{"_id":"690b42b85a44de2d58010125","slug":"villagers-upset-over-the-poor-condition-of-manjakot-bandasa-road-shrinagar-news-c-53-1-sri1002-118055-2025-11-05","type":"story","status":"publish","title_hn":"Pauri News: मंजाकोट-बंदासा मार्ग की बदहाल हालत से ग्रामीण परेशान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Pauri News: मंजाकोट-बंदासा मार्ग की बदहाल हालत से ग्रामीण परेशान
संवाद न्यूज एजेंसी, पौड़ी
Updated Wed, 05 Nov 2025 05:57 PM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
सड़क पर जगह-जगह पड़े हैं पत्थर, लगा है मलबा का ढेर
कीर्तिनगर। कीर्तिनगर विकासखंड के मंजाकोट-बंदासा मोटर मार्ग की खस्ताहाल स्थिति से ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। मंजाकोट से बंदासा गांव तक करीब चार किमी लंबे मार्ग का निर्माण वर्ष 2017–18 में किया गया था लेकिन आज तक डामरीकरण नहीं हो पाया है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे, मलबा और बड़े-बड़े पत्थर पड़े हैं जिससे आवाजाही बेहद मुश्किल हो गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार विभाग को शिकायत दी गई, पर हर बार केवल अस्थायी मरम्मत कर दी जाती है। कुछ ही समय बाद सड़क फिर टूट जाती है। सड़क की दुर्दशा के कारण बच्चों को स्कूल जाने और लोगों को बाजार तक पहुंचने में भी परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि नवंबर से जनवरी के बीच गांव में पांच से छह शादियां हैं लेकिन मार्ग की खराब हालत को देखते हुए सामान और मेहमानों की आवाजाही बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है। पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता शिवम रावत ने कहा कि मार्ग की डीपीआर तैयार कर शासन को भेज दी गई है। शासन से स्वीकृति मिलते ही मार्ग को लोक निर्माण विभाग से हैंडओवर लेकर डामरीकरण कार्य शुरू किया जाएगा।
Trending Videos
कीर्तिनगर। कीर्तिनगर विकासखंड के मंजाकोट-बंदासा मोटर मार्ग की खस्ताहाल स्थिति से ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। मंजाकोट से बंदासा गांव तक करीब चार किमी लंबे मार्ग का निर्माण वर्ष 2017–18 में किया गया था लेकिन आज तक डामरीकरण नहीं हो पाया है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे, मलबा और बड़े-बड़े पत्थर पड़े हैं जिससे आवाजाही बेहद मुश्किल हो गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार विभाग को शिकायत दी गई, पर हर बार केवल अस्थायी मरम्मत कर दी जाती है। कुछ ही समय बाद सड़क फिर टूट जाती है। सड़क की दुर्दशा के कारण बच्चों को स्कूल जाने और लोगों को बाजार तक पहुंचने में भी परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि नवंबर से जनवरी के बीच गांव में पांच से छह शादियां हैं लेकिन मार्ग की खराब हालत को देखते हुए सामान और मेहमानों की आवाजाही बड़ी चिंता का विषय बनी हुई है। पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता शिवम रावत ने कहा कि मार्ग की डीपीआर तैयार कर शासन को भेज दी गई है। शासन से स्वीकृति मिलते ही मार्ग को लोक निर्माण विभाग से हैंडओवर लेकर डामरीकरण कार्य शुरू किया जाएगा।
विज्ञापन
विज्ञापन