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Ayodhya News: छात्र व वैज्ञानिक खेती में नई तकनीक पर करें शोध
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आचार्य नरेंद्र देव कृषि विवि के 24वें दीक्षांत समारोह में मेडल व प्रमाण पत्र मिलने के बाद राज्यपा?
- फोटो : FAIZABAD
कुमारगंज (अयोध्या)। कृषि विश्वविद्यालय में शोध करने वाले छात्र व वैज्ञानिक खेती में नई तकनीक पर शोध करें। खेती के नए गुण विकसित करें। जिससे किसानों की आमदनी बढ़ सके। यह बातें राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को आचार्य नरेंद्र देव कृषि व प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित 24वें दीक्षांत समारोह में कहीं। इस समारोह में 545 छात्र-छात्राओं को उपाधि और 25 टॉपर्स को पदक दिया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आचार्य नरेंद्र देव राजनीतिक सुधारक के साथ उच्च कोटि के शिक्षाविद थे। वह समझते थे कि हमारे देश का भविष्य कृषि व यहां के किसान हैं। जब वह सुरक्षित हैं तभी हमारा देश भी सुरक्षित रहेगा। आज कृषि विश्वविद्यालयों में हो रहे रोज नए-नए प्रयोग से कृषि के क्षेत्र में परिवर्तन आया है। उन्होंने विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य का आशीर्वाद देते हुए कहा कि आज यह उत्सव भविष्य की योजनाओं पर विचार करने का भी है।
कृषि के क्षेत्र में आपके द्वारा नया प्रयोग किसानों के साथ देश को प्रगति के मार्ग पर ले जाएगा। उन्होंने कृषि ड्रोन तकनीक को और विकसित करने पर जोर देते हुए कहा कि इस तकनीकि का प्रयोग कर किसान और समृद्घ बन सकता है। बताया कि आज एक खेत में अगर किसी एक पौधे में रोग लगा है तो ड्रोन की मदद से हमें उसे ठीक कर पूरी फसल को बर्बाद होने से बचा सकते हैं।
उन्होंने युवा किसानों से आह्वान किया कि वह ड्रोन चलाना सीखे, इससे उन्हें रोजगार मिलेगा साथ ही वह खेती में मदद भी कर सकेंगे। उन्होंने कृषि विवि प्रशासन को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वह नैक मूल्यांकन के लिए और प्रयास करें, रिसर्च को बढ़ावा दें।
दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि देश की 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी कृषि पर निर्भर है। इसको देखते हुए प्रदेश व केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा उत्पादन बढ़ाने के तहत तकनीक पर जोर दिया जा रहा है। प्रदेश में कृषि विश्वविद्यालय स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बने, इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
कहा कि जहां भी जाता हूं वहां पर आचार्य नरेंद्र देव कृषि विवि से शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र अधिकारी के रूप में मिलते हैं। यह अच्छे पठन-पाठन का परिणाम है। उन्होंने बताया कि गोंडा जनपद में कृषि महाविद्यालय का निर्माण पूरा हो गया। जल्द ही यहां दाखिले होने लगेंगे। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों व शोध छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें कम पानी में खेती करने का तरीका विकसित करने की अपील की।
इस मौके पर कृषि निदेशक डॉ. विवेक सिंह, अवध विवि की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल, उपकार के चेयरमैन कैप्टन विकास गुप्ता, जिलाधिकारी नितीश कुमार, एसएसपी मुनिराज जी, एसपी सिटी मधुबन सिंह, उप कृषि निदेशक डॉ. संजीव त्रिपाठी, भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह समेत प्रबंध परिषद के सदस्यगण, सभी विभागों के प्रमुख, कर्मचारी व विद्यार्थी मौजूद रहे।
स्वर्ण पदक पाकर छात्रों ने भरी नई उड़ान
कुमारगंज (अयोध्या)। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में 24वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर 545 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई। कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने स्नातक के चार व स्नातकोत्तर व पीएचडी के एक-एक मेधावियों को कुलाधिपति स्वर्ण पदक दिया।
कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने 12 मेधावियों को कुलपति स्वर्ण पदक दिया। जिसमें स्नातक के छह, स्नातकोत्तर के पांच व पीएचडी के एक छात्र शामिल हैं। इसी क्रम में स्नातक के छह व पीएचडी के एक मेधावी को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक दिया गया।
