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Russia: पूरे करियर में पुतिन के लिए बने चुनौती, जानें कौन हैं नवलनी, जिनकी मौत से जुड़े रूसी राष्ट्रपति के तार
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शिवेंद्र तिवारी
Updated Sat, 17 Feb 2024 02:12 PM IST
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रूसी नेता अलेक्सी नवलनी
- फोटो :
Amar Ujala
विस्तार
रूस में एक और पुतिन विरोधी नेता की मौत से सनसनी मच गई है। दरअसल, रूस में एक मुखर राजनेता अलेक्सी नवलनी की मौत हो गई है। रूसी अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को जेल में उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद दुनियाभर से प्रतिक्रिया सामने आई है। संयुक्त राष्ट्र ने नवलनी की मौत की उचित जांच करने की बात कही है। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूसी विपक्षी नेता की मौत के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को जिम्मेदार ठहराया है। बाइडन ने कहा कि वह नवलनी की कथित मौत से हैरानी में नहीं बल्कि आक्रोशित हैं।आइये जानते हैं आखिर अलेक्सी नवलनी कौन थे? उनका करियर कैसा था? वो पुतिन के विरोधी कैसे बन गए? उनकी मौत कैसे हुई?

एलेक्सी नवलनी
- फोटो :
सोशल मीडिया
अलेक्सी नवलनी कौन थे?
अलेक्सी ए. नवलनी की पहचान पुतिन विरोधी राजनीतिक कार्यकर्ता की थी। उनका जन्म 4 जून 1976 को हुआ था। नवलनी के माता-पिता ने भी सोवियत शासन का विरोध किया था। नवलनी ने उच्च शिक्षा में कानून और वित्त की पढ़ाई की। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने रियल एस्टेट वकील के रूप में काम किया।
साल 2000 में नवलनी रूस की उदार माने जाने वाले राजनीतिक दल याब्लोको में शामिल हुए। यह वह समय था जब व्लादिमीर पुतिन पहली बार रूस के राष्ट्रपति बने थे। नवलनी शुरू से पुतिन प्रशासन के विरोधी थे। उन्होंने मास्को निर्माण परियोजनाओं को मुद्दा बनाया और इन्हें राजनीतिक बहसों में शामिल किया। इसी दौरान उन्होंने एक रेडियो शो शुरू किया। इसके अलावा नवलनी ने एक ब्लॉग शुरू किया जिसमें पुतिन समर्थकों की आलोचना की जाती थी।
अलेक्सी ए. नवलनी की पहचान पुतिन विरोधी राजनीतिक कार्यकर्ता की थी। उनका जन्म 4 जून 1976 को हुआ था। नवलनी के माता-पिता ने भी सोवियत शासन का विरोध किया था। नवलनी ने उच्च शिक्षा में कानून और वित्त की पढ़ाई की। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने रियल एस्टेट वकील के रूप में काम किया।
साल 2000 में नवलनी रूस की उदार माने जाने वाले राजनीतिक दल याब्लोको में शामिल हुए। यह वह समय था जब व्लादिमीर पुतिन पहली बार रूस के राष्ट्रपति बने थे। नवलनी शुरू से पुतिन प्रशासन के विरोधी थे। उन्होंने मास्को निर्माण परियोजनाओं को मुद्दा बनाया और इन्हें राजनीतिक बहसों में शामिल किया। इसी दौरान उन्होंने एक रेडियो शो शुरू किया। इसके अलावा नवलनी ने एक ब्लॉग शुरू किया जिसमें पुतिन समर्थकों की आलोचना की जाती थी।
शुरू से ही रहे पुतिन के विरोधी
इस तरह से नवलनी ने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत एक भ्रष्टाचार विरोधी ब्लॉगर के रूप में की। कहा जाता है कि नवलनी ने युवा रूसियों की एक पीढ़ी को संगठित करने में अहम भूमिका निभाई। साल 2011 का समय था जब पुतिन के राष्ट्रपति बनने के बाद सबसे बड़ा क्रेमलिन विरोधी प्रदर्शन हुआ था। नवलनी ने उस वर्ष रूस के संसदीय चुनावों में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए एक व्यापक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।
पुतिन की नीतियों का विरोध करते हुए उन्होंने चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई लेकिन सफलता नहीं मिली। 2013 में नवलनी ने मॉस्को के मेयर पद का चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें 27 प्रतिशत वोट मिले।
इस तरह से नवलनी ने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत एक भ्रष्टाचार विरोधी ब्लॉगर के रूप में की। कहा जाता है कि नवलनी ने युवा रूसियों की एक पीढ़ी को संगठित करने में अहम भूमिका निभाई। साल 2011 का समय था जब पुतिन के राष्ट्रपति बनने के बाद सबसे बड़ा क्रेमलिन विरोधी प्रदर्शन हुआ था। नवलनी ने उस वर्ष रूस के संसदीय चुनावों में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए एक व्यापक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।
पुतिन की नीतियों का विरोध करते हुए उन्होंने चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई लेकिन सफलता नहीं मिली। 2013 में नवलनी ने मॉस्को के मेयर पद का चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें 27 प्रतिशत वोट मिले।
पुतिन के खिलाफ लड़ना चाहते थे चुनाव
इसके बाद नवलनी ने रूस के 2018 चुनाव में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की योजना बनाई लेकिन इसमें भी वह सफल नहीं सके। दरअसल, अदालत द्वारा धोखाधड़ी के आरोप में दोषी ठहराए जाने के बाद नवलनी को राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हो गए। इधर नवलनी ने पुतिन के दोबारा चुनाव के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया।
इस बीच नवलनी को जेल में डाल दिया गया उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा। इसके अलावा अधिकारियों ने नवलनी से जुड़े कार्यकर्ताओं के घरों और कार्यालयों पर भी छापा मारा।
इसके बाद नवलनी ने रूस के 2018 चुनाव में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की योजना बनाई लेकिन इसमें भी वह सफल नहीं सके। दरअसल, अदालत द्वारा धोखाधड़ी के आरोप में दोषी ठहराए जाने के बाद नवलनी को राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हो गए। इधर नवलनी ने पुतिन के दोबारा चुनाव के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया।
इस बीच नवलनी को जेल में डाल दिया गया उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा। इसके अलावा अधिकारियों ने नवलनी से जुड़े कार्यकर्ताओं के घरों और कार्यालयों पर भी छापा मारा।
दावा- जहर देकर मारने की साजिश
अगस्त 2020 में नवलनी साइबेरिया के दौरे पर गए थे। वहां से मॉस्को लौटते समय नवलनी बीमार पड़ गए। इसके बाद नवलनी को इलाज के लिए जर्मनी ले जाया गया। हफ्तों बाद जर्मन सरकार ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा कि नवलनी को जहर दिया गया था।
कुछ दिनों बाद नवलनी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो पोस्ट किया। रूसी विपक्षी नेता ने दावा किया कि उन्हें खुफिया अधिकारी ने उनके अंडरवियर में जहर लगाकर मारने की साजिश रची थी। जहर दिए जाने के पांच महीने बाद जनवरी 2021 में नवलनी वापस मास्को चले गए और यहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
