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आसमान से किसानों के लिए बरसी तबाही
अमर उजाला ब्यूरो
Updated Wed, 09 Mar 2016 01:07 AM IST
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किसानों के लिए सोमवार आधी रात आसमान से पानी नहीं तबाही बरसी है। तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई। खेत में खड़ी गेहूं, सरसों और चने की फसलों पर विपरीत असर पड़ा। इससे दाने कमजोर होंगे और पैदावार कम होने की आशंका जताई जा रही है। किसानों के मुताबिक गेहूं की 50-60 प्रतिशत फसल को नुकसान होना सकता है।
बताया जाता है कि पिछले साल भी रबी के सीजन में जब आलू, सरसों, चना, मटर, मसूर आदि की फसलें तैयार हुई थी। तभी भीषण बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। इससे उपज सत्यानाश हो गया था। खुद प्रशासनिक सर्वे में सामने आया था कि फरवरी, मार्च 2015 में हुई बेमौसम बारिश से कौशाम्बी में करीब 70 करोड़ रुपये की उपज बर्बाद हुई है। इस साल भी धान की खेती सूखे की भेंट चढ़ गई थी। वहीं अब जब खेतों में सरसों, चना, मटर, अरहर की फसल तैयार हो रही थी।
फिर मौसम का कहर किसानों पर टूटा। सोमवार रात अचानक तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हुई। इस बेमौसम बरसात ने ही किसानों की परेशानी को बढ़ा दिया है। करीब घंटेभर तक झमाझम बरसात के दौरान तेज हवा से गेहूं समेत सभी फसलें गिर गई। कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. अजय कुमार ने बताया कि इस बारिश ने चना-मटर और सरसों की खेती को करीब 40-45 प्रतिशत नुकसान संभव है। वहीं फूलदशा में रही 10 फीसदी अरहर की फसलों को भी नुकसान होने की संभावना है। बताया कि फूल और फली दशा में रही फसलें हवा के साथ हुई बारिश से गिर गई हैं। इससे दाने कमजोर होंगे और पैदावार में भी कमी आएगी।
कौशाम्बी में सोमवार आधी रात आंधी के साथ झमाझम बारिश हुई थी। इससे भरवारी उपकेंद्र से जुड़े 50 से अधिक गांवों की बत्ती 24 घंटे से गुल है। इससे लोगों को परेशनी हो रही है।
बता दें कि सोमवार रात करीब 11 से तेज हवाओं के साथ बारिश हुई थी। इसके कारण सिराथू से भरवारी के लिए खींची गई हाईटेंशन लाइन में फाल्ट आ गया। इससे भरवारी उपकेंद्र की सप्लाई ठप हो गई। उपकेंद्र में बिजली आपूर्ति ठप होने से भरवारी, मूरतगंज बाजार के अलावा परसरा, रोही, सिंघिया, मसीपुर, गिरिसा, असवां, दरियापुर मझियावां, बिसारा, टीकरडीह, भदवा, चमंधा, नौढ़िया, बालकमऊ आदि गांवों की बत्ती गुल हो गई। इससे सबसे ज्यादा दिक्कत भरवारी और मूरतगंज कस्बे में है। यहां लोगों को पेयजल की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि भरवारी में तो नगर पंचायत की ओर से जनरेटर से सुबह-शाम एक-एक घंटे जलापूर्ति की गई है, मूरतगंज बाजार के लोग बिजली के साथ-साथ पानी के लिए भी परेशान रहे। भरवारी उपकेंद्र के अवर अभियंता अरुण शुक्ल ने बताया कि लाइन में फाल्ट को ढूंढने और उसे दुरुस्त करने में अभियंता और कर्मचारी लगे हैं। लाइन में तो कहीं कोई फाल्ट मिला नहीं है। सिराथू सब स्टेशन में जांच की जा रही है। फाल्ट ठीक होते ही सप्लाई बहाल कर दी जाएगी।
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बताया जाता है कि पिछले साल भी रबी के सीजन में जब आलू, सरसों, चना, मटर, मसूर आदि की फसलें तैयार हुई थी। तभी भीषण बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। इससे उपज सत्यानाश हो गया था। खुद प्रशासनिक सर्वे में सामने आया था कि फरवरी, मार्च 2015 में हुई बेमौसम बारिश से कौशाम्बी में करीब 70 करोड़ रुपये की उपज बर्बाद हुई है। इस साल भी धान की खेती सूखे की भेंट चढ़ गई थी। वहीं अब जब खेतों में सरसों, चना, मटर, अरहर की फसल तैयार हो रही थी।
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फिर मौसम का कहर किसानों पर टूटा। सोमवार रात अचानक तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हुई। इस बेमौसम बरसात ने ही किसानों की परेशानी को बढ़ा दिया है। करीब घंटेभर तक झमाझम बरसात के दौरान तेज हवा से गेहूं समेत सभी फसलें गिर गई। कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ. अजय कुमार ने बताया कि इस बारिश ने चना-मटर और सरसों की खेती को करीब 40-45 प्रतिशत नुकसान संभव है। वहीं फूलदशा में रही 10 फीसदी अरहर की फसलों को भी नुकसान होने की संभावना है। बताया कि फूल और फली दशा में रही फसलें हवा के साथ हुई बारिश से गिर गई हैं। इससे दाने कमजोर होंगे और पैदावार में भी कमी आएगी।
कौशाम्बी में सोमवार आधी रात आंधी के साथ झमाझम बारिश हुई थी। इससे भरवारी उपकेंद्र से जुड़े 50 से अधिक गांवों की बत्ती 24 घंटे से गुल है। इससे लोगों को परेशनी हो रही है।
बता दें कि सोमवार रात करीब 11 से तेज हवाओं के साथ बारिश हुई थी। इसके कारण सिराथू से भरवारी के लिए खींची गई हाईटेंशन लाइन में फाल्ट आ गया। इससे भरवारी उपकेंद्र की सप्लाई ठप हो गई। उपकेंद्र में बिजली आपूर्ति ठप होने से भरवारी, मूरतगंज बाजार के अलावा परसरा, रोही, सिंघिया, मसीपुर, गिरिसा, असवां, दरियापुर मझियावां, बिसारा, टीकरडीह, भदवा, चमंधा, नौढ़िया, बालकमऊ आदि गांवों की बत्ती गुल हो गई। इससे सबसे ज्यादा दिक्कत भरवारी और मूरतगंज कस्बे में है। यहां लोगों को पेयजल की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि भरवारी में तो नगर पंचायत की ओर से जनरेटर से सुबह-शाम एक-एक घंटे जलापूर्ति की गई है, मूरतगंज बाजार के लोग बिजली के साथ-साथ पानी के लिए भी परेशान रहे। भरवारी उपकेंद्र के अवर अभियंता अरुण शुक्ल ने बताया कि लाइन में फाल्ट को ढूंढने और उसे दुरुस्त करने में अभियंता और कर्मचारी लगे हैं। लाइन में तो कहीं कोई फाल्ट मिला नहीं है। सिराथू सब स्टेशन में जांच की जा रही है। फाल्ट ठीक होते ही सप्लाई बहाल कर दी जाएगी।