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Nainital News: बाहर बंदर... लोग घरों के अंदर
संवाद न्यूज एजेंसी, नैनीताल
Updated Mon, 15 Sep 2025 02:20 AM IST
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हल्द्वानी। हल्द्वानी में बंदरों के आतंक ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। शहर के कई इलाकों में बंदरों के झुंड दिन-भर घूमते रहते हैं। आए दिन बंदर घरों में घुसकर खाने-पीने की चीजें और कपड़े तक उठा ले जाते हैं। ये संपत्ति को नुकसान पहुंचाने तक ही सीमित नहीं है बल्कि इन आक्रामक बंदरों ने बच्चों और बुजुर्गों पर हमले भी शुरू कर दिए हैं। ऐसे में लोग घरों में कैद हो गए हैं।
बीते एक महीने की बात करें तो वार्ड-53 जज फार्म के ए ब्लॉक में बंदर के हमले से एक बुजुर्ग चोटिल हुए हैं और सीढ़ियों से गिरकर एक महिला का हाथ फ्रैक्चर हो गया। लोगों के अनुसार एक बड़ा बंदर एक बच्ची को पकड़कर दूसरी मंजिल पर ले गया। गनीमत रही कि वह उसे छोड़ गया। इस संबंध में पार्षद के साथ ही नगर निगम प्रशासन को अवगत कराया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ए व बी ब्लॉक का यह इलाका जंगल क्षेत्र से सटा होने के कारण यहां बंदरों का कब्जा है।
पूरे शहर की यही तस्वीर
जजफार्म ही नहीं शहर में हर जगह बंदरों ने उत्पात मचाया है। कुसुमखेड़ा, बनभूलपुरा, देवलचौड़, गुरुनानक कॉलोनी, जीतपुर नेगी, छड़ायल आदि क्षेत्रों में बंदरों ने लोगों का जीना मुहाल किया है। बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों से ये बंदर जरा भी नहीं डर रहे हैं। भगाने के प्रयास में काटने के लिए आते हैं।
बंदरों ने घर से निकलना मुश्किल कर दिया है। छत पर जाने पर इनका झुंड हमला कर रहा है। बीती 13 सितंबर को बंदरों ने उन पर हमला किया। इससे वह चोटिल हो गए। - कैलाश चंद्र मठपाल
बंदर पाइपलाइन और अन्य सामग्री को नुकसान पहुंचा रहे हैं। निगम प्रशासन को अवगत कराया लेकिन कोई राहत नहीं मिली। बच्चों को बंदरों से बचाना चुनौती बना है। - रूप सिंह टकवाल
मेरी ए ब्लॉक में दुकान है। अक्सर बंदर दुकान से कीमती सामान उठाकर ले जा रहे हैं। डराने पर भी नहीं डरते। प्रशासन को बंदर पकड़ लोगों को राहत दिलानी चाहिए।
- गीता महतोलिया
वन विभाग की नर्सरी से लगे घरों में बंदरों का बहुत आतंक है। पेड़ों के साथ ही आदि का नुकसान कर रहे हैं। महिलाओं और बच्चों पर झपटते हैं। इससे अनहोनी का अंदेशा बना रहता है। - विशंभर कांडपाल
-
बताया जा रहा है कि दूसरे क्षेत्रों से बंदर पकड़कर यहां छोड़े जा रहे हैं। इनके हमले बढ़ती जाएगी। नगर निगम को प्रशासन व वन विभाग के सहयोग से अभियान चलाकर कार्रवाई करनी चाहिए। - राजकुमार
पिछले दिनों मथुरा से टीम बुलाकर शहर से 500 से अधिक बंदर पकड़े गए थे। इसमें करीब 2.50 लाख रुपये खर्च हुए। बंदर पकड़ने के लिए वन विभाग से सहयोग मांगा गया है। जल्द ही शहरवासियों को कटखने बंदरों से निजात दिलाई जाएगी। -
ऋचा सिंह, नगर आयुक्त हल्द्वानी

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बीते एक महीने की बात करें तो वार्ड-53 जज फार्म के ए ब्लॉक में बंदर के हमले से एक बुजुर्ग चोटिल हुए हैं और सीढ़ियों से गिरकर एक महिला का हाथ फ्रैक्चर हो गया। लोगों के अनुसार एक बड़ा बंदर एक बच्ची को पकड़कर दूसरी मंजिल पर ले गया। गनीमत रही कि वह उसे छोड़ गया। इस संबंध में पार्षद के साथ ही नगर निगम प्रशासन को अवगत कराया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ए व बी ब्लॉक का यह इलाका जंगल क्षेत्र से सटा होने के कारण यहां बंदरों का कब्जा है।
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पूरे शहर की यही तस्वीर
जजफार्म ही नहीं शहर में हर जगह बंदरों ने उत्पात मचाया है। कुसुमखेड़ा, बनभूलपुरा, देवलचौड़, गुरुनानक कॉलोनी, जीतपुर नेगी, छड़ायल आदि क्षेत्रों में बंदरों ने लोगों का जीना मुहाल किया है। बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों से ये बंदर जरा भी नहीं डर रहे हैं। भगाने के प्रयास में काटने के लिए आते हैं।
बंदरों ने घर से निकलना मुश्किल कर दिया है। छत पर जाने पर इनका झुंड हमला कर रहा है। बीती 13 सितंबर को बंदरों ने उन पर हमला किया। इससे वह चोटिल हो गए। - कैलाश चंद्र मठपाल
बंदर पाइपलाइन और अन्य सामग्री को नुकसान पहुंचा रहे हैं। निगम प्रशासन को अवगत कराया लेकिन कोई राहत नहीं मिली। बच्चों को बंदरों से बचाना चुनौती बना है। - रूप सिंह टकवाल
मेरी ए ब्लॉक में दुकान है। अक्सर बंदर दुकान से कीमती सामान उठाकर ले जा रहे हैं। डराने पर भी नहीं डरते। प्रशासन को बंदर पकड़ लोगों को राहत दिलानी चाहिए।
- गीता महतोलिया
वन विभाग की नर्सरी से लगे घरों में बंदरों का बहुत आतंक है। पेड़ों के साथ ही आदि का नुकसान कर रहे हैं। महिलाओं और बच्चों पर झपटते हैं। इससे अनहोनी का अंदेशा बना रहता है। - विशंभर कांडपाल
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बताया जा रहा है कि दूसरे क्षेत्रों से बंदर पकड़कर यहां छोड़े जा रहे हैं। इनके हमले बढ़ती जाएगी। नगर निगम को प्रशासन व वन विभाग के सहयोग से अभियान चलाकर कार्रवाई करनी चाहिए। - राजकुमार
पिछले दिनों मथुरा से टीम बुलाकर शहर से 500 से अधिक बंदर पकड़े गए थे। इसमें करीब 2.50 लाख रुपये खर्च हुए। बंदर पकड़ने के लिए वन विभाग से सहयोग मांगा गया है। जल्द ही शहरवासियों को कटखने बंदरों से निजात दिलाई जाएगी। -
ऋचा सिंह, नगर आयुक्त हल्द्वानी