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Chamoli News: गुलदार के हमले से कुत्ते ने महिलाओं को बचाया
संवाद न्यूज एजेंसी, चमोली
Updated Thu, 04 Dec 2025 06:44 PM IST
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ज्योतिर्मठ। ज्योतिर्मठ ब्लॉक लांजी गांव में जंगल घास लेने गईं महिलाएं गुलदार के हमले से बाल-बाल बच गई। महिलाएं सुबह घास लेने के लिए जंगल गई थी। जैसे ही झाड़ी में छिपकर बैठे गुलदार ने महिलाओं पर हमला किया महिलाओं के साथ गया कुत्ता भौंकने लगा। इससे महिलाएं सक्रिय हो गईं और गुलदार वहां से भाग गया। इस दौरान हुई अफरा-तरफरी में एक महिला के पैर में चोट भी आई। गांव के सरपंच दिनेश राणा ने बताया कि गांव में भालू और गुलदार की दहशत बनी है। अगर कुत्ता महिलाओं के साथ जंगल नहीं गया होता तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। वहीं एक सप्ताह में भालू तीन गोशालाओं को तोड़कर दो गायों को मार चुका है और तीन को घायल कर चुका है। उन्होंने कहा कि वन विभाग सुरक्षा के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। अब ग्रामीणों को मजबूर होकर आंदोलन करना पड़ेगा। संवाद
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आए दिन दिख रहा है भालू, नहीं जा पा रहे बच्चे स्कूल
ग्रामीणों ने भालुओं की दहशत से निजात दिलाने के लिए डीएम को भेजा ज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
नारायणबगड़। ब्लॉक के उत्तरी कड़ाकोट क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोट एवं चिरखून में कई दिनों से भालू की दहशत बनी है। डर के कारण कई बार बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर भालुओं की दहशत से निजात दिलाने की मांग की।
कोट के 15 और चिरखून गांव के 20 बच्चे पढ़ाई के लिए राइंका कॉलेज कोठली जाते हैं। गांव से स्कूल की दूरी अधिक होने और रास्ते के बीच जंगल होने के कारण बच्चों को भालू का डर सता रहा है। ऐसे में कई बार बच्चे स्कूल ही नहीं जा पा रहे हैं। कोट की ग्राम प्रधान रजनी देवी, चिरखून की उर्मिला देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि बीते मंगलवार को भालू ने मदनपुर निवासी महिला पर हमला करने का प्रयास किया लेकिन लोगों के हल्ला करने पर भालू भाग गया। इससे पूर्व भी कोट और मदनपुर गांव के बच्चों को कई बार स्कूल के रास्ते में भालू दिखाई दिया और वह स्कूल नहीं गए। ऐसे में उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। ग्रामीणों ने कहा कि कई जगहों पर भालू अपने बच्चों सहित दिख रहा है। वहीं नारायणबगड़ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी अखिलेश भट्ट ने बताया कि जिन गांवों में भालू दिखाई दे रहा है वहां वन विभाग की टीम भेजकर नियमित गश्त की जा रही है। आतिशबाजी करके भालुओं को भगाने का प्रयास किया जा रहा है। इन गांवों में भी टीम भेजकर गश्त बढ़ाई जाएगी।
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आए दिन दिख रहा है भालू, नहीं जा पा रहे बच्चे स्कूल
ग्रामीणों ने भालुओं की दहशत से निजात दिलाने के लिए डीएम को भेजा ज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
नारायणबगड़। ब्लॉक के उत्तरी कड़ाकोट क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोट एवं चिरखून में कई दिनों से भालू की दहशत बनी है। डर के कारण कई बार बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर भालुओं की दहशत से निजात दिलाने की मांग की।
कोट के 15 और चिरखून गांव के 20 बच्चे पढ़ाई के लिए राइंका कॉलेज कोठली जाते हैं। गांव से स्कूल की दूरी अधिक होने और रास्ते के बीच जंगल होने के कारण बच्चों को भालू का डर सता रहा है। ऐसे में कई बार बच्चे स्कूल ही नहीं जा पा रहे हैं। कोट की ग्राम प्रधान रजनी देवी, चिरखून की उर्मिला देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि बीते मंगलवार को भालू ने मदनपुर निवासी महिला पर हमला करने का प्रयास किया लेकिन लोगों के हल्ला करने पर भालू भाग गया। इससे पूर्व भी कोट और मदनपुर गांव के बच्चों को कई बार स्कूल के रास्ते में भालू दिखाई दिया और वह स्कूल नहीं गए। ऐसे में उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। ग्रामीणों ने कहा कि कई जगहों पर भालू अपने बच्चों सहित दिख रहा है। वहीं नारायणबगड़ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी अखिलेश भट्ट ने बताया कि जिन गांवों में भालू दिखाई दे रहा है वहां वन विभाग की टीम भेजकर नियमित गश्त की जा रही है। आतिशबाजी करके भालुओं को भगाने का प्रयास किया जा रहा है। इन गांवों में भी टीम भेजकर गश्त बढ़ाई जाएगी।