UK News: खटीमा में दुग्ध प्रोसेसिंग यूनिट में नई मशीनें लगेंगी, राज्य सरकार ने एनडीडीबी को भेजा प्रस्ताव
राज्य सरकार ने दुग्ध उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने के लिए दुग्ध प्रोसेसिंग मशीनें स्थापित करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है। एनडीडीबी के सहयोग से इसका लक्ष्य दुग्ध क्षेत्र में क्रांति लाना है।
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राज्य सरकार की ओर से दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए दुग्ध प्रोसेसिंग यूनिट की नई मशीनें स्थापित करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। इस प्रस्ताव के अनुसार, नई मशीनों से दुग्ध उत्पादन क्षमता में वृद्धि तो होगी ही और किसानों को अपने दूध का बेहतर मूल्य मिलेगा।
राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के साथ मिलकर दुग्ध उत्पादन में क्रांति लाने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत, जिले में संचालित दूध कलेक्शन सेंटरों की क्षमता को भी बढ़ाने और नई मशीनें स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। दुग्ध संघ की अध्यक्ष प्रभा रावत के अनुसार खटीमा में 50 हजार लीटर की क्षमता के मुख्य प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण 24 साल पहले यानी 2001 में हुआ था लेकिन इस प्रोसेसिंग यूनिट का अभी तक पूर्ण रूप से कायाकल्प नहीं हुआ है।
प्रस्ताव के अनुसार इस यूनिट में कई नई और आधुनिक मशीनों का प्रस्ताव भी शामिल है। शासन से हरी झंडी मिलने पर दुग्ध संघों की प्रोसेसिंग क्षमता में वृद्धि की जाएगी और दुग्ध समितियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इससे दुग्ध उत्पादकों की आय में अप्रत्याशित वृद्धि होगी।
खटीमा यूनिट में पुरानी मशीनों के चलते यहां उत्पादों का अधिक उत्पादन और रखरखाव नहीं किया जा सकता। यहां तैयार पनीर को दो दिनों से अधिक समय तक सहेजना बेहद कठिन है। जबकि नई मशीनों से एक हफ्ते तक पनीर को सुरक्षित किया जा सकता है। इसके अलावा कोल्ड चैन को भी दुरुस्त कराने को लेकर राज्य से प्रस्ताव भेजा है। रुद्रपुर की यूनिट की क्षमता को भी पांच से 10 हजार करने का प्रस्ताव शासन से भेजा हैं। यहां भी काफी पुरानी मशीनरी के चलते दुग्ध उत्पादों को सहेजने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
शासन की ओर से एनडीडीबी को प्रस्ताव तैयार कर भेजा है। दुग्ध संघ के विकास के लिए राज्य स्तर पर भी बैठक हुई है। केंद्र से सहमति मिलने पर आधुनिक मशीनों की स्थापना की जाएगी। इससे दुग्ध उत्पादकों की आय में भी इजाफा होगा।- राजेश मेहता, प्रधान प्रबंधक, दुग्ध संघ