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UP News: परेश रावल अभिनीत फिल्म 'द ताज स्टोरी' पर प्रतिबंध की मांग, भाजपा नेता ने किया ये दावा

अमर उजाला डिजिटल, अयोध्या Published by: भूपेन्द्र सिंह Updated Tue, 28 Oct 2025 01:19 PM IST
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सार

भाजपा नेता ने परेश रावल अभिनीत फिल्म 'द ताज स्टोरी' पर प्रतिबंध की मांग की है। भाजपा नेता ने दावा किया कि यह फिल्म उनके द्वारा हाई कोर्ट में दायर याचिका के विषय पर आधारित है। आगे पढ़ें पूरा अपडेट...

BJP leader claims demand for ban on Paresh Rawal starrer The Taj Story
फिल्म 'द ताज स्टोरी' - फोटो : इंस्टाग्राम@tusharamrishgoel
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विस्तार
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रामनगरी अयोध्या के भाजपा नेता रजनीश सिंह ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और सीबीएफसी में शिकायत दर्ज करके परेश रावल अभिनीत आगामी फिल्म 'द ताज स्टोरी' पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उनका दावा है कि यह फिल्म उनके द्वारा हाई कोर्ट में दायर याचिका के विषय पर आधारित है।



भाजपा प्रवक्ता रजनीश सिंह ने अक्टूबर 2022 में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ में एक याचिका दायर की थी। इसमें ताजमहल के अंदर बंद 22 कमरों को खोलने की मांग की थी। उन्होंने दावा किया था यह स्मारक मूल रूप से एक मंदिर था।
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17वीं सदी के इस स्मारक पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की एक समिति गठित करने की मांग की थी। लेकिन, इस याचिका को हाई कोर्ट ने मई 2022 में खारिज कर दिया था। अब सोमवार को उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को शिकायत दी। 

इसमें रजनीश सिंह ने कहा कि 'मैंने ताजमहल के 22 बंद कमरों को खोलने के लिए एक जनहित याचिका दायर की थी। मेरा उद्देश्य पारदर्शिता सुनिश्चित करना और ऐतिहासिक तथ्यों का सत्यापन करना था। मुझे पता चला कि फिल्म 'द ताज स्टोरी' मेरी याचिका के विषय पर आधारित है।'

उन्होंने यह भी दावा किया कि फिल्म के पोस्टर, प्रचार सामग्री और कहानी में न्यायिक विषय और याचिका का संदर्भ उनकी अनुमति के बिना 'भ्रामक' तरीके से दिया गया है। यह मेरे बौद्धिक और कानूनी अधिकारों का उल्लंघन है। न्यायिक मामले का व्यावसायिक उपयोग भी अनुचित है।

उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्में न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने के साथ ही, सामाजिक और धार्मिक भावनाओं में तनाव पैदा कर सकती हैं। इसकी पटकथा और कथानक की जांच की जानी चाहिए। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, फिल्म के प्रचार और प्रदर्शन पर रोक लगा दी जानी चाहिए।

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