Intel: भारत बनेगा चिप सुपरपावर! इंटेल के सीईओ लिप-बू टैन ने की पीएम मोदी से मुलाकात
भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को मजबूत बनाने के लिए इंटेल के सीईओ लिप-बू टैन ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस बैठक में इंटेल ने भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाने और उन्नत चिप तकनीक के विकास में सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई।
विस्तार
इंटेल के सीईओ लिप-बू टैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान इंटेल ने कहा कि वह भारत में अपनी मौजूदगी और बढ़ाएगा। यह कदम ऐसे समय में आया है जब दुनिया भर में देश अपनी चिप मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। बैठक में इंटेल ने भारत में एआई-पीसी तकनीक को तेजी से बढ़ाने पर जोर दिया। कंपनी चाहती है कि आने वाले वर्षों में भारत सिर्फ टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाला देश न रहे। बल्कि नई तकनीक बनाने और उत्पादन करने का एक बड़ा केंद्र बन जाए।
इंटेल-टाटा के समझौते से भारत में लोकल मैन्युफैक्चरिंग को मिलेगा बढ़ावा
इंटेल ने टाटा समूह के साथ एक अहम समझौता किया है। इसके तहत टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स भारत में अपने नए सेमीकंडक्टर फैब और OSAT प्लांट्स में इंटेल के डिजाइन किए गए उत्पादों का निर्माण, असेंबली और पैकेजिंग करेगी। इस सहयोग में एडवांस्ड सेमीकंडक्टर पैकेजिंग भी शामिल है, जो हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग और एआई जैसे भारी कामों के लिए बहुत जरूरी होती है।
भारत की सप्लाई चेन को बड़ी मजबूती
इंटेल और टाटा की यह साझेदारी भारत में सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन को स्थानीय बनाएगी। जिससे देश की बाहरी देशों पर निर्भरता कम होगी। आने वाले 10 साल में भारत का सेमीकंडक्टर बाजार तेजी से बढ़ने वाला है। खासकर मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकॉम, इलेक्ट्रिक वाहनों और एआई कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में। ऐसे में इंटेल का भारत में निवेश बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भारत की टेक इंडस्ट्री को मिलेगा बड़ा फायदा
इस समझौते से टाटा समूह की हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग क्षमता और मजबूत होगी। वहीं दूसरी ओर, इंटेल के लिए भारत एक बड़ा टैलेंट हब, तेजी से बढ़ता बाजार और अनुकूल सरकारी नीतियों वाला देश है। इससे भारत में पूरा सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम तेजी से विकसित होगा।