Himachal: हिमाचल में भारी बारिश से 12 मकान और 10 गोशालाएं क्षतिग्रस्त, बद्दी में तेज बहाव में बहा ट्रैक्टर
प्रदेश में शनिवार को बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश से 12 मकान, 10 गोशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं। 29 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही।

विस्तार
हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को भारी बारिश से 12 मकान, 10 गोशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं। 29 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। जिला सोलन के बद्दी की बालद खड्ड में शुक्रवार शाम करीब 6:30 बजे कबाड़ से लदी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली फंस गई। पानी का बहाव तेज होने से ट्रैक्टर में सवार तीनों लोग करीब 20 मिनट पानी में खड़े रहे। ट्रैक्टर और ट्रॉली पलटने के बाद तीनों पानी में गिर गए और तैरकर अपनी जान बचाई, जबकि ट्रैक्टर ट्रॉली समेत बह गया। कालका-शिमला एनएच-5 पर मनसार और जाबली के समीप पहाड़ी दरकने से वाहनों की आवाजाही वनवे करनी पड़ी। ऑरेंज अलर्ट के बीच वीरवार देर रात से शुक्रवार शाम तक शिमला, कांगड़ा, चंबा और नाहन में झमाझम बादल बरसे।

सुरला पावर हाउस को जाने वाले पानी के चैनल में भारी भूस्खलन होने से चंबा जिले की पांगी घाटी में 24 घंटे बिजली गुल रही। बिजली बोर्ड प्रबंधन ने साच स्थित पावर हाउस से शुक्रवार शाम को बिजली की सप्लाई सुचारु करवाई। जिला चंबा के डुग्गी नाला में पुली बहने से फंसे सात लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। लाहौल स्पीति से मणिमहेश यात्रा पर आए लाहौल-स्पीति के चार और कुगति के तीन भेड़पालक डुग्गी नाला में बढ़े जलस्तर से बही पुली के कारण फंस गए थे। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची अटल बिहारी पर्वतारोहण उपकेंद्र भरमौर से रेस्क्यू टीम ने नाले के दूसरे किनारे फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल कर वीरवार देर रात भरमौर पहुंचाया।
बारिश और भूस्खलन के चलते नाहन-कुमारहट्टी नेशनल हाईवे 907 करीब 12 घंटे बंद रहा। नैनाटिक्कर के सादनाघाट में वीरवार शाम करीब 8:00 बजे चट्टानें और मलबा आने से एनएच बंद हो गया था। इसे शुक्रवार सुबह 8:00 बजे खोला गया। संगड़ाह में किंकरी देवी पार्क का डंगा ढहने से संगड़ाह-लुधियाना सड़क बंद है। जिला कांगड़ा में मलां-चामुंडा राजमार्ग पर डाढ़ में सड़क पर पेड़ गिरने से तीन घंटे जाम लगा रहा। शुक्रवार शाम तक कुल्लू जिले में 20, चंबा में तीन, मंडी में दो और बिलासपुर-कांगड़ा-सोलन में एक-एक सड़क पर आवाजाही ठप रही। मंडी में 15 और कुल्लू-चंबा में एक-एक बिजली ट्रांसफार्मर बंद रहे। चंबा में चार पेयजल योजनाएं भी प्रभावित रहीं।
हिमाचल में शनिवार को बारिश का येलो अलर्ट
प्रदेश में शनिवार को बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना जताई है। दो अगस्त तक के लिए बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
क्षेत्र बारिश (मिलीमीटर में)
पालमपुर 72
धर्मशाला 63
नालागढ़ 54
संगड़ाह 52
कांगड़ा 45
शिमला 44
डलहौजी 27
नाहन 20
मनसार और जाबली में दरकी पहाड़ी, एनएच पर रेंगते रहे वाहन

कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 मनसार और जाबली के समीप बारिश में पहाड़ी दरक गई। पहाड़ी से भारी मात्रा में पत्थर और मलबा आने से वाहनों की आवाजाही वनवे हो गई। पहाड़ी से लगातार मलबा आने से बीच-बीच में ट्रैफिक रोकना भी पड़ा है। इसके चलते वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सूचना मिलते ही पुलिस और फोरलेन की टीम मौके पर पहुंची। पहाड़ी से भूस्खलन के कारण देर रात तक रेंग-रेंग कर वाहनों की आवाजाही हुई। शुक्रवार को शाम करीब पांच बजे मूसलाधार बारिश क्षेत्र में होनी शुरू हुई। इसके बाद सलोगड़ा में सड़क पर पड़ा मलबा हाईवे के नीचे बजे आधा दर्जन घरों की ओर चला गया। भारी मात्रा में मलबा आने के कारण लोगों को काफी परेशानी हुई। वहीं सड़क पर दलदल बनने से एक ऑटो भी पलट गया। इस ऑटो में कोई व्यक्ति सवार नहीं था। वहीं दत्यार, चक्कीमोड, रेलओवर ब्रिज, सनवारा, धर्मपुर और बड़ोग बाईपास में भी पहाड़ी से पत्थर गिरे हैं। देर शाम करीब 7:45 पर सोलन से आठ किलोमीटर दूर मनसार में पहाड़ी से मलबा गिरा।
सलोगड़ा में छह घरों में घुसा फोरलेन का मलबा, परवाणू से सोलन तक गिरे पत्थर
सलोगड़ा में छह घरों की ओर फोरलेन का मलबा चला गया। परवाणू से सोलन से बीच भी कई जगह पहाड़ी से पत्थर गिरे। गनीमत यह रही कि पहाड़ी से पत्थर गिरने के समय कोई भी वाहन सड़क पर नहीं गुजर रहा था। मूसलाधार बारिश में वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई है। नेशनल हाईवे पर बारिश में फोरलेन निर्माता कंपनी की टीम सड़क को सुचारु करने में जुटी रही। भारी बारिश में कई जगहों पर पत्थर साफ करने के बाद भी गिरते रहे। हाईवे पर पत्थरों के गिरने के बाद जिला सोलन पुलिस ने भी लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से सूचना दी। साथ ही वाहन चालकों से सुरक्षित ड्राइव करने का आग्रह किया। प्रोजेक्ट मैनेजर ई. बलविंद्र सिंह ने बताया कि बारिश में परवाणू से सोलन के बीच कई जगहों पर गिरे थे। टीम ने बारिश में सड़क से पत्थर हटाने का कार्य किया है। टीम को अलर्ट किया गया है। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वर्मा ने बताया कि मनसार के समीप देर शाम मलबा और पत्थर गिरने की सूचना मिली जिसके बाद टीम मौके पर गई। लोगों को सूचना देने के लिए सोशल मीडिया पर पत्थर और मलबा गिरने के बारे में बताया था। परवाणू से कंडाघाट तक टीम को बारिश में अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।