इस दौरान स्नातक मुख्य परिसर के 114, परास्नातक के 132 व पीएचडी के 49, उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय के स्नातक के 36, परास्नातक के 22 व पीएचडी के 17, पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के स्नातक के आठ, परास्नातक के 18 व पीएचडी के छह, सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के स्नातक के छह व परास्नातक के दो, मत्सियकी महाविद्यालय के स्नातक के 23 व परास्नातक के पांच, कृषि महाविद्यालय आजमगढ़ के स्नातक के 59, महामाया कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय अंबेडकरनगर के स्नातक के 47 व परास्नातक के एक सहित कुल 545 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई।
उपाधि पाने वालों में स्नातक के 293, परास्नातक के 180 व पीएचडी के कुल 72 छात्र-छात्राएं शामिल रहे। संवाद
प्रगतिशील किसान सम्मानित, भेंट की मशरूम की टोकरी
कुमारगंज (अयोध्या)। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के 24 दीक्षांत समारोह के अवसर पर राज्यपाल ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों के उन्नतशील किसानों को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया। बाराबंकी के प्रगतिशील किसान राजेश गुप्ता ने बताया कि उन्हें मशरूम उत्पादन के संबंध में तकनीकी जानकारी आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय से प्राप्त हुई है। इसी के आधार पर उन्नत किस्म के मशरूम का उत्पादन कर रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल को मशरूम से भरी एक टोकरी भी भेंट की।
अमेठी के प्रगतिशील किसान वैदेही मिश्रा सिलाई कढ़ाई एवं महिला सशक्तिकरण का कार्य भी बड़े स्तर पर कर रही हैं। वह इससे प्रति वर्ष पांच से छह लाख रुपये कमा लेती हैं। प्रगतिशील किसान अंजली सिंह कटैया सदर बस्ती की रहने वाली हैं। खाद्य प्रसंस्करण एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं।
सिकरारा जौनपुर निवासी रामजीत मोरिया फल-फूल एवं बागवानी संबंधित कृषि के उन्नतशील खेती करते हैं। वह सीमित क्षेत्र में उन्नतशील खेती कर 11 से 12 लाख रुपये प्रति वर्ष की आय कर लेते हैं। अपने क्षेत्र में किसानों के लिए रोल मॉडल बने हुए हैं। चौराहा चितौर बहराइच निवासी प्रगतिशील किसान लालता प्रसाद कृषि विविधीकरण के लिए अन्य किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं।
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आचार्य नरेंद्र देव राजनीतिक सुधारक के साथ उच्च कोटि के शिक्षाविद थे। वह समझते थे कि हमारे देश का भविष्य कृषि व यहां के किसान हैं। जब वह सुरक्षित हैं तभी हमारा देश भी सुरक्षित रहेगा। आज कृषि विश्वविद्यालयों में हो रहे रोज नए-नए प्रयोग से कृषि के क्षेत्र में परिवर्तन आया है। उन्होंने विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य का आशीर्वाद देते हुए कहा कि आज यह उत्सव भविष्य की योजनाओं पर विचार करने का भी है।
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कृषि के क्षेत्र में आपके द्वारा नया प्रयोग किसानों के साथ देश को प्रगति के मार्ग पर ले जाएगा। उन्होंने कृषि ड्रोन तकनीक को और विकसित करने पर जोर देते हुए कहा कि इस तकनीकि का प्रयोग कर किसान और समृद्घ बन सकता है। बताया कि आज एक खेत में अगर किसी एक पौधे में रोग लगा है तो ड्रोन की मदद से हमें उसे ठीक कर पूरी फसल को बर्बाद होने से बचा सकते हैं।
उन्होंने युवा किसानों से आह्वान किया कि वह ड्रोन चलाना सीखे, इससे उन्हें रोजगार मिलेगा साथ ही वह खेती में मदद भी कर सकेंगे। उन्होंने कृषि विवि प्रशासन को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वह नैक मूल्यांकन के लिए और प्रयास करें, रिसर्च को बढ़ावा दें।
दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि देश की 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी कृषि पर निर्भर है। इसको देखते हुए प्रदेश व केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा उत्पादन बढ़ाने के तहत तकनीक पर जोर दिया जा रहा है। प्रदेश में कृषि विश्वविद्यालय स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बने, इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
