{"_id":"692461248ae5a305170fe4c1","slug":"vivah-panchami-2025-astro-remedies-to-remove-marriage-obstacles-2025-11-24","type":"story","status":"publish","title_hn":"Vivah Panchami 2025: विवाह पंचमी आज, ये सात पवित्र उपाय दूर करेंगे वैवाहिक बाधाएं और दिलाएंगे सौभाग्य","category":{"title":"Festivals","title_hn":"त्योहार","slug":"festivals"}}
Vivah Panchami 2025: विवाह पंचमी आज, ये सात पवित्र उपाय दूर करेंगे वैवाहिक बाधाएं और दिलाएंगे सौभाग्य
ज्योतिष डेस्क, अमर उजाला
Published by: विनोद शुक्ला
Updated Tue, 25 Nov 2025 07:08 AM IST
सार
विवाह पंचमी पर घर के मंदिर में भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह स्वरूप की तस्वीर स्थापित करें। चावल, रोली, हल्दी, पुष्प और सुगंधित धूप से पूजा-अर्चना करें।
विज्ञापन
विवाह पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं
- फोटो : Amar Ujala
विज्ञापन
विस्तार
विवाह पंचमी मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीराम और माता सीता का दिव्य विवाह संपन्न हुआ था। यह दिन दांपत्य प्रेम, मर्यादा, सौहार्द और परिवारिक सद्भाव का प्रतीक माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस तिथि पर किए गए शुभ कर्म दांपत्य जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करते हैं और घर में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
1. सीताराम के विवाह रूप का पूजन करें
विवाह पंचमी पर घर के मंदिर में भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह स्वरूप की तस्वीर स्थापित करें। चावल, रोली, हल्दी, पुष्प और सुगंधित धूप से पूजा-अर्चना करें। यह उपाय दांपत्य जीवन में प्रेम, सम्मान और सौहार्द बढ़ाता है तथा कलह को शांत करता है।
2. कन्याओं को भोजन और दक्षिणा दें
धार्मिक मान्यता है कि विवाह पंचमी पर कन्याभोजन करने से माता सीता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। दो, पाँच या सात कन्याओं को भोजन कराएं और यथाशक्ति दक्षिणा दें। यह उपाय घर में अन्न-धन की वृद्धि करता है और विवाह में स्थिरता व सौभाग्य को बढ़ाता है।
विवाह पंचमी के दिन दंपति यदि साथ बैठकर रामचरितमानस के बालकांड में वर्णित ‘विवाह प्रसंग’ का पाठ करें तो वैवाहिक संबंधों की मधुरता बढ़ती है। इससे मन-मुटाव दूर होता है और दांपत्य जीवन में परस्पर विश्वास और समझ मजबूत होती है।
4. घर के मंदिर में हल्दी की गांठ रखें
हल्दी को सौभाग्य और वैवाहिक सुख का प्रतीक माना गया है। इस दिन पीले कपड़े में हल्दी की सात गांठें बांधकर मंदिर में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। यह उपाय दंपति के बीच सामंजस्य और सौहार्द बढ़ाने वाला माना जाता है।
5. दंपति मिलकर दीपदान करें
विवाह पंचमी की शाम दंपति मिलकर घर के मंदिर या तुलसी चौरे पर घी का दीपक जलाएं। माना जाता है कि संयुक्त रूप से किया गया दीपदान वैवाहिक जीवन से अंधकार, भ्रम और तनाव को दूर करता है। यह उपाय प्रेम, सौभाग्य और पारिवारिक समृद्धि को बढ़ाता है।
6. जरूरतमंद दंपति की सहायता करें
