{"_id":"690ce7cf20d260f0ee01105b","slug":"china-bans-foreign-ai-chips-at-data-centres-nvidia-joins-india-tech-alliance-2025-11-06","type":"story","status":"publish","title_hn":"Nvidia को बड़ा झटका: टैरिफ वार के चलते चीन से पूरी तरह बाहर हुई कंपनी, 100% से शून्य पर आया मार्केट शेयर","category":{"title":"Tech Diary","title_hn":"टेक डायरी","slug":"tech-diary"}}
Nvidia को बड़ा झटका: टैरिफ वार के चलते चीन से पूरी तरह बाहर हुई कंपनी, 100% से शून्य पर आया मार्केट शेयर
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Fri, 07 Nov 2025 07:01 AM IST
सार
चीन ने नए डेटा सेंटरों में विदेशी AI चिप्स के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इस कदम से अमेरिकी टेक कंपनी Nvidia को बड़ा झटका लगा है, जिसके बाद कंपनी अब भारत में ‘India Deep Tech Alliance’ के जरिए नई शुरुआत कर रही है।
विज्ञापन
Nvidia
- फोटो : adobestock
विज्ञापन
विस्तार
चीन ने एक बड़ा फैसला लेते हुए सरकारी सहायता प्राप्त सभी नए डेटा सेंटर प्रोजेक्ट्स में विदेशी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चिप्स के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी सरकार ने निर्देश दिया है कि जो डेटा सेंटर प्रोजेक्ट्स अभी 30% से कम पूरे हुए हैं, वे विदेशी चिप्स को हटाएं या उनकी खरीद रद्द करें।
इस प्रतिबंध से Nvidia जैसी अमेरिकी चिप कंपनियों को सबसे बड़ा झटका लगा है, जिनकी H20, B200 और H200 जैसी चिप्स चीन में काफी लोकप्रिय थीं। 2022 तक Nvidia का चीनी बाजार में 95% हिस्सा था, जो अब लगभग खत्म हो गया है। Nvidia के सीईओ जेंसेन हुआंग ने हाल ही में Citadel Securities को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि वह अब चीन के बाजार से पूरी तरह बाहर हो रहे हैं और उनका बिजनेस शून्य प्रतिशत पर पहुंच गया है।
चीन और अमेरिका के बीच बढ़ेगी खाई
रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम चीन की घरेलू सेमीकंडक्टर कंपनियों को मजबूत करेगा, लेकिन इससे अमेरिका और चीन के बीच AI कंप्यूटिंग क्षमता की खाई और बढ़ सकती है। अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी हाल ही में कहा था कि अमेरिका चीन को Nvidia के साथ डील करने देगा, लेकिन “सबसे एडवांस चिप्स” नहीं।
Nvidia ने भारत के तरफ बढ़ाया कदम
इस बीच Nvidia के सीईओ जेंसन हुआंग ने नई रणनीति अपनाते हुए भारत का रुख किया है। कंपनी अब ‘India Deep Tech Alliance’ का हिस्सा बन गई है, जो भारत और अमेरिका के निवेशकों का एक ग्रुप है और दक्षिण एशिया के डीप-टेक स्टार्टअप्स को फंडिंग देने पर केंद्रित है। इस एलायंस की शुरुआत सितंबर 2025 में 1 बिलियन डॉलर के शुरुआती फंड के साथ हुई थी। इसका उद्देश्य स्पेस, सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसे सेक्टरों में स्टार्टअप्स को सहयोग देना है।
Nvidia ने इस गठबंधन के जरिए 850 मिलियन डॉलर की पूंजी जुटाई है, जबकि एलायंस ने सितंबर 2025 में 1 बिलियन डॉलर के शुरुआती फंड से शुरुआत की थी। नए निवेशकों में Qualcomm Ventures, Activate AI, InfoEdge Ventures, Chirate Ventures और Kalaari Capital जैसे नाम शामिल हैं।
भारत में डीप-टेक कंपनियों के साथ काम करेगी Nvidia
Nvidia इस पहल के तहत भारतीय डीप-टेक स्टार्टअप्स को तकनीकी सहायता, ट्रेनिंग और AI कंप्यूटिंग टूल्स मुहैया कराएगी। यह कदम भारत सरकार के 12 बिलियन डॉलर के आरएंडडी प्रोग्राम अनुरूप है, जो घरेलू टेक्नोलॉजी विकास को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है।
नैसकॉम (Nascom) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में डीप-टेक स्टार्टअप फंडिंग 2024 में 78% बढ़कर 1.6 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई थी और Nvidia की यह साझेदारी इस रफ्तार को और आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है।
Trending Videos
इस प्रतिबंध से Nvidia जैसी अमेरिकी चिप कंपनियों को सबसे बड़ा झटका लगा है, जिनकी H20, B200 और H200 जैसी चिप्स चीन में काफी लोकप्रिय थीं। 2022 तक Nvidia का चीनी बाजार में 95% हिस्सा था, जो अब लगभग खत्म हो गया है। Nvidia के सीईओ जेंसेन हुआंग ने हाल ही में Citadel Securities को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि वह अब चीन के बाजार से पूरी तरह बाहर हो रहे हैं और उनका बिजनेस शून्य प्रतिशत पर पहुंच गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
चीन और अमेरिका के बीच बढ़ेगी खाई
रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम चीन की घरेलू सेमीकंडक्टर कंपनियों को मजबूत करेगा, लेकिन इससे अमेरिका और चीन के बीच AI कंप्यूटिंग क्षमता की खाई और बढ़ सकती है। अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी हाल ही में कहा था कि अमेरिका चीन को Nvidia के साथ डील करने देगा, लेकिन “सबसे एडवांस चिप्स” नहीं।
Nvidia ने भारत के तरफ बढ़ाया कदम
इस बीच Nvidia के सीईओ जेंसन हुआंग ने नई रणनीति अपनाते हुए भारत का रुख किया है। कंपनी अब ‘India Deep Tech Alliance’ का हिस्सा बन गई है, जो भारत और अमेरिका के निवेशकों का एक ग्रुप है और दक्षिण एशिया के डीप-टेक स्टार्टअप्स को फंडिंग देने पर केंद्रित है। इस एलायंस की शुरुआत सितंबर 2025 में 1 बिलियन डॉलर के शुरुआती फंड के साथ हुई थी। इसका उद्देश्य स्पेस, सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसे सेक्टरों में स्टार्टअप्स को सहयोग देना है।
Nvidia ने इस गठबंधन के जरिए 850 मिलियन डॉलर की पूंजी जुटाई है, जबकि एलायंस ने सितंबर 2025 में 1 बिलियन डॉलर के शुरुआती फंड से शुरुआत की थी। नए निवेशकों में Qualcomm Ventures, Activate AI, InfoEdge Ventures, Chirate Ventures और Kalaari Capital जैसे नाम शामिल हैं।
भारत में डीप-टेक कंपनियों के साथ काम करेगी Nvidia
Nvidia इस पहल के तहत भारतीय डीप-टेक स्टार्टअप्स को तकनीकी सहायता, ट्रेनिंग और AI कंप्यूटिंग टूल्स मुहैया कराएगी। यह कदम भारत सरकार के 12 बिलियन डॉलर के आरएंडडी प्रोग्राम अनुरूप है, जो घरेलू टेक्नोलॉजी विकास को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है।
नैसकॉम (Nascom) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में डीप-टेक स्टार्टअप फंडिंग 2024 में 78% बढ़कर 1.6 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई थी और Nvidia की यह साझेदारी इस रफ्तार को और आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है।