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Tehri News: भिलंगना के उद्गम से संगम तक की बदलती स्थिति का होगा अध्ययन
संवाद न्यूज एजेंसी, टिहरी
Updated Sun, 14 Sep 2025 05:52 PM IST
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माउंट वैली डेवलपमेंट एसोसिएशन और ग्राफिक एरा विवि की पहल पर शुरू हुई पदयात्रा
पारंपरिक फसलों के उत्पादन और पशुपालन के बारे में ग्रामीणों से ली गई जानकारी
घनसाली (टिहरी) । माउंट वैली डेवलपमेंट एसोसिएशन और ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय की पहल पर गंगी गांव में स्रोत से संगम तक अध्ययन पदयात्रा शुरू की गई है। भिलंगना नदी के उद्गम क्षेत्र की बदलती पर्यावरणीय परिस्थितियों की भौगोलिक महत्व को देखते हुए छह दिवसीय पदयात्रा की जा रही है। यात्रा का उद्देश्य गंगा के उद्गम से संगम तक बदलते पर्यावरणीय प्रभावों को समझना है।
गंगी गांव में माउंट वैली और ग्राफिक एरा विवि के वैज्ञानिकों ने ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाई। इस दौरान ग्रामीणों ने पारंपरिक फसलों के उत्पादन, पशुपालन, बदलती पर्यावरणीय परिस्थितियों के कारण हो रही खेती की स्थिति, गांव की संस्कृति, खानपान, रहन-सहन के बारे में जानकारी साझा की।
यात्रा में शामिल लोगों ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों, पारंपरिक कृषि पद्धतियों में हो रही गिरावट की स्थिति से ग्रामीणों से जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में खाद्य प्रणाली और चौमासे वाली फसलाें की भी अब पहले जैसी उपज नहीं हो पा रही है। ग्राफिक एरा शैक्षणिक संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. वीपी उनियाल, माउंट वैली के कार्यकारी निदेशक नवप्रभात ने उक्त समस्याओं को हल करने के संबंध में वैज्ञानिक पहलुओं की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पदयात्रा का उद्देश्य है कि किस प्रकार लोग प्रकृति, नदियों, पर्वत, जंगल, जमीन को संरक्षित करके रखें। कहा सामूहिक भागीदारी के माध्यम से नदी के उद्गम स्थल से संगम स्थल और गांवों, कस्बों व शहरों के आसपास नदी को स्वच्छ व संरक्षित रखना जरूरी है। इस मौके पर प्रधान अंगूरा देवी, शिव सिंह राणा आदि मौजूद रहे।

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पारंपरिक फसलों के उत्पादन और पशुपालन के बारे में ग्रामीणों से ली गई जानकारी
घनसाली (टिहरी) । माउंट वैली डेवलपमेंट एसोसिएशन और ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय की पहल पर गंगी गांव में स्रोत से संगम तक अध्ययन पदयात्रा शुरू की गई है। भिलंगना नदी के उद्गम क्षेत्र की बदलती पर्यावरणीय परिस्थितियों की भौगोलिक महत्व को देखते हुए छह दिवसीय पदयात्रा की जा रही है। यात्रा का उद्देश्य गंगा के उद्गम से संगम तक बदलते पर्यावरणीय प्रभावों को समझना है।
गंगी गांव में माउंट वैली और ग्राफिक एरा विवि के वैज्ञानिकों ने ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाई। इस दौरान ग्रामीणों ने पारंपरिक फसलों के उत्पादन, पशुपालन, बदलती पर्यावरणीय परिस्थितियों के कारण हो रही खेती की स्थिति, गांव की संस्कृति, खानपान, रहन-सहन के बारे में जानकारी साझा की।
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यात्रा में शामिल लोगों ने जलवायु परिवर्तन के प्रभावों, पारंपरिक कृषि पद्धतियों में हो रही गिरावट की स्थिति से ग्रामीणों से जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में खाद्य प्रणाली और चौमासे वाली फसलाें की भी अब पहले जैसी उपज नहीं हो पा रही है। ग्राफिक एरा शैक्षणिक संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. वीपी उनियाल, माउंट वैली के कार्यकारी निदेशक नवप्रभात ने उक्त समस्याओं को हल करने के संबंध में वैज्ञानिक पहलुओं की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पदयात्रा का उद्देश्य है कि किस प्रकार लोग प्रकृति, नदियों, पर्वत, जंगल, जमीन को संरक्षित करके रखें। कहा सामूहिक भागीदारी के माध्यम से नदी के उद्गम स्थल से संगम स्थल और गांवों, कस्बों व शहरों के आसपास नदी को स्वच्छ व संरक्षित रखना जरूरी है। इस मौके पर प्रधान अंगूरा देवी, शिव सिंह राणा आदि मौजूद रहे।