धार्मिक मान्यता है कि विवाह पंचमी पर किसी जरूरतमंद दंपति को वस्त्र, भोजन या विवाह-संबंधी सामग्री दान करने से ‘सीताराम विवाह दान’ का पुण्य मिलता है। इससे वैवाहिक जीवन में आ रही बाधाएँ दूर होती हैं और परिवार में खुशहाली आती है।
7. पीले रंग का दान करें
पीला रंग सौभाग्य, शांति और समृद्धि का प्रतीक है। विवाह पंचमी पर ब्राह्मण या जरूरतमंद को पीले चावल, हल्दी, चना दाल या पीले वस्त्र दान करने से लक्ष्मी कृपा बढ़ती है। घर में बरकत और सकारात्मकता बनी रहती है।
Trending Videos
1. सीताराम के विवाह रूप का पूजन करें
विवाह पंचमी पर घर के मंदिर में भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह स्वरूप की तस्वीर स्थापित करें। चावल, रोली, हल्दी, पुष्प और सुगंधित धूप से पूजा-अर्चना करें। यह उपाय दांपत्य जीवन में प्रेम, सम्मान और सौहार्द बढ़ाता है तथा कलह को शांत करता है।
विज्ञापन
विज्ञापन
2. कन्याओं को भोजन और दक्षिणा दें
धार्मिक मान्यता है कि विवाह पंचमी पर कन्याभोजन करने से माता सीता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। दो, पाँच या सात कन्याओं को भोजन कराएं और यथाशक्ति दक्षिणा दें। यह उपाय घर में अन्न-धन की वृद्धि करता है और विवाह में स्थिरता व सौभाग्य को बढ़ाता है।
Bhagavad Gita: हर उम्र के व्यक्ति को माननी चाहिए गीता में लिखी ये 5 महत्वपूर्ण बातें
3. दंपति मिलकर विवाह प्रसंग का पाठ करेंविवाह पंचमी के दिन दंपति यदि साथ बैठकर रामचरितमानस के बालकांड में वर्णित ‘विवाह प्रसंग’ का पाठ करें तो वैवाहिक संबंधों की मधुरता बढ़ती है। इससे मन-मुटाव दूर होता है और दांपत्य जीवन में परस्पर विश्वास और समझ मजबूत होती है।
4. घर के मंदिर में हल्दी की गांठ रखें
हल्दी को सौभाग्य और वैवाहिक सुख का प्रतीक माना गया है। इस दिन पीले कपड़े में हल्दी की सात गांठें बांधकर मंदिर में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। यह उपाय दंपति के बीच सामंजस्य और सौहार्द बढ़ाने वाला माना जाता है।
Ram Mandir Dhwajarohan: विवाह पंचमी पर राम मंदिर की ध्वज स्थापना, जानें क्यों दिया गया कोविदार वृक्ष का चिन्ह
5. दंपति मिलकर दीपदान करें
विवाह पंचमी की शाम दंपति मिलकर घर के मंदिर या तुलसी चौरे पर घी का दीपक जलाएं। माना जाता है कि संयुक्त रूप से किया गया दीपदान वैवाहिक जीवन से अंधकार, भ्रम और तनाव को दूर करता है। यह उपाय प्रेम, सौभाग्य और पारिवारिक समृद्धि को बढ़ाता है।
6. जरूरतमंद दंपति की सहायता करें
धार्मिक मान्यता है कि विवाह पंचमी पर किसी जरूरतमंद दंपति को वस्त्र, भोजन या विवाह-संबंधी सामग्री दान करने से ‘सीताराम विवाह दान’ का पुण्य मिलता है। इससे वैवाहिक जीवन में आ रही बाधाएँ दूर होती हैं और परिवार में खुशहाली आती है।
7. पीले रंग का दान करें
पीला रंग सौभाग्य, शांति और समृद्धि का प्रतीक है। विवाह पंचमी पर ब्राह्मण या जरूरतमंद को पीले चावल, हल्दी, चना दाल या पीले वस्त्र दान करने से लक्ष्मी कृपा बढ़ती है। घर में बरकत और सकारात्मकता बनी रहती है।

कमेंट
कमेंट X