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Durand Cup: कोकराझार पहुंची 134वें डूरंड कप की ट्रॉफियां, पूरे क्षेत्र में फुटबॉल का जश्न, खेले जाएंगे सात मैच
एन. अर्जुन, कोकराझार
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Wed, 16 Jul 2025 02:10 PM IST
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सार
इस अवसर पर श्रीमती नंदिता गोर्लोसा ने कहा, डूरंड कप के असम और कोकराझार -‘द सिटी ऑफ पीस’ में आने से, बोडोलैंड के कई खिलाड़ियों को अनुभव मिलेगा और आने वाले वर्षों में उनके खेल में सुधार होगा।

डुरंड कप
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
असम के कोकराझार स्थित बोडोफा सांस्कृतिक परिसर में 134वें इंडियन ऑयल डूरंड कप की तीन ट्रॉफियों का अनावरण किया गया। यह कार्यक्रम बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) के पांच जिलों में दो दिवसीय ट्रॉफी यात्रा के बाद हुआ। पूरे क्षेत्र में फुटबॉल प्रेमियों में उत्साह का माहौल देखा गया। इस भव्य समारोह में असम सरकार की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती नंदिता गोर्लोसा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहीं। इस अवसर पर सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे, जिनमें मेजर जनरल राजेश अरुण मोघे, वीएसएम, उपाध्यक्ष, डूरंड कप आयोजन समिति (डीसीओसी ) और मेजर जनरल हरतेज सिंह बजाज, वीएसएम, सीओएस, गजराज कोर, समेत अन्य गणमान्य लोग शामिल थे। क्षेत्र के प्रसिद्ध फुटबॉलर दुर्गा बोरो भी मौजूद रहे, जिन्होंने चर्चिल ब्रदर्स और नॉर्थईस्ट यूनाइटेड जैसे क्लबों के लिए खेला, जो दोनों ही डूरंड कप विजेता रह चुके हैं।
और निखरेगा असम और कोकोराझार का फुटबॉलः गोर्लोस
इस अवसर पर श्रीमती नंदिता गोर्लोसा ने कहा, डूरंड कप के असम और कोकराझार -‘द सिटी ऑफ पीस’ में आने से, बोडोलैंड के कई खिलाड़ियों को अनुभव मिलेगा और आने वाले वर्षों में उनके खेल में सुधार होगा। असम की दो टीमें इस बार डूरंड कप में खेल रही हैं और मैं उम्मीद करती हूं कि भविष्य में असम की और टीमें इस टूर्नामेंट में भाग लेंगी। सरकार ने खेल को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं और बोडोलैंड में फुटबॉल के प्रति लोगों का प्यार बहुत बड़ा है। डूरंड कप इस प्रेम को और बढ़ाएगा।
यहां के लोगों के दिल में बस गई है फुटबॉलः मोघे
मेजर जनरल राजेश अरुण मोघे ने कहा, कोकराझार लगातार तीसरे साल डूरंड कप की मेजबानी कर रहा है, यह इस क्षेत्र के उत्साह, आतिथ्य और फुटबॉल के प्रति जुनून का प्रमाण है। असम सरकार और बीटीसी (बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल) के प्रयासों ने स्टेडियम को दर्शकों से भर दिया, जिससे यह साबित होता है कि फुटबॉल ने यहां के लोगों के दिल में जगह बना ली है।
13 को पहुंचीं थी ट्रॉफियां
डूरंड कप की तीन प्रतिष्ठित ट्रॉफियां — डूरंड कप (मूल ट्रॉफी), शिमला ट्रॉफी (1904 में शिमला के निवासियों द्वारा दी गई) और राष्ट्रपति कप (विजेताओं के स्थायी स्वामित्व के लिए) 13 जुलाई को कोकराझार पहुंचीं। इसके बाद ट्रॉफी यात्रा तामुलपुर हाई स्कूल, भेरगांव हाई स्कूल, 14 जुलाई को मुशलपुर हाई स्कूल और बिजिन जिला खेल संघ मैदान तक हुई, जहां हजारों फुटबॉल प्रेमी युवा जुटे। कार्यक्रम के दौरान 134वें इंडियनऑयल डूरंड कप का प्रेरणादायक प्रोमोशनल वीडियो भी दिखाया गया, जिसके बाद स्थानीय कलाकारों और सेना के जवानों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। एक विशेष बोडोलैंड फुटबॉल रैप ने युवा दर्शकों में जबरदस्त उत्साह पैदा किया। धन्यवाद ज्ञापन मेजर जनरल रोहिन बावा, वीएसएम, जीओसी, रेड हॉर्न्स डिविजन ने किया।
