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S Jaishankar: 'समान दृष्टिकोण रखने वाले देशों को एक साथ काम करना जरूरी', स्पेन यात्रा पर बोले जयशंकर
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, मैड्रिड
Published by: शुभम कुमार
Updated Tue, 14 Jan 2025 04:31 AM IST
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सार
दो दिवसीय स्पेन दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्पेन और भारत के रिश्ते में मजबूती पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आजकल दुनिया थोड़ी अस्थिर और अनिश्चित लगती है, इसलिए समान दृष्टिकोण और हित रखने वाले देशों को एक साथ काम करना बहुत जरूरी है।

स्पेन दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर
- फोटो : एक्स@DrSJaishankar
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विस्तार
विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों अपनी दो दिवसीय स्पेन दौरे पर हैं। जहां उन्होंने भूमध्यसागर में भारत की रुचि को लेकर बात की। एस जयशंकर ने कहा कि भारत की भूमध्यसागर क्षेत्र में गहरी रुचि है और इस क्षेत्र के साथ भारत का वार्षिक व्यापार लगभग 80 बिलियन डॉलर है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत भूमध्यसागर क्षेत्र में और अधिक सक्रिय रूप से दिखाई देगा और इस प्रक्रिया में भारत को स्पेन के समर्थन की बहुत जरूरत होगी।
जयशंकर ने यह भी कहा कि आजकल दुनिया थोड़ी अस्थिर और अनिश्चित लगती है, इसलिए समान दृष्टिकोण और हित रखने वाले देशों को एक साथ काम करना बहुत जरूरी है। साथ ही उनका मानना है कि मजबूत भारत-स्पेन संबंध और भारत-यूरोपीय संघ का सहयोग एक अस्थिर दुनिया में स्थिरता ला सकता है।
भारत-स्पेन के संबंध पर की बात
इससे पहले एस. जयशंकर ने सोमवार को कहा कि स्पेन और यूरोपीय संघ के साथ भारत के संबंध 'इन अशांत समय में स्थिरता लाने वाले कारक' हो सकते हैं। बता दें कि, स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज के भारत दौरे के लगभग ढाई महीने बाद, द्विपक्षीय संबंधों की समग्र प्रगति की समीक्षा करने के लिए विदेश मंत्री जयशंकर सोमवार से स्पेन की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। विदेश मंत्री के रूप में यह उनकी पहली स्पेन यात्रा है।
9वें वार्षिक सम्मेलन को किया संबोधित
सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में, विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि उन्होंने मैड्रिड में राजदूतों के 9वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित किया। इस सम्मेलन का विषय 'अपनी पहचान वाली विदेश नीति' था। विदेशमंत्री जयशंकर ने 'इस बारे में बात की कि कैसे राष्ट्र अपनी संस्कृति, परंपराओं और विरासत से अपनी कूटनीति के विशिष्ट ब्रांड को आगे बढ़ाते हैं।

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जयशंकर ने यह भी कहा कि आजकल दुनिया थोड़ी अस्थिर और अनिश्चित लगती है, इसलिए समान दृष्टिकोण और हित रखने वाले देशों को एक साथ काम करना बहुत जरूरी है। साथ ही उनका मानना है कि मजबूत भारत-स्पेन संबंध और भारत-यूरोपीय संघ का सहयोग एक अस्थिर दुनिया में स्थिरता ला सकता है।
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#WATCH | Madrid, Spain | EAM S Jaishankar says, "India has a fairly strong interest in the Mediterranean. When we look at the Mediterranean as a region, our annual trade with the Mediterranean today is about $80 billion... I do want to underline that India will be more visible in… pic.twitter.com/OIUhvqLvib
— ANI (@ANI) January 13, 2025
भारत-स्पेन के संबंध पर की बात
इससे पहले एस. जयशंकर ने सोमवार को कहा कि स्पेन और यूरोपीय संघ के साथ भारत के संबंध 'इन अशांत समय में स्थिरता लाने वाले कारक' हो सकते हैं। बता दें कि, स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज के भारत दौरे के लगभग ढाई महीने बाद, द्विपक्षीय संबंधों की समग्र प्रगति की समीक्षा करने के लिए विदेश मंत्री जयशंकर सोमवार से स्पेन की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। विदेश मंत्री के रूप में यह उनकी पहली स्पेन यात्रा है।
9वें वार्षिक सम्मेलन को किया संबोधित
सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में, विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि उन्होंने मैड्रिड में राजदूतों के 9वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित किया। इस सम्मेलन का विषय 'अपनी पहचान वाली विदेश नीति' था। विदेशमंत्री जयशंकर ने 'इस बारे में बात की कि कैसे राष्ट्र अपनी संस्कृति, परंपराओं और विरासत से अपनी कूटनीति के विशिष्ट ब्रांड को आगे बढ़ाते हैं।