{"_id":"68caa70374746c96ba0d5b99","slug":"fake-pakistani-team-arrived-to-play-football-match-with-japan-officers-returned-players-from-the-airport-2025-09-17","type":"story","status":"publish","title_hn":"Pakistan: जापान के साथ फुटबॉल मैच खेलने पहुंची फर्जी पाकिस्तानी टीम, अफसरों ने एयरपोर्ट से वापस लौटाया","category":{"title":"World","title_hn":"दुनिया","slug":"world"}}
Pakistan: जापान के साथ फुटबॉल मैच खेलने पहुंची फर्जी पाकिस्तानी टीम, अफसरों ने एयरपोर्ट से वापस लौटाया
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लाहौर
Published by: बशु जैन
Updated Wed, 17 Sep 2025 05:48 PM IST
विज्ञापन
सार
22 सदस्यीय फर्जी फुटबॉल टीम जून 2025 में जापान के एयरपोर्ट पर पहुंची। सभी लोग खिलाड़ियों की तरह फुटबॉल किट पहने थे। उन्होंने दावा किया कि वे पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन (PFF) में पंजीकृत हैं और जापान के एक क्लब के साथ उनका फुटबॉल मैच होना है। अधिकारियों को शक हुआ तो पूरी टीम को जापान के एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया गया।

जापान पहुंची फर्जी पाकिस्तानी टीम। (सांकेतिक तस्वीर)
- फोटो : AI Image
विज्ञापन
विस्तार
पाकिस्तान की फर्जी फुटबॉल टीम का भंडाफोड़ हुआ है। पाकिस्तान की एक फर्जी फुटबॉल टीम मैच खेलने के लिए जापान पहुंच गई। जांच के दौरान अधिकारियों को शक हुआ तो पूरी टीम के लोगों को जापान के एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया। बाद में सामने आया कि टीम में असली खिलाड़ी नहीं बल्कि मानव तस्करी के जरिये लोगों को भेजा गया था।
संघीय जांच एजेंसी ने बताया कि 22 सदस्यीय फर्जी फुटबॉल टीम जून 2025 में जापान के एयरपोर्ट पर पहुंची। सभी लोग खिलाड़ियों की तरह फुटबॉल किट पहने थे। उन्होंने दावा किया कि वे पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन (PFF) में पंजीकृत हैं और जापान के एक क्लब के साथ उनका फुटबॉल मैच होना है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनको 15 दिन का जापान का वीजा भी इसी आधार पर मिला है। टीम को लेकर जापान एयरपोर्ट पर मौजूद आव्रजन अधिकारियों को कुछ शक हुआ। अफसरों ने जांच की तो सच सामने आया और सभी 22 लोगों को एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया। मामला पाकिस्तान के पास पहुंचा जो उसने जांच एफआईए को सौंप दी।
2024 में भी गई थी फर्जी फुटबॉल टीम
एफआईए ने जांच के दौरान मंगलवार को मुख्य आरोपी वकास अली को पकड़ा। उसने बताया कि वह एक मानव तस्करी नेटवर्क से जुड़ा है। उसने 2024 में भी 17 लोगों को फर्जी फुटबॉल टीम के नाम पर जापान भेजा था। वे लोग कभी वापस नहीं लौटे।
फर्जी पत्र और एनओसी बनाई गई
जांच में पता लगा कि आरोपियों ने लोगों को जापान भेजने के लिए पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन और विदेश मंत्रालय के फर्जी पत्र व अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) बनाए थे। हर व्यक्ति से लगभग 45 लाख पाकिस्तानी रुपये वसूले गए। एफआईए इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और जल्द ही बड़े खुलासे हो सकते हैं। अफसर मुख्य आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं।

संघीय जांच एजेंसी ने बताया कि 22 सदस्यीय फर्जी फुटबॉल टीम जून 2025 में जापान के एयरपोर्ट पर पहुंची। सभी लोग खिलाड़ियों की तरह फुटबॉल किट पहने थे। उन्होंने दावा किया कि वे पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन (PFF) में पंजीकृत हैं और जापान के एक क्लब के साथ उनका फुटबॉल मैच होना है।
विज्ञापन
विज्ञापन
उन्होंने यह भी कहा कि उनको 15 दिन का जापान का वीजा भी इसी आधार पर मिला है। टीम को लेकर जापान एयरपोर्ट पर मौजूद आव्रजन अधिकारियों को कुछ शक हुआ। अफसरों ने जांच की तो सच सामने आया और सभी 22 लोगों को एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया। मामला पाकिस्तान के पास पहुंचा जो उसने जांच एफआईए को सौंप दी।
2024 में भी गई थी फर्जी फुटबॉल टीम
एफआईए ने जांच के दौरान मंगलवार को मुख्य आरोपी वकास अली को पकड़ा। उसने बताया कि वह एक मानव तस्करी नेटवर्क से जुड़ा है। उसने 2024 में भी 17 लोगों को फर्जी फुटबॉल टीम के नाम पर जापान भेजा था। वे लोग कभी वापस नहीं लौटे।
फर्जी पत्र और एनओसी बनाई गई
जांच में पता लगा कि आरोपियों ने लोगों को जापान भेजने के लिए पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन और विदेश मंत्रालय के फर्जी पत्र व अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) बनाए थे। हर व्यक्ति से लगभग 45 लाख पाकिस्तानी रुपये वसूले गए। एफआईए इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और जल्द ही बड़े खुलासे हो सकते हैं। अफसर मुख्य आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं।
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get latest World News headlines in Hindi related political news, sports news, Business news all breaking news and live updates. Stay updated with us for all latest Hindi news.
विज्ञापन
विज्ञापन