{"_id":"6931801a90dfcd88c705b7d2","slug":"the-doors-of-latu-devta-temple-are-closed-for-six-months-karnpryag-news-c-48-1-sdrn1013-119695-2025-12-04","type":"story","status":"publish","title_hn":"Chamoli News: लाटू देवता मंदिर के कपाट छह माह के लिए बंद","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Chamoli News: लाटू देवता मंदिर के कपाट छह माह के लिए बंद
संवाद न्यूज एजेंसी, चमोली
Updated Thu, 04 Dec 2025 06:05 PM IST
विज्ञापन
देवाल ब्लॉक के वाण के लाटू देवता मंदिर में पूजा अर्चना व अनुष्ठान करते श्रद्धालु। स्रोत: जागरूक
विज्ञापन
फोटो
पुजारी ने आंख पर पट्टी बांधकर किया मंदिर में प्रवेश, अब बैसाख पूर्णिमा को खुलेंगे
संवाद न्यूज एजेंसी
देवाल। वाण में लाटू देवता मंदिर के कपाट बृहस्पतिवार को विधि-विधान से आगामी छह माह के लिए बंद हो गए। कपाट बंद होने के दौरान कई श्रद्धालु मौजूद रहे और लाटू देवता के जयकारे लगाए। अब मंदिर के कपाट बैसाख की पूर्णिमा को खुलेंगे।
बृहस्पतिवार को मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद पुजारी खीम सिंह नेगी ने दोपहर एक बजे आंख पर पट्टी बांधकर मंदिर में प्रवेश किया। दोपहर एक बजे पूजा के बाद गर्भगृह के कपाट बंद कर दिए गए। मंदिर के कपाट बंद होते ही पूरा क्षेत्र लाटू देवता के जयकारों से गूंज उठा। मंदिर समिति ने यहां पहुंचे श्रद्धालुओं को प्रसाद दिया। मंदिर के पुजारी खीम सिंह नेगी ने बताया कि परंपरा के अनुसार अब बैसाख की पूर्णिमा के दिन मंदिर के कपाट खुलेंगे। श्रद्धालुओं ने लाटू देवता से सुख, समृद्धि का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान नंदुली देवी, मंदिर समिति के अध्यक्ष कृष्णा सिंह, बीडीसी मेंबर हेमा देवी, सामाजिक कार्यकर्ता हीरा गढ़वाली, हीरा पहाड़ी, कृष्णा बिष्ट, हीरा बुग्याली, त्रिलोक बिष्ट, सुरेंद्र सिंह, खिलाप सिंह, रघुवीर सिंह, जवाहर सिंह, पान सिंह और गबर सिंह आदि मौजूद रहे।
इंसेट
मंदिर में क्या है यह आज भी रहस्य
लाटू देवता मंदिर में प्रवेश करते समय पुजारी आंख पर पट्टी बांधकर गर्भगृह में प्रवेश करता है। मंदिर में पुजारी के अलावा कोई प्रवेश नहीं करता है जबकि श्रद्धालु मंदिर से करीब 15 मीटर दूर मंदिर के बाहर से पूजा करते हैं। मंदिर के अंदर क्या है यह आज भी श्रद्धालुओं के लिए रहस्य बना हुआ है।
Trending Videos
पुजारी ने आंख पर पट्टी बांधकर किया मंदिर में प्रवेश, अब बैसाख पूर्णिमा को खुलेंगे
संवाद न्यूज एजेंसी
देवाल। वाण में लाटू देवता मंदिर के कपाट बृहस्पतिवार को विधि-विधान से आगामी छह माह के लिए बंद हो गए। कपाट बंद होने के दौरान कई श्रद्धालु मौजूद रहे और लाटू देवता के जयकारे लगाए। अब मंदिर के कपाट बैसाख की पूर्णिमा को खुलेंगे।
बृहस्पतिवार को मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद पुजारी खीम सिंह नेगी ने दोपहर एक बजे आंख पर पट्टी बांधकर मंदिर में प्रवेश किया। दोपहर एक बजे पूजा के बाद गर्भगृह के कपाट बंद कर दिए गए। मंदिर के कपाट बंद होते ही पूरा क्षेत्र लाटू देवता के जयकारों से गूंज उठा। मंदिर समिति ने यहां पहुंचे श्रद्धालुओं को प्रसाद दिया। मंदिर के पुजारी खीम सिंह नेगी ने बताया कि परंपरा के अनुसार अब बैसाख की पूर्णिमा के दिन मंदिर के कपाट खुलेंगे। श्रद्धालुओं ने लाटू देवता से सुख, समृद्धि का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान नंदुली देवी, मंदिर समिति के अध्यक्ष कृष्णा सिंह, बीडीसी मेंबर हेमा देवी, सामाजिक कार्यकर्ता हीरा गढ़वाली, हीरा पहाड़ी, कृष्णा बिष्ट, हीरा बुग्याली, त्रिलोक बिष्ट, सुरेंद्र सिंह, खिलाप सिंह, रघुवीर सिंह, जवाहर सिंह, पान सिंह और गबर सिंह आदि मौजूद रहे।
विज्ञापन
विज्ञापन
इंसेट
मंदिर में क्या है यह आज भी रहस्य
लाटू देवता मंदिर में प्रवेश करते समय पुजारी आंख पर पट्टी बांधकर गर्भगृह में प्रवेश करता है। मंदिर में पुजारी के अलावा कोई प्रवेश नहीं करता है जबकि श्रद्धालु मंदिर से करीब 15 मीटर दूर मंदिर के बाहर से पूजा करते हैं। मंदिर के अंदर क्या है यह आज भी श्रद्धालुओं के लिए रहस्य बना हुआ है।