Wifi Password: अगर वर्षों तक नहीं बदलते हैं वाई-फाई का पासवर्ड, तो जान लें ये 10 चौंकाने वाली बातें
अगर आप अपना वाई-फाई पासवर्ड लंबे समय तक नहीं बदलते, तो आपका नेटवर्क हैक होने, डाटा चोरी होने और इंटरनेट स्पीड धीमी पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। पुराने पासवर्ड से अनजान लोग आपका वाई-फाई इस्तेमाल कर सकते हैं।
विस्तार
सोचिए, अगर आपका होम वाई-फाई कई वर्षों तक बिना बदले ऐसे ही चल रहा है। तो यह ऐसे है जैसे आपने अपने घर का दरवाजा खुला छोड़ दिया हो और कोई भी अंदर आ सकता हो। पड़ोसी आपका इंटरनेट इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे स्पीड धीमी हो जाती है। हैकर्स आपके नेटवर्क में घुसकर आपकी ईमेल, पर्सनल फाइल्स और यहां तक कि बैंकिंग डिटेल्स भी देख सकते हैं। वायरस आपके फोन, लैपटॉप या स्मार्ट टीवी तक फैल सकते हैं। और एक दिन पुलिस भी आपके दरवाजे पर आ सकती है क्योंकि किसी ने आपके वाई-फाई का गलत इस्तेमाल किया हो। इसलिए अपनी सुरक्षा के लिए समय-समय पर वाई-फाई पासवर्ड बदलना बहुत जरूरी है।
1. पासवर्ड नहीं बदलने से नेटवर्क आसानी से हैक हो सकता है
कई साल तक एक ही पासवर्ड रखने से आपका नेटवर्क कमजोर और अनुमान लगाने में आसान हो जाता है। हैकर्स पुराने पासवर्ड को ब्रूट-फोर्स टूल्स से सेकंडों में तोड़ सकते हैं। जिससे आपके डाटा और डिवाइस साइबर हमलों के खतरे में आ जाते हैं।
2. अनजान लोग आपका इंटरनेट इस्तेमाल कर सकते हैं
अगर पासवर्ड लंबे समय तक नहीं बदला गया है, तो पड़ोसी, गेस्ट या फिर पहले जुड़े हुए लोग आज भी आपके वाई-फाई का इस्तेमाल कर सकते हैं। वे चुपचाप आपका नेटवर्क इस्तेमाल करते रहेंगे और आपकी इंटरनेट स्पीड कम हो जाएगी।
3. इंटरनेट स्पीड हो जाती है धीमी
पुराने पासवर्ड के चलते नेटवर्क में अनधिकृत डिवाइस जुड़ जाते हैं। ज्यादा लोग और डिवाइस एक साथ डाटा इस्तेमाल करेंगे तो स्पीड कम होना तय है। इससे वीडियो बफरिंग, स्लो डाउनलोड और ब्राउजिंग में परेशानी होती है।
4. डाटा चोरी होने का खतरा बढ़ जाता है
कमजोर सुरक्षा वाले नेटवर्क में हैकर्स आपके ऑनलाइन काम पर नजर रख सकते हैं। वे आपके ब्राउजर पासवर्ड, पर्सनल फाइल्स या संवेदनशील लेनदेन की जानकारी चुरा सकते हैं। पासवर्ड जितना पुराना होगा, खतरा उतना ज्यादा बढ़ता जाएगा।
5. स्मार्ट डिवाइस हो जाते हैं असुरक्षित
CCTV कैमरा, स्मार्ट लॉक, स्पीकर, बल्ब जैसे स्मार्ट गैजेट्स वाई-फाई पर चलते हैं। नेटवर्क में घुसपैठ करने वाले इन डिवाइसों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। आपकी प्राइवेट फुटेज देख सकते हैं या सेटिंग बदल सकते हैं, जिससे आपकी घरेलू सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है।
6. पहचान चोरी (Identity Theft) का खतरा
अगर कोई साइबर अपराधी आपके नेटवर्क का इस्तेमाल गलत कामों के लिए करता है, तो उसका रिकॉर्ड आपके IP एड्रेस पर दिखेगा। इससे आप पर झूठे आरोप लग सकते हैं और आपकी पहचान या वित्तीय जानकारी चोरी होने का जोखिम भी बढ़ जाता है।
7. आपके डिवाइस में मैलवेयर फैल सकता है
कमजोर वाई-फाई नेटवर्क के जरिए हैकर्स मैलवेयर, रैंसमवेयर या स्पाइवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं। ये खतरे आपके डाटा को नुकसान पहुंचा सकते हैं, फाइल्स को करप्ट कर सकते हैं, या सिस्टम लॉक कर सकते हैं। जिन्हें ठीक करवाने में काफी खर्च हो सकता है।
8. राउटर की परफॉर्मेंस खराब होने लगती है
पुराने पासवर्ड रखने का मतलब है कि आपने राउटर की सुरक्षा सेटिंग्स भी अपडेट नहीं की होंगी। अनधिकृत डिवाइस जुड़ने से राउटर ओवरलोड हो सकता है, जिससे ओवरहीटिंग, डिसकनेक्शन और नेटवर्क अस्थिरता जैसी समस्याएं बढ़ती हैं। इससे राउटर की उम्र भी कम हो जाती है।
9. ऑनलाइन बैंकिंग हो जाती है असुरक्षित
अगर हैकर्स आपके नेटवर्क तक पहुंच जाते हैं, तो वे असुरक्षित ऑनलाइन लेनदेन को इंटरसेप्ट कर सकते हैं। इससे आपके बैंकिंग डिटेल्स, ओटीपी और कार्ड जानकारी चोरी होने का खतरा रहता है। पुराना और कमजोर पासवर्ड आपकी वित्तीय सुरक्षा को बड़ा जोखिम देता है।
10. हैकर्स आपके नेटवर्क सेटिंग्स तक पहुंच सकते हैं
एक बार हैकर वाई-फाई में घुस गया, तो वह राउटर डैशबोर्ड तक पहुंचकर आपका पासवर्ड बदल सकता है, सुरक्षा सेटिंग्स डाउनग्रेड कर सकता है या आपको ही नेटवर्क से बाहर कर सकता है। वे आपके ट्रैफिक को खतरनाक वेबसाइटों की ओर भी मोड़ सकते हैं।