हिमाचल के कुल्लू में बड़ा हादसा: गहरी खाई में लुढ़की जेसीबी मशीन, चार की मौत, तीन घायल
उपमंडल बंजार की पंचायत मोहनी में गांव ग्राहों के पास एक जेसीबी मशीन लगभग 300 फीट गहरी खाई में जा गिरी। हादसे के समय जेसीबी पर चालक समेत सात मजदूर सवार थे। सभी मजदूर बर्फबारी से बंद हुई ग्रांहों सड़क को बहाल करने में जुटे थे।

विस्तार
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के बंजार में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है और तीन घायल हो गए हैं। जानकारी के अनुसार जिले के उपमंडल बंजार के ग्राहों में सड़क से बर्फ हटा रही जेसीबी मशीन के सड़क से 200 मीटर नीचे खाई में गिरने से लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) के चार कर्मचारियों की मौत हो गई। मृतकों में एक महिला और जेसीबी ऑपरेटर भी शामिल है, जबकि तीन घायल हो गए हैं। घायलों को बंजार सिविल अस्पताल से उपचार देने के बाद क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू रेफर किया है। घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि ऑपरेटर लोनिवि बंजार के छह कर्मचारियों को जेसीबी में ही बैठाकर मंगलवार दोपहर को पंचायत मोहनी के ग्राहों गांव में सड़क से बर्फ हटा रहा था।

कर्मचारी जेसीबी में नहीं बैठे होते तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता। जेसीबी ऑपरेटर ने दो बार सड़क से बर्फ पहाड़ी से नीचे फेंकी। तीसरी बार फेंकते समय जेसीबी खिसककर अचानक पहाड़ी से नीचे लुढ़क गई। इसकी सूचना ग्रामीण देवेंद्र सिंह ने बंजार पुलिस को दी। पुलिस अधीक्षक कुल्लू गुरदेव शर्मा ने बताया कि पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया। पहाड़ी में फंसे मृतक व घायल रस्सी से निकालकर नाले तक पहुंचाए। यहां से स्ट्रेचर की मदद से सड़क तक लाए गए। पुलिस ने धारा 279 के तहत लापरवाही का मामला दर्ज किया है।
घायलों और मृतकों की सूची
हादसे में पैनू राम (51) निवासी मसलेहड़, चमन लाल और तारा चंद निवासी शिल्ह बंजार जिला कुल्लू घायल हुए हैं। मृतकों में प्यार दासी (55) पत्नी स्वर्गीय वेलू राम निवासी फागुधार, डाबे राम (55) निवासी घाट, भीम सिंह (57) निवासी तांदी व जेसीबी ऑपरेटर होम राज पुत्र वीणे राम शामिल है।
मनाली में दिल्ली की युवती की मौत
उधर, मनाली अस्पताल में दिल्ली की एक युवती की तबीयत बिगड़ने की मौत हो गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार दिल्ली की रहने वाली कृतिका भारद्वाज (33) एक अमेरिकन कंपनी में काम करती थी। सोमवार को अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसने अपनी एक सहेली को वीडियो कॉल पर बताया कि वह बीमार है और अस्पताल जाना है। युवती वशिष्ठ में किसी होटल में रही थी। उनकी स्थानीय दोस्त वहां पहुंची और उसे उपचार के लिए मनाली अस्पताल लाया गया। अस्पताल में चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि युवती की मौत हृदयगति रुकने से हुई है। इस बारे में मनाली पुलिस ने युवती के भाई और पिता को फोन के माध्यम से सूचना दे दी है। पुलिस अब परिजनों के आने का इंतजार कर रही है। शव को मनाली शव गृह में रखा गया है। परिजनों के आने पर पोस्टमार्टम के बाद शव उन्हें सौंपा जाएगा। एसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा ने कहा कि युवती की मौत कैसे हुई पुलिस सभी बिंदुओं के आधार पर जांच कर रही है।
घंटों तक खाई में फंसे रहे मृतकों के शव
उपमंडल बंजार के ग्राहों सड़क हादसे में 200 मीटर गहरी खाई में मृतक जेसीबी ऑपरेटर और कामगारों के शव घंटों तक फंसे रहे। इन्हें ग्रामीणों और पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद नाले तक पहुंचाया। अपने पेट में रस्सी बांधकर पुलिस जवान खाई में उतरे और शवों को रस्सी से बांधकर नाले में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। यहां से शव स्ट्रेचर पर सड़क तक पहुंचाए गए। यह अभियान घंटों तक चला। हादसे को मोहनी के देवेंद्र सिंह ने अपनी आंखों से देखा। देवेंद्र ने हादसे की जानकारी पुलिस और लोगों को दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच चुके थे। पहले घायलों को खाई से निकाला गया। इसके बाद पुलिस के साथ अभियान को अंजाम दिया। अगर देवेंद्र ग्रामीणों और पुलिस को समय पर घटना की जानकारी नहीं देते तो समय पर उपचार न मिलने से अन्य घायलों की मौत भी हो सकती थी।
पहाड़ी में नहीं फंसते तो बच सकती थी जान
हादसे में जो कामगार घायल हुए हैं, वे सड़क से कुछ मीटर नीचे जेसीबी से गिर गए थे। इस कारण उनकी जान बच गई है। जो कामगार मशीन के भीतर थे, वह जेसीबी के नीचे चले गए और एक पहाड़ी के बीच फंस रहे। इससे उनकी मौत हो गई। हादसे में मृतक सभी कामगारों की उम्र 50 साल से ऊपर है। हादसे की सूचना के बाद मृतकों के परिवार रोते-बिलखते रहे हैं। गांव में शोक की लहर दौड़ गई।