सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Himachal Pradesh ›   Scheme: Juice and jelly will be made from C grade apples private company will process 20,000 metric tons.

योजना: सी ग्रेड सेब से बनेगा जूस और जैली, निजी कंपनी करेगी 20 हजार मीट्रिक टन की प्रोसेसिंग

अमर उजाला ब्यूरो, शिमला। Published by: Krishan Singh Updated Thu, 27 Nov 2025 11:42 AM IST
सार

प्रदेश में अगले साल सेब सीजन के दौरान 20 हजार मीट्रिक टन सी ग्रेड सेब की प्रोसेसिंग निजी कंपनी करेगी।

विज्ञापन
Scheme: Juice and jelly will be made from C grade apples private company will process 20,000 metric tons.
हिमाचली सेब । - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

हिमाचल प्रदेश में अगले साल सेब सीजन के दौरान 20 हजार मीट्रिक टन सी ग्रेड सेब की प्रोसेसिंग निजी कंपनी करेगी। बागवानी विभाग, उद्योग विभाग और निजी कंपनियों की भागीदारी से योजना सिरे चढ़ेगी। सी ग्रेड सेब की प्रोसेसिंग के बाद जूस, जैम, जैली, स्क्वैश बनाया जाएगा। इससे प्रदेश के बागवानों को दोहरा लाभ होगा। प्रोसेसिंग के लिए सी ग्रेड सेब की खरीद से पेमेंट समय पर मिलेगी और सी ग्रेड सेब मार्केट में न जाने से बढि़या सेब को अच्छे दाम मिलेंगे।
Trending Videos



 

बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने हिमाचल प्रदेश स्टोन फ्रूट एसोसिएशन और संयुक्त किसान मंच के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद अगले सीजन से यह व्यवस्था लागू करने के लिए एचपीएमसी के अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। स्टोन फ्रूट एसोसिएशन के संस्थापक एवं अध्यक्ष दीपक सिंघा ने बताया कि 2019 में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने ऊना में क्रीमिका फूड पार्क स्थापित किया था। इस फूड पार्क में सेब की प्रोसेसिंग के लिए 24 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं। अगले सेब सीजन में यहां 20 मीट्रिक टन सेब की प्रोसेसिंग होगी।

विज्ञापन
विज्ञापन

बागवानी मंत्री ने इसे लेकर एचपीएमसी के महाप्रबंधन को भी निर्देश जारी कर दिए हैं। जल्द ही इस मामले को लेकर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान से भी मुलाकात की जाएगी। संयुक्त किसान मंच के संयोजक हरीश चौहान ने बताया कि केंद्र सरकार ने एमआईएस याेजना के लिए बजट का प्रावधान बंद कर दिया है ऐसे में निजी कंपनियों के सहयोग से सेब की प्रोसेसिंग करके ही बागवानों को राहत दी जा सकती है। प्रदेश सरकार से माइक्रो प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने के लिए बागवानों को अनुदान उपलब्ध करवाने का भी मामला उठाया गया है।

स्टोन फ्रूट की प्रोसेसिंग कर प्रीमियम उत्पाद बनाने की मांग
स्टोन फ्रूट एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक सिंघा ने बताया कि प्रदेश सरकार से स्टोन फ्रूट की प्रोसेसिंग कर प्रीमियम उत्पाद तैयार करने की भी मांग उठाई गई है। मई से जून तक एचपीएमसी के प्रोसेसिंग प्लांट में स्टोन फ्रूट के उत्पाद बनाए जा सकते हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed