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Stella Rimington Passes Away: यूके की पहली महिला MI5 प्रमुख स्टेला का निधन, 90 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, लंदन
Published by: दीपक कुमार शर्मा
Updated Tue, 05 Aug 2025 04:41 AM IST
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सार
ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI5 की पहली महिला प्रमुख स्टेला रिमिंगटन का 90 वर्ष की आयु में सोमवार को निधन हो गया। उनका जन्म 1935 में लंदन में हुआ था। 1992 में स्टेला को MI5 का महानिदेशक नियुक्त किया गया था।

स्टेला रिमिंगटन
- फोटो : विकिपीडिया
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विस्तार
ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI5 की पहली महिला प्रमुख और बाद में एक सफल थ्रिलर लेखिका बनी स्टेला रिमिंगटन का सोमवार (स्थानीय समयानुसार) को निधन हो गया। उनके परिवार ने बताया कि स्टेला 90 वर्ष की थीं।

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स्टेला रिमिंगटन ने MI5 की पहली महिला प्रमुख बनकर इतिहास रचा। कहा जाता है कि फिल्म अभिनेत्री जूडी डेंच, जिन्होंने सात जेम्स बॉन्ड फिल्मों में MI6 की प्रमुख एम का किरदार निभाया, स्टेला की इसी भूमिका से प्रेरित थीं।
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पसंदीदा जीवन से आखिरी वक्त तक जुड़ी रहीं स्टेला
स्टेला के परिवार ने एक बयान में बताया कि रिमिंगटन ने रविवार (स्थानीय समयानुसार) को अपने परिवार और प्यारे कुत्तों के साथ शांतिपूर्वक अंतिम सांस ली। वे आखिरी वक्त तक उस जीवन से जुड़ी रहीं, जिसे वह बहुत पसंद करती थीं।
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MI5 के वर्तमान महानिदेशक केन मैक्कलम ने कहा कि स्टेला रिमिंगटन ने एक महिला के रूप में दुनिया की किसी भी खुफिया एजेंसी की कमान संभालकर पुरानी बंदिशों को तोड़ा और नेतृत्व में विविधता का एक बेहतरीन उदाकरण पेश किया।
1935 में लंदन में हुआ था स्टेला का जन्म
स्टेला का जन्म 1935 में लंदन में हुआ था। उन्होंने एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी की पढ़ाई की। बाद में एक अभिलेखपाल के रूप में काम किया। 1960 के दशक में, जब वह अपने राजनयिक पति के साथ भारत में रह रही थीं, तब उन्हें ब्रिटेन की घरेलू सुरक्षा सेवा एमआई5 ने अपने नई दिल्ली स्थित कार्यालय में अंशकालिक क्लर्क और टाइपिस्ट के रूप में नियुक्त किया था। 1969 में, जब वह लंदन लौटीं, तो वह MI5 में पूर्णकालिक रूप से शामिल हो गईं और धीरे-धीरे ऊंचे पदों तक पहुंचीं। यह उस समय असामान्य था, क्योंकि खुफिया एजेंसियों में ऊंचे पद अधिकतर पुरुषों को दिए जाते थे।
MI5 की सभी प्रमुख शाखाओं में किया काम
स्टेला ने MI5 की सभी प्रमुख शाखाओं में काम किया, जैसे प्रति-जासूसी, आतंकवाद-रोधी और प्रति-विध्वंस आदि। शीत युद्ध के समय MI5 ने सोवियत जासूसों पर निगरानी रखी, उत्तरी आयरलैंड के उग्रवादी समूहों में घुसपैठ की और वामपंथी नेताओं व यूनियन प्रमुखों की जासूसी की। 2001 में स्टेला ने माना कि उस दौर में MI5 शायद कुछ ज्यादा ही जोश में था।
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1992 में MI5 की पहली महिला महानिदेशक बनीं
1992 में, स्टेला रिमिंगटन को MI5 का महानिदेशक बनाया गया। वह इस पद पर आने वाली पहली महिला थीं और पहली ऐसी प्रमुख थीं, जिनका नाम सार्वजनिक किया गया। उनके कार्यकाल में MI5 पहले से थोड़ा खुला और पारदर्शी बना। अभिनेत्री जूडी डेंच ने 1995 की फिल्म 'गोल्डनआई' में एम की भूमिका निभाई, जो इससे पहले सिर्फ पुरुष निभाते थे। फिल्म निर्माताओं का कहना है कि इस बदलाव की प्रेरणा स्टेला की MI5 प्रमुख के रूप में नियुक्ति थी। 1996 में पद छोड़ने के बाद, रिमिंगटन को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने डेम की उपाधि दी (जो महिलाओं के लिए नाइट की तरह है।)