दो महीने बाद रूसी अधिकारियों ने नवलनी को दो साल की जेल की सजा देने का आदेश दिया। उन्हें ऐसी जेल में रखा गया जो कैदियों के साथ बुरे बर्ताव के लिए कुख्यात मानी जाती है। जेल में उचित चिकित्सा सुविधा की कमी के विरोध में उन्होंने एक सप्ताह की भूख हड़ताल की। इस दौरान नवलनी का स्वास्थ्य भी बिगड़ गया।
जेल में बंद पुतिन विरोधी नेता की मुश्किलें कभी कम ही नहीं हुईं। अगस्त 2023 में एक रूसी अदालत ने नवलनी को जेल में बंद नेता पर उग्रवाद का समर्थन करने के आरोप में अतिरिक्त 19 साल की सजा सुनाई।
अगस्त 2020 में नवलनी साइबेरिया के दौरे पर गए थे। वहां से मॉस्को लौटते समय नवलनी बीमार पड़ गए। इसके बाद नवलनी को इलाज के लिए जर्मनी ले जाया गया। हफ्तों बाद जर्मन सरकार ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा कि नवलनी को जहर दिया गया था।
कुछ दिनों बाद नवलनी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो पोस्ट किया। रूसी विपक्षी नेता ने दावा किया कि उन्हें खुफिया अधिकारी ने उनके अंडरवियर में जहर लगाकर मारने की साजिश रची थी। जहर दिए जाने के पांच महीने बाद जनवरी 2021 में नवलनी वापस मास्को चले गए और यहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
दो महीने बाद रूसी अधिकारियों ने नवलनी को दो साल की जेल की सजा देने का आदेश दिया। उन्हें ऐसी जेल में रखा गया जो कैदियों के साथ बुरे बर्ताव के लिए कुख्यात मानी जाती है। जेल में उचित चिकित्सा सुविधा की कमी के विरोध में उन्होंने एक सप्ताह की भूख हड़ताल की। इस दौरान नवलनी का स्वास्थ्य भी बिगड़ गया।
जेल में बंद पुतिन विरोधी नेता की मुश्किलें कभी कम ही नहीं हुईं। अगस्त 2023 में एक रूसी अदालत ने नवलनी को जेल में बंद नेता पर उग्रवाद का समर्थन करने के आरोप में अतिरिक्त 19 साल की सजा सुनाई।
पिछले साल हो गए थे गायब
पिछले साल दिसंबर में नवलनी के सहयोगियों ने दावा किया कि 20 दिनों तक उनसे संपर्क टूटा रहा। अंत में उनके प्रवक्ता ने कहा कि वह मिल गए हैं। इस बीच अधिकारियों ने उन्हें आर्कटिक जेल में स्थानांतरित कर दिया जो रूस के सबसे दूरदराज के शहरों में से एक में स्थित है। इसके अलावा यह जेल अपनी कठोर परिस्थितियों के लिए जाना जाता है।
पिछले साल दिसंबर में नवलनी के सहयोगियों ने दावा किया कि 20 दिनों तक उनसे संपर्क टूटा रहा। अंत में उनके प्रवक्ता ने कहा कि वह मिल गए हैं। इस बीच अधिकारियों ने उन्हें आर्कटिक जेल में स्थानांतरित कर दिया जो रूस के सबसे दूरदराज के शहरों में से एक में स्थित है। इसके अलावा यह जेल अपनी कठोर परिस्थितियों के लिए जाना जाता है।
अदालती सुनवाई के अगले दिन हो गई मौत
फरवरी 15, 2024 वह तारीख थी जब नवलनी को आखिरी बार सार्वजनिक रूप से देखा गया। इस दिन वह एक अदालत की सुनवाई में वीडियो लिंक के जरिए जेल में काले कपड़े पहने हुए दिखाई दिए थे। अगले दिन यानी 16 फरवरी को रूसी अधिकारियों ने दावा किया कि जेल में टहलने के बाद नवलनी बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई।
फरवरी 15, 2024 वह तारीख थी जब नवलनी को आखिरी बार सार्वजनिक रूप से देखा गया। इस दिन वह एक अदालत की सुनवाई में वीडियो लिंक के जरिए जेल में काले कपड़े पहने हुए दिखाई दिए थे। अगले दिन यानी 16 फरवरी को रूसी अधिकारियों ने दावा किया कि जेल में टहलने के बाद नवलनी बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई।