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Kotdwar News: दर्जाधारी कंडवाल को मिला साहित्यांचल साहित्य रत्न पुरस्कार
संवाद न्यूज एजेंसी, कोटद्वार
Updated Sun, 14 Sep 2025 06:50 PM IST
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हिंदी राजभाषा दिवस की उपलक्ष्य में आयोजित हुआ कार्यक्रम
कोटद्वार। साहित्यिक संस्था साहित्यांचल की ओर से हिंदी राजभाषा दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में हिंदी को अपनाने पर जोर दिया गया। संस्था के पूर्व महासचिव एवं दर्जाधारी ऋषि कंडवाल को उनकी गढ़वाली व हिंदी काव्य रचना के लिए साहित्यांचल साहित्य रत्न पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि मेयर शैलेंद्र सिंह रावत ने किया। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य ललन प्रसाद बुड़ाकोटी ने कहा कि हिंदी सुगम और हर क्षेत्र में समझी जाने वाली भाषा है। डॉ. नंद किशोर ढौंडियाल, डॉ. वेदप्रकाश माहेश्वरी ने हिंदी को घर-घर में अपनाए जाने पर जोर दिया।कवि कुलदीप मैंदोला ने डॉ. ढौंडियाल की कविताओं की प्रस्तुति दी। अधिवक्ता निशीथ माहेश्वरी, संपत्ति नेगी, रोशन बलूनी, अनुसूया प्रसाद डंगवाल, डॉ. अनुराग शर्मा, मीना डबराल ने कविताएं प्रस्तुत कीं। इससे पूर्व कौशल्या जखमोला ने सरस्वती वंदना व स्वागत गीत की प्रस्तुति दी।
साहित्यांचल संस्था के अध्यक्ष सीपी नैथानी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. रमाकांत कुकरेती, डॉ. मनोरमा ढौंडियाल, हरि सिंह भंडारी, डॉ. पद्मेश बुड़ाकोटी, भुवन मोहन गुसाईं, अजयपाल सिंह रावत, गणेश तड़ियाल, शिव प्रकाश कुकरेती, प्रवेश नवानी, जेपी ध्यानी आदि मौजूद रहे। संचालन संस्था के महासचिव शशि भूषण अमोली ने किया।

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कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि मेयर शैलेंद्र सिंह रावत ने किया। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य ललन प्रसाद बुड़ाकोटी ने कहा कि हिंदी सुगम और हर क्षेत्र में समझी जाने वाली भाषा है। डॉ. नंद किशोर ढौंडियाल, डॉ. वेदप्रकाश माहेश्वरी ने हिंदी को घर-घर में अपनाए जाने पर जोर दिया।कवि कुलदीप मैंदोला ने डॉ. ढौंडियाल की कविताओं की प्रस्तुति दी। अधिवक्ता निशीथ माहेश्वरी, संपत्ति नेगी, रोशन बलूनी, अनुसूया प्रसाद डंगवाल, डॉ. अनुराग शर्मा, मीना डबराल ने कविताएं प्रस्तुत कीं। इससे पूर्व कौशल्या जखमोला ने सरस्वती वंदना व स्वागत गीत की प्रस्तुति दी।
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साहित्यांचल संस्था के अध्यक्ष सीपी नैथानी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. रमाकांत कुकरेती, डॉ. मनोरमा ढौंडियाल, हरि सिंह भंडारी, डॉ. पद्मेश बुड़ाकोटी, भुवन मोहन गुसाईं, अजयपाल सिंह रावत, गणेश तड़ियाल, शिव प्रकाश कुकरेती, प्रवेश नवानी, जेपी ध्यानी आदि मौजूद रहे। संचालन संस्था के महासचिव शशि भूषण अमोली ने किया।