{"_id":"6946d8c3c45bf173be078b25","slug":"sewer-line-will-be-laid-in-pithoragarh-at-a-cost-of-rs-59478-lakh-pithoragarh-news-c-230-1-pth1019-136110-2025-12-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"Pithoragarh News: पिथौरागढ़ में 594.78 लाख की लागत से बिछेगी सीवर लाइन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Pithoragarh News: पिथौरागढ़ में 594.78 लाख की लागत से बिछेगी सीवर लाइन
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Sat, 20 Dec 2025 10:41 PM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
पिथौरागढ़। नगर में लोग लंबे समय से सीवर लाइन बिछाए जाने का इंतजार कर रहे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चार वार्डों में सीवर लाइन के लिए 594.78 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। सीवर लाइन बिछने से नगर की बड़ी आबादी को सुविधा मिलेगी।
नगर के कई क्षेत्रों में पूर्व में सीवर लाइन बिछाई गई थी। महापौर कल्पना देवलाल ने बताया कि बीती फरवरी में मुख्यमंत्री से भेंट कर जनहित में नगर की सीवर लाइन विस्तार योजना की मांग की गई थी। उन्होंने इसका संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड पेयजल निगम को निर्देशित कर जल्द विभागीय संस्तुति देने के निर्देश दिए थे। उन्होंने बताया कि 19 दिसंबर को सीवर लाइन विस्तार के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दे दी गई है।
महापौर ने कहा कि यह नगर के लिए बहुत बड़ी सौगात है। सीवर लाइन के विस्तार की योजना के तहत कुमौड़ वार्ड के लिए 197.93 लाख, विवेकानंद कॉलोनी और खड़कोट वार्ड के लिए 198.40 लाख, बजेटी/न्यू बजेटी वार्ड के लिए 198.45 लाख रुपये की स्वीकृति दी है। पहली किस्त के रूप में 255.91 लाख रुपये अवमुक्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सीवर विस्तार योजना नगर को विकसित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री और पेयजल सचिव का आभार जताया है।
--
अब तक सिर्फ 49 किमी लंबी बिछी है सीवर लाइन
अब तक नगर निगम क्षेत्र में सिल्थाम और टकाना सहित सीमित क्षेत्रों में 49 किमी लंबी सीवर लाइन बिछी है जबकि नगर के 40 वार्डों का दायरा 200 किमी से अधिक है। सीमित क्षेत्र में सीवर लाइन बिछाए जाने से नगर क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। अब नगर के अन्य हिस्सों में सीवर लाइन बिछाई जाएगी जिससे लोगों में खुशी है।
--
दूषित होने से बचेंगे जल स्रोत, बीमारी का खतरा होगा कम
नगर क्षेत्र में मौजूद 25 से अधिक प्राकृतिक जल स्रोत दूषित हो चुके हैं। इसकी मुख्य वजह सीवर लाइन न होने से पिटों से इनमें रिसती गंदगी है। इन प्राकृतिक जल स्रोतों में सीवर सहित अन्य गंदगी के रिसाव से इसमें कोलीफॉर्म बैक्टीरिया पनप गया है जो पीलिया और टाइफाइड का कारण बन रहा है। सीवर लाइन बिछने से प्राकृतिक जल स्रोत भी दूषित होने से बचेंगे और बीमारी का खतरा भी कम होगा।
Trending Videos
नगर के कई क्षेत्रों में पूर्व में सीवर लाइन बिछाई गई थी। महापौर कल्पना देवलाल ने बताया कि बीती फरवरी में मुख्यमंत्री से भेंट कर जनहित में नगर की सीवर लाइन विस्तार योजना की मांग की गई थी। उन्होंने इसका संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड पेयजल निगम को निर्देशित कर जल्द विभागीय संस्तुति देने के निर्देश दिए थे। उन्होंने बताया कि 19 दिसंबर को सीवर लाइन विस्तार के लिए प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दे दी गई है।
विज्ञापन
विज्ञापन
महापौर ने कहा कि यह नगर के लिए बहुत बड़ी सौगात है। सीवर लाइन के विस्तार की योजना के तहत कुमौड़ वार्ड के लिए 197.93 लाख, विवेकानंद कॉलोनी और खड़कोट वार्ड के लिए 198.40 लाख, बजेटी/न्यू बजेटी वार्ड के लिए 198.45 लाख रुपये की स्वीकृति दी है। पहली किस्त के रूप में 255.91 लाख रुपये अवमुक्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सीवर विस्तार योजना नगर को विकसित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री और पेयजल सचिव का आभार जताया है।
अब तक सिर्फ 49 किमी लंबी बिछी है सीवर लाइन
अब तक नगर निगम क्षेत्र में सिल्थाम और टकाना सहित सीमित क्षेत्रों में 49 किमी लंबी सीवर लाइन बिछी है जबकि नगर के 40 वार्डों का दायरा 200 किमी से अधिक है। सीमित क्षेत्र में सीवर लाइन बिछाए जाने से नगर क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। अब नगर के अन्य हिस्सों में सीवर लाइन बिछाई जाएगी जिससे लोगों में खुशी है।
दूषित होने से बचेंगे जल स्रोत, बीमारी का खतरा होगा कम
नगर क्षेत्र में मौजूद 25 से अधिक प्राकृतिक जल स्रोत दूषित हो चुके हैं। इसकी मुख्य वजह सीवर लाइन न होने से पिटों से इनमें रिसती गंदगी है। इन प्राकृतिक जल स्रोतों में सीवर सहित अन्य गंदगी के रिसाव से इसमें कोलीफॉर्म बैक्टीरिया पनप गया है जो पीलिया और टाइफाइड का कारण बन रहा है। सीवर लाइन बिछने से प्राकृतिक जल स्रोत भी दूषित होने से बचेंगे और बीमारी का खतरा भी कम होगा।

कमेंट
कमेंट X