वाराणसी के विश्वनाथ मंदिर परिसर में ड्यूटी करने वाले सीआरपीएफ के जवान पुलिस के लोग, अर्चक और सेवादार सभी नंगे पांव ड्यूटी करते रहे हैं लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। विश्वनाथ मंदिर परिसर में अब जूट का जूता पहनकर यह तमाम लोग अपना काम करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश के बाद दिल्ली से जूट के जूते इन सभी कर्मचारियों को भेजे गए हैं।
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने रविवार को मंदिर में कार्य कर रहे शास्त्री पुजारी, सीआरपीएफ के जवान पुलिसकर्मी, सेवादार और सफाई कर्मियों को यह जूट के जूते वितरित किए गए।
ठंड के कारण इन लोगों को नंगे पांव काम करने में परेशानी हो रही थी और यह बात प्रधानमंत्री मोदी को पता चली ,जिसके बाद उनके निर्देश पर दिल्ली से यह जूट के जूते भेजे गए हैं।इन जूतों का उपयोग काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में ही किया जाएगा।
आपको बता दें कि मंदिर परिसर में चमड़े या रबड़ से निर्मित जूते चप्पल प्रतिबंधित है और अधिकारियों का खड़ाऊं पहन कर ड्यूटी करना संभव नहीं है। इन सारी परेशानियों को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सभी के लिए जूट के जूते का इंतजाम किया है।
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