जा सकता है। चूंकि सरकार गठन से अब के हालात में बहुत अंतर है। सरकार के ढाई साल पूरे हो चुके हैं और दो साल बाद अगले विधानसभा का चुनावी बिगुल बज जाएगा। ऐसे में अब 2022 के लक्ष्य को देखते हुए विभागों को बांटने के लिए मंथन किया जा रहा है। फिलहाल सरकार में बैठे मंत्रियों से लेकर अफसरशाही तक दिल्ली की ओर नजरें लगाए हुए हैं।
बिना विभागों के नए मंत्रियों ने संभाला कामकाज
प्रदेश मंत्रिमंडल में शामिल तीन नए मंत्रियों सुखराम चौधरी, राकेश पठानिया और राजिंद्र गर्ग ने प्रदेश सचिवालय में बिना विभागों के औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण कर लिया है। सुखराम चौधरी अपना पदभार संभालने के बाद शुक्रवार सुबह पांवटा साहिब रवाना हो गए। राकेश पठानिया और राजिंद्र गर्ग दोपहर बाद सचिवालय आए। विधायक दल की बैठक के कारण नए मंत्री और कुछ विधायक होटल पीटरहॉफ ठहरे थे। इस बीच नए मंत्रियों को शीघ्र सरकारी आवास उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं।