अलवर जिले के भर्तृहरि क्षेत्र में शनिवार तड़के तीन से चार बजे के बीच जोरदार बारिश हुई। शुक्रवार शाम को भी अच्छी बारिश दर्ज की गई थी। लगातार हुई वर्षा से रूपारेल नदी उफान पर आ गई, वहीं भर्तृहरि तिराहे के पास से गुजरने वाला बड़ा नाला भी पुलिया से काफी ऊपर बहता नजर आया। सरिस्का क्षेत्र में शुक्रवार से हो रही भारी बारिश ने सभी नालों को उफान पर ला दिया है। ये सभी नाले भर्तृहरि नाले से होकर रूपारेल नदी में मिलते हैं, जिससे जलस्तर और तेजी से बढ़ा।
श्रद्धालुओं की भीड़ और हादसे की आशंका
भर्तृहरि मेले में शुक्रवार शाम को हजारों श्रद्धालु पहुंचे थे। इसी दौरान जब श्रद्धालुओं को उफनते नाले की पुलिया पार करनी पड़ी तो लोगों में दहशत का माहौल बन गया। हजारों लोग एक साथ पुलिया पर मौजूद थे, जबकि नीचे तेज धारा बह रही थी। पुलिया टूटने या भीड़ में धक्का-मुक्की की स्थिति बनने पर बड़ा हादसा हो सकता था। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस सीजन में एक-दो बार ही इतनी जोरदार बारिश हुई है, लेकिन अचानक हुए इस जलभराव ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं।
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भर्तृहरि धाम के आसपास बढ़ा खतरा
भर्तृहरि धाम पहाड़ों के नीचे बसा हुआ है और चारों ओर पहाड़ी क्षेत्र फैला हुआ है। ऐसे में जब तेज बारिश होती है तो पहाड़ों से पानी बहुत तेजी से नीचे की ओर आता है। यही वजह है कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खतरा कई गुना बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी स्थिति में भक्तों को पहाड़ी रास्तों से बचना चाहिए और सुरक्षित इलाकों में ही रुकना चाहिए।
कलेक्टर ने की यह अपील
अलवर कलेक्टर डॉ. अर्तिका शुक्ला पहले भी आमजन से अपील कर चुकी हैं कि पानी के बहाव वाले क्षेत्रों में प्रवेश न करें। अब जबकि मेले में भीड़ अधिक है और बारिश का दौर जारी है, खतरा और बढ़ गया है। ऐसे में प्रशासन को पुलिया पर लोगों की आवाजाही नियंत्रित करने और सुरक्षा इंतजाम कड़े करने की जरूरत है।
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