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Pithoragarh News: नाचनी के नापड़ गांव में अतिवृष्टि और भूस्खलन से मकान ध्वस्त
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Tue, 16 Sep 2025 11:20 PM IST
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मुनस्यारी सड़क पर रातिगाड़ में आएमलबे को हटाती जेसीबी। स्रोत: संवाद
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नाचनी (पिथौरागढ़)। नाचनी क्षेत्र में भारी बारिश के चलते काफी नुकसान हुआ है। बिजली गिरने से एक घर में दो बच्चे बेहोश हो गए जबकि एक दुधारू गाय की मौत हो गई और कुछ बकरियां घायल हुई हैं। क्षेत्र में अतिवृष्टि और भूस्खलन से एक मकान ध्वस्त हो गया, कई घर खतरे की जद में हैं। जगह-जगह भूस्खलन से क्षेत्र में तीन सड़कें बंद हैं।
नापड़ गांव में बीते सोमवार की रात करीब 12 बजे बलवंत सिंह और उनके भाई भगवान सिंह का संयुक्त मकान भूस्खलन की चपेट में आकर जमींदोज हो गया। गनीमत रही कि भूस्खलन होने का अंदेशा होने पर परिजन कुछ समय पहले ही सुरक्षित जगह पर जाने से बच गए लेकिन घर का सभी सामान मलबे में दब गया। ग्राम प्रधान दीपक चुफाल की सूचना पर राजस्व विभाग की टीम सुबह मौके पर पहुंची। इसके बाद प्रभावित परिवार को पंचायत घर में शिफ्ट कराया गया।
दूसरी ओर अतिवृष्टि के दौरान राया गांव में हरीश सिंह के मकान पर बिजली गिर गई। इसकी चपेट में आकर एक गाय की मौत हो गई जबकि चार बकरियां घायल हैं। बताया गया कि बिजली की आवाज से हरीश सिंह के दो बच्चे बेहोश हो गए जिन्हें दो घंटे बाद होश आया। ग्राम प्रधान गजेंद्र सिंह ने मामले की सूचना जिला पंचायत सदस्य दीपू चुफाल को दी, जिसके बाद राजस्व विभाग और पशु चिकित्सक की टीम गांव पहुंची।
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पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त, 12 घंटे बाद खुली नाचनी सड़क
भारी बारिश के बीच मलबा आने से मुनस्यारी सड़क हरड़िया और रातिगाड़ में बंद हो गई, जो करीब 12 घंंटे बाद मंगलवार सुबह 10 बजे खुली। अभी भी रातिगाड़ के तेज बहाव और मलबे से वाहन फंस रहे हैं। उधर, नाचनी-बांसबगड़ सड़क पोर्थी गधेरे में बंद है। नाचनी-भैंसकोट और नौलड़ा-खतेड़ा सड़क पर भी कई स्थानों पर मलबा आया है। सड़क खोलने के लिए विभाग ने जेसीबी मशीन लगाई है। सोमवार रात की अतिवृष्टि से हरड़िया, नयाबस्ती और वेल्सा में पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। हरड़िया नाले के प्रवाह से शिक्षक नारायण राम के मकान सहित कई घर खतरे की जद में आ गए हैं। रसियाबगड़ में खबरिया नाले से रसियाबगड़ गांव को खतरा पैदा हो गया है। इलाके में मेरा गांव मेरी सड़क योजना से बना मार्ग सहित पैदल रास्ते और सुरक्षा दीवारें बह गई हैं। जिला पंचायत सदस्य दीपू चुफाल ने मंगलवार को तेजम में आयोजित तहसील दिवस में आपदा से प्रभावित इन क्षेत्रों में हुए नुकसान को प्रमुखता से उठाया।

नापड़ गांव में बीते सोमवार की रात करीब 12 बजे बलवंत सिंह और उनके भाई भगवान सिंह का संयुक्त मकान भूस्खलन की चपेट में आकर जमींदोज हो गया। गनीमत रही कि भूस्खलन होने का अंदेशा होने पर परिजन कुछ समय पहले ही सुरक्षित जगह पर जाने से बच गए लेकिन घर का सभी सामान मलबे में दब गया। ग्राम प्रधान दीपक चुफाल की सूचना पर राजस्व विभाग की टीम सुबह मौके पर पहुंची। इसके बाद प्रभावित परिवार को पंचायत घर में शिफ्ट कराया गया।
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दूसरी ओर अतिवृष्टि के दौरान राया गांव में हरीश सिंह के मकान पर बिजली गिर गई। इसकी चपेट में आकर एक गाय की मौत हो गई जबकि चार बकरियां घायल हैं। बताया गया कि बिजली की आवाज से हरीश सिंह के दो बच्चे बेहोश हो गए जिन्हें दो घंटे बाद होश आया। ग्राम प्रधान गजेंद्र सिंह ने मामले की सूचना जिला पंचायत सदस्य दीपू चुफाल को दी, जिसके बाद राजस्व विभाग और पशु चिकित्सक की टीम गांव पहुंची।
पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त, 12 घंटे बाद खुली नाचनी सड़क
भारी बारिश के बीच मलबा आने से मुनस्यारी सड़क हरड़िया और रातिगाड़ में बंद हो गई, जो करीब 12 घंंटे बाद मंगलवार सुबह 10 बजे खुली। अभी भी रातिगाड़ के तेज बहाव और मलबे से वाहन फंस रहे हैं। उधर, नाचनी-बांसबगड़ सड़क पोर्थी गधेरे में बंद है। नाचनी-भैंसकोट और नौलड़ा-खतेड़ा सड़क पर भी कई स्थानों पर मलबा आया है। सड़क खोलने के लिए विभाग ने जेसीबी मशीन लगाई है। सोमवार रात की अतिवृष्टि से हरड़िया, नयाबस्ती और वेल्सा में पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। हरड़िया नाले के प्रवाह से शिक्षक नारायण राम के मकान सहित कई घर खतरे की जद में आ गए हैं। रसियाबगड़ में खबरिया नाले से रसियाबगड़ गांव को खतरा पैदा हो गया है। इलाके में मेरा गांव मेरी सड़क योजना से बना मार्ग सहित पैदल रास्ते और सुरक्षा दीवारें बह गई हैं। जिला पंचायत सदस्य दीपू चुफाल ने मंगलवार को तेजम में आयोजित तहसील दिवस में आपदा से प्रभावित इन क्षेत्रों में हुए नुकसान को प्रमुखता से उठाया।