सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Technology ›   Tech Diary ›   china dobot revives 13 crore years old dinosaur in robotic version

टेक्नोलॉजी का कमाल: 13 करोड़ साल पुराना डायनासोर रोबोट के रूप में हुआ जिंदा, चलने-फिरने से साथ सांस भी लेता है

टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: नीतीश कुमार Updated Wed, 29 Oct 2025 11:57 AM IST
विज्ञापन
सार

चीन की रोबोटिक्स कंपनी डोबोट ने ऐसा कमाल किया है, जो विज्ञान और इतिहास दोनों को जोड़ देता है। कंपनी ने 13 करोड़ साल पुराने पंखदार डायनासोर सिनोसॉरोप्टेरिक्स की असली जैसी दिखने वाली रोबोटिक कॉपी तैयार की है, जो चलने-फिरने के साथ सांस भी लेता है।

china dobot revives 13 crore years old dinosaur in robotic version
रोबोटिक डायनासोर (सांकेतिक तस्वीर) - फोटो : AI
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

शेन्जेन स्थित रोबोटिक्स कंपनी Dobot ने दुनिया को चौंकाते हुए 13 करोड़ साल पुराने पंखदार डायनासोर का जीवंत रोबोटिक संस्करण पेश किया है। यह रोबोट न केवल चलता और सांस लेता है, बल्कि अपने आस-पास के माहौल को महसूस भी करता है। 


कंपनी का कहना है कि यह रोबोट पर्यटन और शिक्षा क्षेत्र के लिए खास तौर पर डिजाइन किया गया है, यानी जल्द ही यह रोबोट म्यूजियम, थीम पार्क या क्लासरूम में बच्चों को डायनासोर के दौर की झलक दिखा सकता है।
विज्ञापन
विज्ञापन


टूरिज्म और एंटरटेनमेंट को मिलेगा बढ़ावा
कंपनी ने बताया कि वह इसी तकनीक का उपयोग भविष्य में दूसरे प्राचीन, पौराणिक या सांस्कृतिक पात्रों को बनाने में भी करेगा। यानी बाहरी स्किन बदलकर नए रोबोट्स तैयार किए जा सकेंगे। इस कदम से साफ है कि चीन की रोबोटिक्स इंडस्ट्री अब फैक्ट्री और इंडस्ट्रियल इस्तेमाल से आगे बढ़कर एजुकेशन, टूरिज्म और एंटरटेनमेंट जैसे क्षेत्रों की ओर कदम बढ़ा रही है।

यह भी पढ़ें: OpenAI का खुलासा: हर हफ्ते 10 लाख लोग ChatGPT से करते हैं आत्महत्या जैसी बातें

रोबोट निर्माण में चीन का दबदबा
अब तक चीन दुनिया का सबसे बड़ा रोबोट निर्माता बना हुआ है, जिसने 2024 में 5.56 लाख इंडस्ट्रियल रोबोट्स और 1.05 करोड़ सर्विस यूनिट्स तैयार की हैं, जो क्रमशः 14% और 16% की बढ़ोतरी दर्शाती हैं।

यह भी पढ़ें: Grokipedia Vs Wikipedia: पांच पॉइंट्स में जानिए विकिपीडिया से कितना अलग है ग्रोकिपीडिया

Dobot ने बताया कि 2024 की पहली छमाही में उसकी आय में 27% की बढ़ोतरी हुई है, जिसका श्रेय उसके लोकप्रिय सिक्स-एक्सिस कोबॉट्स को जाता है। ये रोबोटिक आर्म्स इंसानी बांह की तरह लचीलापन दिखाते हैं और इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर लॉजिस्टिक्स तक कई उद्योगों में इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News App अपने मोबाइल पे|
Get all Tech News in Hindi related to live news update of latest mobile reviews apps, tablets etc. Stay updated with us for all breaking news from Tech and more Hindi News.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed