Uk: सड़कें काली करने का खेल... आगे डामर हो रहा, पीछे उखड़ रहा; पाले में डामरीकरण कर बजट की बर्बादी
पिथौरागढ़ के धारचूला हाईवे को गड्ढा मुक्त कर सफर आसान बनाने के लिए डामरीकरण के नाम पर औपचारिकता निभाई जा रही है। आगे डामर हो रहा है जो पीछे से उखड़ रहा है। बजट की बर्बादी हो रही है।
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पिथौरागढ़ के धारचूला हाईवे को गड्ढा मुक्त कर सफर आसान बनाने के लिए डामरीकरण के नाम पर औपचारिकता निभाई जा रही है। आगे डामर हो रहा है जो पीछे से उखड़ रहा है। बजट की बर्बादी हो रही है। इसके पीछे की बड़ी वजह पाले में डामरीकरण है। पाला प्रभावित क्षेत्रों में डामर उखड़ने से हाईवे पर बिखरी रोड़ी से दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया है।
पिथौरागढ़-धारचूला हाईवे पर्यटन के साथ ही सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इस हाईवे पर आदि कैलाश, कैलाश मानसरोवर यात्री आवाजाही करते हैं। वहीं चीन सीमा तक सैनिकों की आवाजाही इसी हाईवे से होती है। हजारों वाहन और यात्री इस हाईवे पर हर रोज सफर करते हैं। हाईवे पर सफर आसान बनाने के लिए पलेटा से आगे डामरीकरण किया जा रहा है। यह हाईवे पालाग्रस्त सड़कों में शामिल है। इन दिनों हाईवे पर नैनीपाताल, पलेटा, सतगढ़, कनालीछीना आदि स्थानों में जमकर पाला गिर रहा है। पाले में हाईवे पर डामर करते ही यह उखड़ने लगा है। पलेटा, सतगढ़ में डामर उखड़ने से बने गड्ढे साफ नजर आ रहे हैं। करोड़ों रुपये खर्च कर किये गए डामर के उखड़ने से पूरे सिस्टम की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
यहां से अधिकारी भी गुजरते हैं लेकिन...हैरानी है कि इस हाईवे से हर रोज जिम्मेदार अधिकारी आवाजाही करते हैं लेकिन किसी की नजर उखड़े डामर और इससे बने गड्ढों पर नहीं पड़ रही है। हाईवे पर डामर उखड़ने से बने गड्ढे और बिखरी रोड़ी दुर्घटना का कारण बन रही है। हाईवे पर पाला गिरने से पहले ही फिसलन बनी है। इस पर बने गड्ढे और बिखरी रोड़ी में वाहनों के रपटने का खतरा बढ़ गया है। पलेटा के पास आए दिन दोपहिया वाहन पाला और बिखरी रोड़ी में रपटकर चालक चोटिल हो रहे हैं।
डीडीहाट में भी शिकायतें
पिथौरागढ़। डीडीहाट में कुछ ग्रामीण सड़कों पर पूर्व में डामरीकरण शुरू हुआ। पाले के चलते डामर उखड़ा तो इस पर शिकायतें और सवाल उठने शुरू हुए। खुद ब्लॉक प्रमुख ने जाड़ों में डामर करने पर सवाल उठाए। ऐसे में पीएमजीएसवाई ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए डामरीकरण ही रोक दिया और मौसम अनुकूल होने पर काम शुरू करने का निर्णय लिया। हैरानी है कि हाईवे पर मौसम का ध्यान न रखते हुए डामर किया जा रहा है।
कोट-इस मामले में बीआरओ से वार्ता की जाएगी। यदि पालाग्रस्त क्षेत्रों में डामर उखड़ रहा है तो यह ठीक नहीं है। जल्द ही इस पर उचित निर्णय लिया जाएगा। -योगेंद्र सिंह, एडीएम, पिथौरागढ़
कोट- पाले में डामरीकरण करना सिर्फ सरकारी धन का दुरुपयोग है। डामर उखड़ने के बाद बने गड्ढों में पैंचिंग की जाती है जो लंबे समय तक साथ नहीं देती। पाले में डामर करने से साफ है कि कुछ दिन बाद ही हाईवे की हालत पहले जैसी हो जाएगी। -मुकेश पंत, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस

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