कोकोराझार में खेले जाएंगे सात मैच
कोकराझार में कुल सात मैच खेले जाएंगे, जिसमें एक क्वार्टरफाइनल शामिल है। पहला मैच 27 जुलाई को आयोजित होगा। एसएआई स्टेडियम में स्थानीय टीम बोडोलैंड एफसी, असम की कार्बी आंगलोंग मॉर्निंग स्टार एफसी, इंडियन सुपर लीग की पंजाब एफसी और इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस फोर्स एफटी जैसी टीमें खेलेंगी।

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और निखरेगा असम और कोकोराझार का फुटबॉलः गोर्लोस
इस अवसर पर श्रीमती नंदिता गोर्लोसा ने कहा, डूरंड कप के असम और कोकराझार -‘द सिटी ऑफ पीस’ में आने से, बोडोलैंड के कई खिलाड़ियों को अनुभव मिलेगा और आने वाले वर्षों में उनके खेल में सुधार होगा। असम की दो टीमें इस बार डूरंड कप में खेल रही हैं और मैं उम्मीद करती हूं कि भविष्य में असम की और टीमें इस टूर्नामेंट में भाग लेंगी। सरकार ने खेल को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं और बोडोलैंड में फुटबॉल के प्रति लोगों का प्यार बहुत बड़ा है। डूरंड कप इस प्रेम को और बढ़ाएगा।
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यहां के लोगों के दिल में बस गई है फुटबॉलः मोघे
मेजर जनरल राजेश अरुण मोघे ने कहा, कोकराझार लगातार तीसरे साल डूरंड कप की मेजबानी कर रहा है, यह इस क्षेत्र के उत्साह, आतिथ्य और फुटबॉल के प्रति जुनून का प्रमाण है। असम सरकार और बीटीसी (बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल) के प्रयासों ने स्टेडियम को दर्शकों से भर दिया, जिससे यह साबित होता है कि फुटबॉल ने यहां के लोगों के दिल में जगह बना ली है।
13 को पहुंचीं थी ट्रॉफियां
डूरंड कप की तीन प्रतिष्ठित ट्रॉफियां — डूरंड कप (मूल ट्रॉफी), शिमला ट्रॉफी (1904 में शिमला के निवासियों द्वारा दी गई) और राष्ट्रपति कप (विजेताओं के स्थायी स्वामित्व के लिए) 13 जुलाई को कोकराझार पहुंचीं। इसके बाद ट्रॉफी यात्रा तामुलपुर हाई स्कूल, भेरगांव हाई स्कूल, 14 जुलाई को मुशलपुर हाई स्कूल और बिजिन जिला खेल संघ मैदान तक हुई, जहां हजारों फुटबॉल प्रेमी युवा जुटे। कार्यक्रम के दौरान 134वें इंडियनऑयल डूरंड कप का प्रेरणादायक प्रोमोशनल वीडियो भी दिखाया गया, जिसके बाद स्थानीय कलाकारों और सेना के जवानों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। एक विशेष बोडोलैंड फुटबॉल रैप ने युवा दर्शकों में जबरदस्त उत्साह पैदा किया। धन्यवाद ज्ञापन मेजर जनरल रोहिन बावा, वीएसएम, जीओसी, रेड हॉर्न्स डिविजन ने किया।
कोकोराझार में खेले जाएंगे सात मैच
कोकराझार में कुल सात मैच खेले जाएंगे, जिसमें एक क्वार्टरफाइनल शामिल है। पहला मैच 27 जुलाई को आयोजित होगा। एसएआई स्टेडियम में स्थानीय टीम बोडोलैंड एफसी, असम की कार्बी आंगलोंग मॉर्निंग स्टार एफसी, इंडियन सुपर लीग की पंजाब एफसी और इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस फोर्स एफटी जैसी टीमें खेलेंगी।