कहा कि जहां भी जाता हूं वहां पर आचार्य नरेंद्र देव कृषि विवि से शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र अधिकारी के रूप में मिलते हैं। यह अच्छे पठन-पाठन का परिणाम है। उन्होंने बताया कि गोंडा जनपद में कृषि महाविद्यालय का निर्माण पूरा हो गया। जल्द ही यहां दाखिले होने लगेंगे। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों व शोध छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें कम पानी में खेती करने का तरीका विकसित करने की अपील की।
इस मौके पर कृषि निदेशक डॉ. विवेक सिंह, अवध विवि की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल, उपकार के चेयरमैन कैप्टन विकास गुप्ता, जिलाधिकारी नितीश कुमार, एसएसपी मुनिराज जी, एसपी सिटी मधुबन सिंह, उप कृषि निदेशक डॉ. संजीव त्रिपाठी, भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह समेत प्रबंध परिषद के सदस्यगण, सभी विभागों के प्रमुख, कर्मचारी व विद्यार्थी मौजूद रहे।
स्वर्ण पदक पाकर छात्रों ने भरी नई उड़ान
कुमारगंज (अयोध्या)। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में 24वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर 545 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई। कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने स्नातक के चार व स्नातकोत्तर व पीएचडी के एक-एक मेधावियों को कुलाधिपति स्वर्ण पदक दिया।
कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने 12 मेधावियों को कुलपति स्वर्ण पदक दिया। जिसमें स्नातक के छह, स्नातकोत्तर के पांच व पीएचडी के एक छात्र शामिल हैं। इसी क्रम में स्नातक के छह व पीएचडी के एक मेधावी को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक दिया गया।
इस दौरान स्नातक मुख्य परिसर के 114, परास्नातक के 132 व पीएचडी के 49, उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय के स्नातक के 36, परास्नातक के 22 व पीएचडी के 17, पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के स्नातक के आठ, परास्नातक के 18 व पीएचडी के छह, सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के स्नातक के छह व परास्नातक के दो, मत्सियकी महाविद्यालय के स्नातक के 23 व परास्नातक के पांच, कृषि महाविद्यालय आजमगढ़ के स्नातक के 59, महामाया कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय अंबेडकरनगर के स्नातक के 47 व परास्नातक के एक सहित कुल 545 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई।
उपाधि पाने वालों में स्नातक के 293, परास्नातक के 180 व पीएचडी के कुल 72 छात्र-छात्राएं शामिल रहे। संवाद
प्रगतिशील किसान सम्मानित, भेंट की मशरूम की टोकरी
कुमारगंज (अयोध्या)। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के 24 दीक्षांत समारोह के अवसर पर राज्यपाल ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों के उन्नतशील किसानों को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया। बाराबंकी के प्रगतिशील किसान राजेश गुप्ता ने बताया कि उन्हें मशरूम उत्पादन के संबंध में तकनीकी जानकारी आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय से प्राप्त हुई है। इसी के आधार पर उन्नत किस्म के मशरूम का उत्पादन कर रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल को मशरूम से भरी एक टोकरी भी भेंट की।
अमेठी के प्रगतिशील किसान वैदेही मिश्रा सिलाई कढ़ाई एवं महिला सशक्तिकरण का कार्य भी बड़े स्तर पर कर रही हैं। वह इससे प्रति वर्ष पांच से छह लाख रुपये कमा लेती हैं। प्रगतिशील किसान अंजली सिंह कटैया सदर बस्ती की रहने वाली हैं। खाद्य प्रसंस्करण एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं।
सिकरारा जौनपुर निवासी रामजीत मोरिया फल-फूल एवं बागवानी संबंधित कृषि के उन्नतशील खेती करते हैं। वह सीमित क्षेत्र में उन्नतशील खेती कर 11 से 12 लाख रुपये प्रति वर्ष की आय कर लेते हैं। अपने क्षेत्र में किसानों के लिए रोल मॉडल बने हुए हैं। चौराहा चितौर बहराइच निवासी प्रगतिशील किसान लालता प्रसाद कृषि विविधीकरण के लिए अन्य किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं।