सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Sports ›   Other Sports ›   Indian Archer team coach Jeevanjot's son won gold medal for Canada in PAN American Youth championship

Archery: भारतीय टीम के कोच जीवनजोत के बेटे का शानदार प्रदर्शन, कनाडा के लिए जीता स्वर्ण पदक

हेमंत रस्तोगी, अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली Published by: शोभित चतुर्वेदी Updated Tue, 14 May 2024 12:10 PM IST
विज्ञापन
सार

जीवनजोत वही तीरंदाजी कोच हैं, जिन्होंने उपेक्षाओं से दुखी होकर भारत छोड़ दिया था। अंतिम क्षणों में द्रोणाचार्य अवॉर्ड से नाम काटे जाने के चलते वह पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला की नौकरी छोड़ परिवार समेत कनाडा में चले गए थे।
 

Indian Archer team coach Jeevanjot's son won gold medal for Canada in PAN American Youth championship
हरकुंवर सिंह तेजा - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

भारतीय कंपाउंड तीरंदाजी टीम के कोच जीवनजोत सिंह तेजा के पुत्र हरकुंवर सिंह तेजा ने कनाडा के लिए पैन अमेरिकन यूथ तीरंदाजी चैंपियनशिप में विश्व कीर्तिमान के साथ स्वर्ण पदक जीता है। जीवनजोत वही तीरंदाजी कोच हैं, जिन्होंने उपेक्षाओं से दुखी होकर भारत छोड़ दिया था। अंतिम क्षणों में द्रोणाचार्य अवॉर्ड से नाम काटे जाने के चलते वह पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला की नौकरी छोड़ परिवार समेत कनाडा में चले गए थे।
loader
Trending Videos

2020 में बेटे को सिखाना शुरू की तीरंदाजी
जीवनजोत के मुताबिक उन्होंने प्रण लिया था कि जो सम्मान उन्हें नहीं मिला वह अपने बेटे के जरिए हासिल करेंगे। उन्होंने कनाडा में ही 2020 में बेटे को तीरंदाजी सिखाना शुरू किया, लेकिन भारत का मोह वह नहीं छोड़ पा रहे थे। हांगझोऊ एशियाई खेलों में तीन स्वर्ण जीतने वाली ज्योति सुरेखा और अन्य शिष्यों के दबाव में वह द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए आवेदन करते रहे। उनके शिष्यों का प्यार रंग लाया और जिस द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए 2018 में उनका नाम चयनित होने के बावजूद काटा गया, 2022 में उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना गया। जीवनजोत ने इसके बाद भारत आने का फैसला लिया। वह इस वक्त भारतीय कंपाउंड तीरंदाजी टीम के कोच हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन

भारत में आकर तैयारी की
जीवनजोत के मुताबिक बेटा कनाडा में ही शिक्षा अर्जित कर रहा है, लेकिन तीरंदाजी सीखने के लिए उनके पास यहां आता है। पैन अमेरिकन चैंपियनशिप के लिए वह उनके पास यहां तीन माह रहकर गया। यहां उन्होंने उसे तैयारी कराई, जिसका नतीजा यह निकला कि हरकुंवर ने अंडर-15 कंपाउंड ओपन वर्ग के मुकाबले में 720 में से 682 का स्कोर कर विश्व रिकॉर्ड बनाया। फाइनल में हरकुंवर ने कोलंबिया के अल्मारियो फ्लोरेस जुआन एस्तेबान को 145-140 से पराजित किया। जीवनजोत इसी माह कोरिया में होने जा रहे विश्वकप में भारतीय टीम के साथ बतौर कोच जा रहे हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all Sports news in Hindi related to live update of Sports News, live scores and more cricket news etc. Stay updated with us for all breaking news from Sports and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed