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India-US Ties: 'भारत-अमेरिका रिश्तों की अहमियत का संकेत', सर्जियो की नियुक्ति पर बोले भारतीय राजदूत क्वात्रा
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वॉशिंगटन
Published by: हिमांशु चंदेल
Updated Thu, 11 Sep 2025 09:33 AM IST
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सार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने करीबी सहयोगी सर्जियो गोर को भारत में राजदूत नामित किया है। भारत के राजदूत विनय क्वात्रा ने इसे दोनों देशों के रिश्तों की अहमियत का प्रतीक बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं स्वागत करता हूं कि राष्ट्रपति ट्रंप अपने सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक, सर्जियो गोर को भारत भेज रहे हैं।

भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा।
- फोटो : एएनआई (फाइल)
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विस्तार
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भरोसेमंद सहयोगी सर्जियो गोर को भारत में अगले अमेरिकी राजदूत के रूप में नामित किया है। भारत में अमेरिका के राजदूत नामित किए जाने पर भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि यह कदम दोनों देशों के रिश्तों की प्राथमिकता और महत्व का बड़ा संकेत है।
क्वात्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मैं स्वागत करता हूं कि राष्ट्रपति ट्रंप अपने सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक, सर्जियो गोर को भारत भेज रहे हैं। यह फैसला भारत-अमेरिका रिश्तों को और गहरा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
ट्रंप ने बताई गोर की अहमियत
पिछले महीने ट्रंप ने गोर की नियुक्ति की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि गोर लंबे समय से उनके साथ काम कर रहे हैं और उन पर पूरा भरोसा है। ट्रंप ने कहा था कि दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले क्षेत्र में मेरे लिए जरूरी है कि कोई ऐसा व्यक्ति हो, जिस पर मैं पूरी तरह भरोसा कर सकूं। सर्जियो शानदार राजदूत साबित होंगे।
ये भी पढ़ें- ट्रंप के करीबी, टर्निंग प्वाइंट US के संस्थापक और युवाओं के हीरो; जानिए चार्ली किर्क के बारे में
अमेरिकी सीनेट में सुनवाई
गोर गुरुवार को वॉशिंगटन डीसी में सीनेट की विदेश संबंध समिति के सामने पेश होंगे। यहां उनकी नियुक्ति को मंजूरी देने पर चर्चा होगी। अगर मंजूरी मिल जाती है तो 38 वर्षीय गोर भारत में अब तक के सबसे युवा अमेरिकी राजदूत बन जाएंगे।
यूएसआईएसपीएफ का समर्थन
अमेरिका-भारत स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) ने गोर के समर्थन में सीनेट को पत्र लिखा है। संगठन ने कहा कि हालिया तनावों के बीच गोर का अनुभव और राष्ट्रपति का विश्वास रिश्तों को नए सिरे से पटरी पर लाने में मदद करेगा। यूएसआईएसपीएफ अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि यह नियुक्ति दोनों देशों के हित में है और लंबे समय से खाली पड़े पद को भरना बेहद जरूरी है।
ये भी पढ़ें- 'हिंसा करने वालों को बख्शेंगे नहीं', सहयोगी चार्ली की हत्या के बाद ट्रंप की चेतावनी
रिश्तों में हालिया तनाव
भारत-अमेरिका रिश्तों में हाल ही में व्यापारिक शुल्क और रूस से तेल खरीद को लेकर तनाव देखा गया। विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे समय में गोर की नियुक्ति से दोनों देशों के बीच भरोसा और सहयोग फिर से मजबूत हो सकता है।
सहयोग के नए अवसर
यूएसआईएसपीएफ ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा, तकनीक और वैश्विक स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा है। गोर की नियुक्ति से इन क्षेत्रों में और मजबूती आएगी। संगठन ने भरोसा जताया कि उनकी अगुवाई में दोनों देशों के रिश्ते और गहरे होंगे।

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क्वात्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मैं स्वागत करता हूं कि राष्ट्रपति ट्रंप अपने सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक, सर्जियो गोर को भारत भेज रहे हैं। यह फैसला भारत-अमेरिका रिश्तों को और गहरा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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ट्रंप ने बताई गोर की अहमियत
पिछले महीने ट्रंप ने गोर की नियुक्ति की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि गोर लंबे समय से उनके साथ काम कर रहे हैं और उन पर पूरा भरोसा है। ट्रंप ने कहा था कि दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले क्षेत्र में मेरे लिए जरूरी है कि कोई ऐसा व्यक्ति हो, जिस पर मैं पूरी तरह भरोसा कर सकूं। सर्जियो शानदार राजदूत साबित होंगे।
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अमेरिकी सीनेट में सुनवाई
गोर गुरुवार को वॉशिंगटन डीसी में सीनेट की विदेश संबंध समिति के सामने पेश होंगे। यहां उनकी नियुक्ति को मंजूरी देने पर चर्चा होगी। अगर मंजूरी मिल जाती है तो 38 वर्षीय गोर भारत में अब तक के सबसे युवा अमेरिकी राजदूत बन जाएंगे।
यूएसआईएसपीएफ का समर्थन
अमेरिका-भारत स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) ने गोर के समर्थन में सीनेट को पत्र लिखा है। संगठन ने कहा कि हालिया तनावों के बीच गोर का अनुभव और राष्ट्रपति का विश्वास रिश्तों को नए सिरे से पटरी पर लाने में मदद करेगा। यूएसआईएसपीएफ अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि यह नियुक्ति दोनों देशों के हित में है और लंबे समय से खाली पड़े पद को भरना बेहद जरूरी है।
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रिश्तों में हालिया तनाव
भारत-अमेरिका रिश्तों में हाल ही में व्यापारिक शुल्क और रूस से तेल खरीद को लेकर तनाव देखा गया। विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे समय में गोर की नियुक्ति से दोनों देशों के बीच भरोसा और सहयोग फिर से मजबूत हो सकता है।
सहयोग के नए अवसर
यूएसआईएसपीएफ ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा, तकनीक और वैश्विक स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा है। गोर की नियुक्ति से इन क्षेत्रों में और मजबूती आएगी। संगठन ने भरोसा जताया कि उनकी अगुवाई में दोनों देशों के रिश्ते और गहरे होंगे।
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